Raipur Lok Sabha elections 2024: रायपुर लोकसभा चुनाव 2024: रायपुर लोकसभा क्षेत्र, इतिहास, प्रत्‍याशी, चुनाव परिणाम

Raipur Lok Sabha elections 2024: छत्‍तीसगढ़ की राजधानी रायपुर आजादी के पहले और बाद में राजनीति का बड़ा केंद्र रहा है। अविभाजित मध्‍य प्रदेश के पहले मुख्‍यमंत्री पं. रविशंकर शुक्‍ल व उनका परिवार रायपुर में ही रहता था। उनके पुत्र पं. श्‍यामाचरण शुक्‍ल भी मध्‍य प्रदेश के सीएम बने। केंद्र में मंत्री रहे उनके दूसरे पुत्र पं. विद्याचरण शुक्‍ल 2 बार रायपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीते हैं। पिछले 7 चुनावों से बीजेपी लगातार इस सीट से जीत दर्ज कर रही है। महाराष्‍ट्र के मौजूदा राज्‍यपाल रमेश बैस इसी सीट से लगातार 6 बार सांसद रहे हैं।

Update: 2024-04-06 07:10 GMT

Raipur Lok Sabha elections 2024: एनपीजी न्‍यूज डेस्‍क

आजादी से पहने भी रायपुर राजनीति का बड़ा केंद्र था, बावजूद इसके लिए 1951 के पहले आम चुनाव में रायपुर संसदीय सीट का अस्तित्‍व नहीं था। तब रायपुर का कुछ हिस्‍सा बलौदाबाजार और कुछ दुर्ग लोकसभा क्षेत्र में शामिल था। रायपुर संसदीय सीट पहली बार 1957 में अनुसूचित जनजाति (एसटी) सीट के रुप में अस्तित्‍व में आया। रायपुर संसदीय सीट से 1957 में 2 सांसद चुने गए। दोनों राजपरिवार से थे। एक राजा और दूसरी रानी।

रायपुर संसदीय सीट का लोकसभा में पहली बार प्रतिनिधित्‍व करने वाले राजा वीरेंद्र बहादुर सिंह और रानी केशर कुमारी देवी शामिल थे। दोनों एसटी वर्ग से थे। केशर देवी रायपुर सीट से दो बार सांसद चुनी गईं। 1957 के बाद 1962 में फिर वे इस सीट से लोकसभा पहुंचीं। 1967 के चुनाव से रायपुर संसदीय क्षेत्र सामान्‍य हो गया। तब लखनलाल गुप्‍ता ने इस सीट से सांसद चुने गए थे। 1989 में पहली बार यहां बीजेपी का खाता खुला। बीजेपी के रमेश बैस कांग्रेस के सीटिंग एमपी और स्‍वतंत्रता संग्राम सेनानी केयूर भूषण को हरा कर सांसद चुने गए। एक साल बाद 1991 में हुए चुनाव में बैस कांग्रेस के विद्याचरण शुक्‍ल से हार गए। 1996 के चुनाव में बैस को बीजेपी ने फिर टिकट दिया और इस बार वे जीतने में सफल रहे।

रायपुर संसदीय क्षेत्र में विधानसभा की कुल 9 सीटे शामिल हैं। इनमें बलौदाबाजार, भाटापारा, धरसींवा, आरंग और अभनपुर के साथ रायपुर की 4 सीटें रायपुर ग्रामीण, रायपुर नगर पश्चिम, रायपुर नगर उत्तर व रायपुर नगर दक्षिण शामिल हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव में भाटापार को छोड़कर बाकी सभी 8 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है। रायपुर दक्षिण सीट से चुनाव जीते बृजमोहन अग्रवाल लगातार 8वीं बार विधायक चुने गए हैं। पार्टी ने इस बार उन्‍हें लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारा है।

रायपुर लोकसभा क्षेत्र का मैप

रायपुर लोकसभा में वोटर

कुल वोटर 

2342827

पुरुष 

1173167

महिला 

1169358

तृतीय लिंग 

302

रायपुर के अब तक के सांसद 

वर्षनिर्वाचित सांसदपार्टी

1957

 राजा बीरेंद्र बहादुर सिंह (एस. टी.) 

