PM Narendra Modi Visit in Chhattisgarh: पीएम मोदी के दौरे से पहले गरमाई राजनीति, छत्‍तीसगढ़ कांग्रेस ने जारी की कथित 34 घोटालों की सूची, पूछा- प्रधानमंत्री जी कब कराएंगे इन घोटालों की जांच

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी PM Narendra Modi Visit in Chhattisgarh के रायपुर दौरे का समय जैसे- जैसे नजदीक आ रहा है, प्रदेश की राजनीति गरमती जा रही है। मोदी सात जुलाई को रायपुर आ रहे हैं।

Update: 2023-07-04 11:51 GMT

रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छत्‍तीसगढ़ PM Narendra Modi Visit in Raipur Chhattisgarh आने से पहले यहां की राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप- प्रत्‍यारो का दौर भी तेज होता जा रहा है। विपक्ष में बैठी भाजपा मौजूदा सरकार पर भ्रष्‍टाचार और घाटोला का आरोप लगा रही है तो कांग्रेस ने भी पलटवार किया है। कांग्रेस की तरफ से आज प्रदेश मुख्‍यालय राजीव भवन में एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। इसमें पार्टी ने पूर्ववर्ती रमन सरकार के कार्यकाल में हुए कथित 34 घोटालों की सूची जारी करते हुए एक लाख करोड़ रुपये की गड़बड़ी का आरोप लगाया।

राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी छत्तीसगढ़ आ रहे है उनका स्वागत है। प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार पर रोक की बातें करते है लेकिन जब भ्रष्टाचार के मामले भाजपा से जुड़े हो तो प्रधानमंत्री मौन हो जाते है। अपने मित्र अडानी के घोटालों पर उनकी चुप्पी टूटने का इंतजार सारा देश कर रहा है। प्रधानमंत्री इस पर मौन है। प्रधानमंत्री के दल भाजपा की छत्तीसगढ़ में 15 साल सरकार थी इन 15 सालों में भ्रष्टाचार के अनेक नये रिकॉर्ड बने।

शुक्‍ला ने कहा कि रमन राज में एक लाख करोड़ से अधिक का घोटाला हुआ है। रमन के घोटालों की जांच के लिए मुख्यमंत्री ने ईडी को और आपको पत्र भी लिखा है। रमन सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच की शिकायत भी पीएमओ में हुई है। केंद्र में भाजपा की सरकार होने के कारण रमन सिंह के घोटालों की जांच नहीं हो रही है। राज्य की जनता का मानना है कि भाजपा का नेता होने के कारण रमन सिंह को केंद्र सरकार का संरक्षण मिला हुआ है। देश भर में विपक्षी दलों की सरकारों, विपक्ष के नेताओं के ऊपर बिना किसी ठोस कारण के केंद्रीय एजेंसियां जांच के लिये पहुंच जाती है। छत्तीसगढ़ की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के घोटालों के पूरे तथ्य है फिर जांच क्यों नहीं करवाई जा रही है? मोदी जी से छत्तीसगढ़ की जनता उनके 15 सालों तक मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह के भ्रष्टाचारों की जांच का अनुरोध करते हैं। वैसे तो रमन और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के घोटाले की लंबी सूची है लेकिन हम प्रधानमंत्री जी से 6 घोटालो की जांच की मांग करते है। जिसमें सीधे मनी लॉड्रिंग हुई है और जो ईडी के जांच के दायरे में आता है। क्या प्रधानमंत्री रमन सिंह के इन भ्रष्टाचारों की जांच के लिए केंद्रीय एजेंसियों को भेजने का साहस दिखाएंगे?

गरीबों के राशन का महाघोटाला 36,000 करोड़ के नान घोटाले की जांच क्यों नहीं करवाते?

