Loksabha Chunav 2024: विधानसभा V/s लोकसभा: देखें कैसे-छत्‍तीसगढ़ में 4 महीने में ही बदल जाता है पूरा चुनावी समीकरण

Loksabha Chunav 2024: छत्‍तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के महज 4 महीने बाद ही लोकसभा का चुनाव होता है। महज 3 महीने में ही प्रदेश का पूरा सियासी सीमकरण बदल जाता है। पढ़ें एनपीजी की यह रिपोर्ट

Update: 2024-03-05 13:22 GMT

Loksabha Chunav 2024: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में विधानसभा की 90 और लोकसभा की 11 सीटें हैं। दोनों चुनावों के बीच केवल 4 महीने का अंतर होता है। विधानसभा का चुनाव नवंबर- दिसंबर में होता है तो लोकसभा चुनाव के लिए मतदान अप्रैल- मई में। लेकिन इन 4 महीने में भी प्रदेश का पूरा सियासी और सीटों का समीकरण बदल जाता है। विधानसभा चुनाव के दौरान कुछ सीटों पर तीसरी पार्टियां मुकाबले को त्रिकोणी बनाने में सफल रहती हैं, लेकिन लोकसभा के चुनाव में तीसरी पार्टियां कोई विशेष असर नहीं दिख पाती हैं। 90 प्रतिशत वोट शेयर बीजेपी और कांग्रेस के बीच बंट जाता है। बसपा सहित अन्‍य पार्टियां महज 10 प्रतिशत में सिमट कर रह जाती हैं।


2019 में बीजेपी और कांग्रेस की झोली करीब 93 प्रतिशत वोट

इससे पहले देश में अप्रैल- मई 2019 में आम चुनाव हुआ था। वहीं, नवंबर- दिसंबर 2018 में विधानसभा का चुनाव हुआ था। विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के हिस्‍से में 77.5 प्रतिशत वोट आया था। वहीं, लोकसभा चुनाव में दोनों का संयुक्‍त वोट शेयर लगभग 93 प्रतिशत पहुंच गया। यानी बसपा सहित अन्‍य पार्टियों के प्रत्‍याशियों को जमानत बचाने लायक भी वोट नहीं मिला। बीजेपी, कांग्रेस के बाद सर्वाधिक वोट शेयर 2.3 बसपा का रहा। यह भी बताते चले कि राज्‍य निर्माण के बाद हुए 4 लोकसभा चुनाव में 2019 में बीजेपी और कांग्रेस का वोट शेयर सर्वाधिक था।

पिछले चुनाव में पहली बार कांग्रेस 2 सीट जीती

छत्‍तीसगढ़ पृथक राज्‍य बनाने का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और बीजेपी को जाता है। इसका असर लोकसभा चुनाव के परिणामों पर भी दिखता है। राज्‍य में लोकसभा की 11 सीटें हैं। 2019 के पहले तक कांग्रेस की झोली में केवल एक सीट जाती थी। यानी 10 सीट बीजेपी और 1 सीट कांग्रेस। 2019 में पहली बार कांग्रेस 2 सीट जीतने में सफल रही।हालांकि विधानसभा चुनाव के लिहाज से कांग्रेस का यह प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा, क्‍योंकि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 90 में से 68 सीटें जीती थी,जबकि बीजेपी केवल 15 सीट पर सिमट गई थी।

Tags:    

Similar News