कांग्रेस


रानी केशर कुमारी देवी (एस. टी.) 

कांग्रेस

1962 

केशर कुमारी देवी (एसटी) 

कांग्रेस

1967

 एल. गुप्ता 

कांग्रेस

1971 

विद्याचरण शुक्ल 

कांग्रेस

1977 

पुरूषोत्तम लाल कौशिक

 बीएलडी

1980 

कयूर भूषण मथुरा प्रसाद 

कांग्रेस (आई)

1984 

कैयूर भूषण 

कांग्रेस

1989

 रमेश बैस 

भाजपा

1991 

विद्याचरण शुक्ला 

कांग्रेस

1996 

रमेश बैस

भाजपा

1998

 रमेश बैस 

बीजेपी

1999 

रमेश बैस 

भाजपा

2004

 रमेश बैस 

भाजपा

2009

 रमेश बैस 

भाजपा

2014

 रमेश बैस 

बीजेपी

2019 

सुनील कुमार सोनी 

भाजपा


Live Updates
2024-04-06 07:29 GMT

वोटरों की संख्‍या के हिसाब से रायपुर लोकसभा क्षेत्र प्रदेश की सबसे बड़ी सीट है। रायपुर में कुल वोटर 23 लाख 42 हजार 827 है। इसमें पुरुष वोटरों की संख्‍या 11 लाख 73 हजार 167 और महिला वोटरों की संख्‍या 11 लाख 69 हजार 358 है। रायपुर संसदीय क्षेत्र में तृतीय लिंग के 302 वोटर हैं।

2024-04-06 07:26 GMT

रायपुर से कांग्रेस प्रत्‍याशी को लेकर आई बड़ी खबर, विकास ने जारी किया वीडियो...

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ की 11 में से 6 लोकसभा सीटों के लिए कांग्रेस ने प्रत्‍याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। रायपुर संसदीय सीट से भाजपा प्रत्‍याशी बृजमोहन अग्रवाल के सामने कांग्रेस ने रायपुर पश्चिम सीट से विधायक रहे विकास उपाध्‍याय को मैदान में उतारा है। विकास 2018 में बीजेपी के तत्‍कालीन कैबिनेट मंत्री राजेश मूणत को हरा कर विधानसभा पहुंचे थे, लेकिन 2023 में मूणत से ही वे हार गए। अब उनका मुकाबला बीजेपी के अजेय कहे जाने वाले दग्गिज नेता अग्रवाल से है। अग्रवाल लगातार 8वीं बार के विधायक हैं। रायपुर से विकास के नाम के ऐलान के साथ ही इस बात की चर्चा होने लगी कि विकास रायपुर सीट से चुनाव लड़ना नहीं चाहते हैं और वे टिकट वापस करने दिल्‍ली चले गए हैं। इस तरह की खबरें लगातार सोशल मीडिया में चल भी रही है। विकास के दिल्‍ली में होने की वजह से इन खबरों को और बल मिल गया, जिससे कांग्रेस खेमें में हड़कंप मच गया। अब इस पूरे मामले में विकास उपाध्‍याय ने वीडियो संदेश जारी कर स्थिति स्‍पष्‍ट करने की कोशिश की है। विकास ने बताया है कि वे कांग्रेस के राष्‍ट्रीय सचिव और असम के प्रभारी हैं। इस वक्‍त दिल्‍ली में असम में प्रत्‍याशी फाइनल करने की प्रक्रिया चल रही है। वे इन्‍हीं बैठकों में शामिल होने के लिए दिल्‍ली में रुके हुए हैं।


2024-04-06 07:25 GMT

क्‍या लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरे बृजमोहन अग्रवाल रचेंगे नया इतिहास...