शुक्‍ला ने कहा कि प्रधानमंत्री जी आप भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की बातें करते है आपके दल की सरकार ने गरीबों के राशन में डाका डाला 36000 करोड़ का राशन घोटाला कर दिया। इसकी जांच के लिये भी मुख्यमंत्री ने ईडी और आपको भी पत्र लिखा है। आप रमन सिंह के नान घोटाले की ईडी से जांच क्यों नहीं करवाते? क्या आपके दल का नेता होने के नाते ही उनका यह गुनाह माफ हो जाएगा।

चिटफंड घोटाला

रमन राज में राज्य की जनता की गाढ़ी कमाई के पैसों को लूटने का खेल सरकारी संरक्षण में हुआ प्रदेश की जनता के 6000 करोड़ से अधिक की रकम चिटफंड कंपनियों ने डकार लिया था। इन चिटफंड कंपनियों को तत्कालीन भाजपा सरकार और सरकार में बैठे हुए लोगों की संरक्षण था। 6000 करोड़ रुपये के इस घोटाले की ईडी से जांच के लिये प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और ईडी के डायरेक्टर को जांच के लिये पत्र लिखा था। केंद्र सरकार रमन सरकार के घोटाले की जांच क्यों नहीं करवाती है? आखिर यह तो राज्य की जनता से सीधी लूट थी और इसमें रुपयों का अवैध लेन देन भी हुआ है फिर जांच से परहेज क्यों?

प्रधानमंत्री जी रमन राज के शराब घोटालों की जांच कब करवायेंगे?

डॉ. रमन सिंह की सरकार ने वर्ष 2012-17 के बीच सरकार ने शराब ठेकेदारों से मिली भगत कर लगभग 4400 करोड़ रूपयों का भ्रष्टाचार किया। रमन सरकार ने भी अपने कार्यकाल में दशकों से चली आ रही आबकारी नीति को परिवर्तित कर दिया था वैसे ही जैसे दिल्ली की आप सरकार ने किया है। दिल्ली की सरकार ने आबकारी नीति में परिवर्तन किया तो भाजपा ने आरोप लगाया कि घोटाला करने के उद्देश्य से शराब निर्माताओं को फायदा पहुंचाने के लिए यह नीति परिवर्तित की गई, वहां के उप मुख्यमंत्री को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है वे जेल में है। ऐसे ही नीति परिवर्तन के लिये रमन सिंह की तत्कालीन भाजपा सरकार के खिलाफ भी जांच की जानी चाहिए।

पनामा पेपर वाले अभिषाक सिंह की जांच क्यों नहीं करवाती केंद्र सरकार?

प्रधानमंत्री जी देश का कालाधन विदेशों में रखने वालों की सूची पनामा पेपर में छत्तीसगढ़ के अभिषाक सिंह का भी नाम है। आप विदेशों से कालाधन वापस लाने की दुहाई देकर सरकार में आये है। आप छत्तीसगढ़ वाले अभिषाक सिंह की जांच क्यों नहीं करवाते है? इस अभिषाक सिंह का नाम छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के पुत्र से मिलता है, इसका पता भी डॉ. रमन सिंह के कवर्धा निवास का पता है।

छत्तीसगढ़ में 15 साल में गौमाता के नाम पर भाजपा नेताओं ने 1677 करोड़ का घपला किया प्रधानमंत्री इस पर कुछ तो करें

प्रधानमंत्री जी भाजपा की रमन सरकार में गौमाता के नाम पर 1677 करोड़ का घोटाला कर दिया गया। रमन राज में गौशालाओं के नाम पर 1677.67 करोड़ रू. भाजपाईयों ने गौशाला के नाम पर डकारा। रमन राज में 15 साल में 17000 से अधिक गायों की मौतें भूख से, बिना चारा पानी के तड़प कर हुई। 15 साल तक गौशालाओं को प्रतिदिन आहार के नाम पर 115 गौशालाओं को प्रतिदिन 28 लाख 75 हजार रु. से अधिक राशि दिया जाता था। इसकी कुल राशि होती है एक साल में एक अरब चार करोड़ 93 लाख 75 हजार, 15 साल में 1560 करोड़ का गौशालाओं में चारा के नाम पर दिया गया। 20 हजार रु. पशुओं की दवाइयों के लिए हर माह दिया जाता था प्रत्येक गौशाला को एक साल में 2 लाख 40 हजार रुपया दिया गया। 115 गोशाला को एक साल दवाई के नाम से 2 करोड़ 76 लाख रु. 15 साल में 41.5 करोड़ रु. के करीब दिया गया। शेड निर्माण, बोरवेल, बिजली व्यवस्था के अलावा अन्य खर्चों के नाम से 76 करोड़ रू. बंदरबाट किया। गौशाला को लगभग 5 से 10 एकड़ सरकारी जमीन आवंटित किया गया। 15 साल में लगभग 1000 एकड़ से अधिक के जमीन, भाजपा नेताओं ने गौशाला के नाम से लिया और उसका निजी उपयोग किया। स्वयं को गौसेवक बताने वाली भाजपा गौमाता के नाम पर घपला करने वालों पर कार्यवाही कब करेगी? प्रधानमंत्री जी आपकी ईडी इस घोटाले की जांच क्यों नहीं करती है?

इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक के गुनाहगार भाजपा नेताओं पर भाजपा कब कार्यवाही करेगी?

प्रधानमंत्री जी छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 22000 से अधिक खातेदारों का 54 करोड़ रू. का गबन हो गया। इस बैंक के घोटालेबाजों से भाजपा की तत्कालीन सरकार के मुख्यमंत्री, मंत्रियों ने घूस की रकम लिया था। मुख्य आरोपी ने अपने नार्को टेस्ट में रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत, अमर अग्रवाल, रामविचार नेताम को पैसे देना स्वीकार किया था। गरीबों के रकम में घोटाले के इन आरोपी भाजपा नेताओं को भाजपा क्यों संरक्षण दे रही है? प्रधानमंत्री जी जवाब दें?

पत्रकारवार्ता में प्रदेश महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला, प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, सुरेन्द्र वर्मा, वंदना राजपूत, अजय साहू, नितिन भंसाली, अजय गंगवानी, संदीप दुबे, रिषभ चंद्राकर उपस्थित थे।

रमन और उनके मंत्री मंडलीय सहयोगियों के घोटालों की सूची

1 36000 करोड़ का नान घोटाला।

2 पनामा पेपर घोटाला।

3 मोवा धान घोटाला।

4 कुनकुरी चावल घोटाला।

5 आंखफोड़वा कांड।

6 गर्भाशय कांड।

7 नसबंदी कांड।

8 डीकेएस घोटाला।

9 शिवरतन शर्मा के भतीजे द्वारा किया गया धान परिवहन घोटाला।

10 अवैध पेड़ कटाई।

11 पोरा बाई कांड।

12 तत्कालीन शिक्षामंत्री केदार कश्यप की पत्नी की जगह कोई और महिला बैठी परीक्षा देने।

13 फर्नीचर घोटाला।

14 विज्ञान उपकरण खरीदी में घोटाला।

15 4400 करोड़ का आबकारी घोटाला।

16 1667 करोड़ गौशाला के नाम पर चारा, दवाई एवं निर्माण में किया घोटाला।

17 बीज निगम में दवाइयां, बीज एवं कृषि यंत्रों की खरीदी में किया गया घोटाला।

18 स्टेट वेयर हाउस के गोदामों के निर्माण में घोटाला।

19 स्वास्थ्य विभाग में मल्टी विटामिन सिरप में घोटाला।

20 जमीन घोटाला।

21 झलकी घोटाला (बृजमोहन अग्रवाल)।

22 परिवहन चेक पोस्ट पर घोटाला।

23 मोबाईल खरीदी में घोटाला।

24 बारदाना घोटाला।

25 भदौरा जमीन घोटाला (अमर अग्रवाल)।

26 पुष्प स्टील घोटाला।

27 चौबे कॉलोनी जमीन घोटाला।

28 इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक घोटाला।

29 स्काई वॉक घोटाला।

30 एक्सप्रेस-वे घोटाला।

31 बिलासपुर सकरी बायपास घोटाला।

32 तेंदुपत्ता खरीदी घोटाला (300 करोड़)।

33 चिटफंड घोटाला 6000 करोड़ का।

34 रतनजोत घोटाला।

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