Munajir Hasan: नीतीश कुमार को लगा एक और झटका, कैबिनेट में रहे सीएम के इस खास ने मिला लिया उपकेंद्र कुशवाहा से हाथ

Munajir Hasan: बिहार में सियासी घमासान तेज है। विधानसभा चुनाव में अभी करीब दो वर्ष का समय है लेकिन नेताओं के पाला बदलने का सिलसिला लगातार चल रहा है।

Update: 2023-09-18 06:29 GMT

Munajir Hasan पटना। लोकसभा और विधानसभा चुनाव होने में यद्यपि अभी वक्त है। लेकिन राजनीतिक दलों में उठा पटक और एक पार्टी को छोड़कर दूसरी पार्टी में शामिल होने की प्रक्रिया जारी हो गई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक और झटका लगा है उनके पुराने साथी रहे और कैबिनेट के सहयोगी रहे मोनाजिर हसन ने जनता दल यूनाइटेड को छोड़कर अब दूसरी पार्टी में शामिल होने का मन बना लिया है।

बता दें कि कुछ ही महीने पहले नीतीश कुमार को तब एक बड़ा झटका लगा रहा लगा था, जब कभी जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष रहे और पार्टी में नंबर दो की हैसियत पर रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह नीतीश कुमार को झटका देते हुए भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। इसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार का साथ छोड़ा था। अब पूर्व मंत्री और एमपी मोनाजिर हसन ने भी नीतीश कुमार का साथ छोड़ दिया है। हालांकि मोनाजिर ने जनता दल यूनाइटेड से कुछ वक्त पहले ही इस्तीफा दिया था और तब यह कयास लगाए जा रहे थे कि मोनाजिर किसी अन्य पार्टी में जरूर शामिल होंगे और अंततः अब इस मामले का पटाक्षेप हो गया है।

उपेंद्र कुशवाहा का देंगे साथ Munajir Hasan

जदयू से इस्तीफा देने वाले मुनाजिर हसन अब पूर्व केंद्रीय मंत्री और नीतीश कुमार का साथ छोड़कर अपनी अलग पार्टी बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा का साथ देंगे। उपेंद्र कुशवाहा ने भी नीतीश कुमार का ही साथ छोड़कर हाल ही में अपनी नई पार्टी का गठन किया है। उपेंद्र कुशवाहा ने जब नीतीश कुमार का साथ छोड़ा था तब वह जनता दल यूनाइटेड के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष विधान पार्षद भी थे। एक तरफ जहां नीतीश कुमार एनडीए से अलग होकर महागठबंधन के साथ बिहार में अपनी सरकार को चला रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ उपेंद्र कुशवाहा जदयू से अलग होकर अपनी नई पार्टी को बनाए हुए हैं तथा उन्होंने एनडीए में शामिल होकर आगामी चुनाव में लड़ने की बात कही है।

जानिए कौन हैं मोनाजीर Munajir Hasan

हालांकि यह कोई पहला मौका नहीं है जब मुनाजिर हसन जदयू को छोड़कर उपेंद्र कुशवाहा के पार्टी में शामिल होने वाले होंगे दरअसल मोनाजिर इसके पहले राजद और भारतीय जनता पार्टी में भी रह चुके हैं। मोनाजिर हसन जदयू में शामिल होने से पहले राष्ट्रीय जनता दल में थे। फिर नीतीश कुमार ने इनको जदयू में शामिल कराया और विधायक का टिकट दिया, जिसमें मोनाजिर को जीत मिली। फिर नीतीश कुमार ने इनको अपने मंत्रिमंडल में मंत्री भी बनाया। बाद में सन 2009 में मोनाजिर बेगूसराय से सांसद भी चुने गए। हालांकि 2014 में मुनाजिर ने जदयू का साथ छोड़ दिया और फिर वह बीजेपी में शामिल हो गए थे। इसके बाद उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई। जिसके बाद वह फिर भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर वापस जनता दल यूनाइटेड में चले आए थे।

कभी लालू प्रसाद के खास थे मोनाजिर

नीतीश कुमार का साथ छोड़कर उपेंद्र कुशवाहा का दामन थामने वाले मोनाजिर हसन कभी आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के खास सिपाहसालार में से गिने जाते थे। मोनाजिर ने 1995 से लेकर 2009 तक बिहार विधानसभा में प्रतिनिधित्व किया। मोनाजिर 1995 से लेकर 2004 तक जहां राष्ट्रीय जनता दल में रहे, वहीं 2004 से लेकर 2023 तक उन्होंने जनता दल यूनाइटेड में अपना राजनीतिक करियर बनाए रखा। मोनाजिर 1995 से लेकर 2009 तक चार बार मुंगेर से बिहार विधानसभा के लिए चुने गए। 1997 से लेकर 2004 तक वह युवा राष्ट्रीय जनता दल के राज्य अध्यक्ष रहे। 2004 में राबड़ी देवी मंत्रिमंडल में मोनाजिर हसन को कला, संस्कृति और युवा विभाग का मंत्री बनाया गया। जबकि 2005 में नीतीश कुमार ने उनको अपने मंत्रिमंडल में भवन निर्माण विभाग में मंत्री बनाया। मोनाजिर 2009 से लेकर 2014 तक बेगूसराय लोकसभा सीट से भी सांसद चुने गए थे।

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