रायपुर। 2024 के लोकसभा चुनाव के आचार संहिता लगने से पहले ही भाजपा ने अपने 195 प्रत्याशियों की सूची जनता के सामने ला दिया है।इस सूची में छत्तीसगढ़ की सभी 11 लोकसभा सीटें शामिल हैं। विजय बघेल(दुर्ग) और पांडे छोड़कर सभी प्रत्याशी नये हैं। प्रत्याशी भले नये है लेकिन इस बात की गारंटी है कि सभी के सभी जीत के लिए ज्यादा आश्वस्त होंगे। रायपुर, छत्तीसगढ़ की राजधानी बाद में बनी लेकिन इससे पहले भी राजनीति के बिसात पर रायपुर की धमक बनी रही है। देश में रायपुर लोक सभा क्षेत्र विद्याचरण शुक्ल, पुरुषोत्तम लाल कौशिक और रमेश बैस के कारण चर्चित रही है। 1952 से लेकर 1971 तक रायपुर लोकसभा सीट कांग्रेस के कब्जे में रही लेकिन आपातकाल के दौर से रायपुर का चरित्र जो बदला फिर देखे तो 1981 से 1989 के काल को छोड़ दे तो रायपुर लोकसभा भाजपा की हो के रह गई है।1989- 1991 और उसके बाद 1996 से रमेश बेस रायपुर के प्रर्याय हो गए थे। रमेश बेस के बाद सुनील सोनी भी भाजपा के ही चेहरे रहे। 33 सालो में 31 साल भाजपा के होने का मतलब तीसरी पीढ़ी के आगमन का साल होना मान लिया जाता है।

2024-04-06 07:24 GMT

बृजमोहन अग्रवाल का जीवन परिचय...

बीजेपी ने रायपुर दक्षिण सीट से विधायक और राज्‍य सरकार में कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को इस बार रायपुर संसदीय सीट से प्रत्‍याशी बनाया है। अग्रवाल लगातार 8 बार विधायक निर्वाचित होने वाले प्रदेश के पहले नेता हैं। 

आठवीं बार विधायक बने अग्रवाल को छत्‍तीसगढ़ की विष्‍णुदेव साय सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। बृजमोहन अग्रवाल को स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, संसदीय कार्य विभाग का मंत्री बनाया है। इसके साथ ही उन्‍हें धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की भी जिम्‍मेदारी दी गई है। बता दें क‍ि राजिम कुंभ की शुरुआत अग्रवाल ने ही की थी। बृजमोहन अग्रवाल प्रदेश की सबसे बड़ी लीड लेकर लगातार चुनाव जीतते हुए आठवीं बार विधायक बने हैं। बृजमोहन ने प्रदेश में सर्वाधिक मतों से जीत हासिल की है। उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी महंत रामसुंदर दास को 67919 मतों के अंतर से हराया है। कॉमर्स व आर्ट्स दोनों विषय से पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले बृजमोहन अग्रवाल ने एलएलबी की भी डिग्री ली है। 1990 में पहली बार विधायक निर्वाचित होने वाले बृजमोहन अग्रवाल ने अपने राजनीतिक की शुरुआत भाजपा की छात्र इकाई एबीवीपी से अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की। वे कॉलेज के छात्र संघ अध्यक्ष व भारतीय जनता युवा मोर्चा अविभाजित मध्यप्रदेश के प्रदेश उपाध्यक्ष रहें हैं। अविभाजित मध्य प्रदेश में राज्य मंत्री रहने के अलावा छत्तीसगढ़ की सरकार में तीन बार कैबिनेट मंत्री रहे हैं। भाजपा विधायक दल के सदन में मुख्य सचेतक भी रहे हैं। राजिम में राजिम कुंभ करवा कर उन्होंने राजिम कुंभ को राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि दिलवाई है।

2024-04-06 07:17 GMT

विधायक विकास उपाध्याय का जीवन परिचय

कांग्रेस ने रायपुर संसदीय क्षेत्र से विकास उपाध्‍याय को प्रत्‍याशी बनाया है। विकास 2018 में रायपुर पश्चिम सीट से विधायक चुने गए थे। उन्‍होंने बीजेपी के दिग्‍गज मंत्री राजेश मूणत को हराया था, लेकिन 2023 के चुनाव में मूणत से ही वे हार गए।  उपाध्‍याय कांग्रेस सरकार में संसदीय सचिव थे। 

सार्वजनिक एवं राजनीतिक जीवन का परिचय विकास उपाध्याय 1998 में एनएसयूआई के ब्लॉक अध्यक्ष रायपुर जिला रहे थे 1999 में रायपुर जिले के एनएसयूआई जिला अध्यक्ष बने थे। 2004 में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष बने 2006 में एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव बने 2009 में राष्ट्रीय सचिव युवा कांग्रेस बने 2010 में राष्ट्रीय महासचिव युवा कांग्रेस बने 2013 से 18 तक वे जिला कांग्रेस अध्यक्ष रायपुर शहर रहे। 2018 मई में रायपुर जिले के रायपुर पश्चिम विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए रायपुर पश्चिम सीट अनारक्षित सीट है जिसे निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक 49 के नाम से जाना जाता है 2019 निरंतर संयुक्त महासचिव छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी हैं 2019 से 21 तक में सदस्य सरकारी उपक्रमों संबंधी समिति विशेषाधिकार समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा समिति रहे हैं 2020 में उन्हें संसदीय सचिव बनाया गया इस दौरान वे मंत्री लोक निर्माण रीसेल धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व पर्यटन से संबंधित है। विकास उपाध्याय को 76359 वोट मिले। जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी भाजपा के राजेश मूणत को 64147 वोट मिले।

2024-04-06 07:14 GMT

देखें कैसे-छत्‍तीसगढ़ में 4 महीने में ही बदल जाता है पूरा चुनावी समीकरण

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में विधानसभा की 90 और लोकसभा की 11 सीटें हैं। दोनों चुनावों के बीच केवल 4 महीने का अंतर होता है। विधानसभा का चुनाव नवंबर- दिसंबर में होता है तो लोकसभा चुनाव के लिए मतदान अप्रैल- मई में। लेकिन इन 4 महीने में भी प्रदेश का पूरा सियासी और सीटों का समीकरण बदल जाता है। विधानसभा चुनाव के दौरान कुछ सीटों पर तीसरी पार्टियां मुकाबले को त्रिकोणी बनाने में सफल रहती हैं, लेकिन लोकसभा के चुनाव में तीसरी पार्टियां कोई विशेष असर नहीं दिख पाती हैं। 90 प्रतिशत वोट शेयर बीजेपी और कांग्रेस के बीच बंट जाता है। बसपा सहित अन्‍य पार्टियां महज 10 प्रतिशत में सिमट कर रह जाती हैं।



2024-04-06 07:13 GMT

2019 में जीती हुई कोरबा और बस्‍तर नहीं है इसमें शामिल..

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में विधानसभा की 90 और लोकसभा की 11 सीट है। रायपुर और दुर्ग संसदीय क्षेत्र में 9-9 और बाकी 9 संसदीय क्षेत्रों में विधानसभा की 8-8 सीटें शामिल हैं। दो महीने पहले हुए विधानसभा चुनावों में सत्‍तारुढ़ भाजपा का प्रदर्शन बिलासपुर और दुर्ग संभाग को छोड़कर बाकी तीनों संभागों में पार्टी का प्रदर्शन अच्‍छा रहा है। सरगुजा संभाग की सभी 14 विधानसभा सीट भाजपा जीतने में सफल रही है।

2024-04-06 07:13 GMT

जानिए... राज्‍य की किस सीट पर कब होगा लोकसभा चुनाव

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों पर 3 चरणों में मतदान होगा। पहले चरण में केवल एक बस्‍तर सीट पर वोटिंग होगी। दूसरे चरण में कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद में मतदान होंगे। बाकी सीटों पर तीसरे चरण में वोट डाले जाएंगे। पहले चरण में बस्‍तर लोकसभा सीट के लिए 19 अप्रैल को मतदान होगा। वहीं, राजनांदगांव, महासमुंद और कांकेर सीट पर 26 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। वहीं रायपुर, दुर्ग, सरगुजा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, कोरबा, बिलासपुर पर 7 मई को वोट डाले जाएंगे। सभी सीटों के लिए एक साथ 4 जून को मतगणना होगी।

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