Nalanda bribery case: रिश्वतखोर जेई गिरफ्तार! बिना रिश्वत फाइल कोनहीं लगाता था हाथ, नालंदा में 20 हजार लेते रंगे हाथ पकड़ा गया
Nalanda bribery case: बिहार के नालंदा में बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर को 20 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए निगरानी विभाग ने रंगे हाथ पकड़ा। स्थानीय लोगों का आरोप बिना पैसे फाइल नहीं चलती थी।
Nalanda bribery case: बिहार के नालंदा में बिजली विभाग का जूनियर इंजीनियर (जेई) नीतीश कुमार रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। बताया जा रहा है कि वह बिना पैसे लिए किसी की फाइल पर हाथ तक नहीं लगाता था। उसकी हरकतों से लोग लंबे समय से परेशान थे। आखिरकार किसी ने निगरानी विभाग में शिकायत कर दी जिसके बाद ट्रैप टीम ने कार्रवाई कर उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।
कनेक्शन के नाम पर मांगे 20 हजार रुपए
मामला इस्लामपुर थाना क्षेत्र के गौरव नगर मोहल्ले का है। जेई अपने किराए के कमरे में बिजली कनेक्शन देने के लिए 20 हजार रुपए की घूस ले रहा था। शिकायतकर्ता आशीष रंजन ने इसकी सूचना निगरानी विभाग को दी थी। जांच में मामला सही पाया गया, जिसके बाद डीएसपी वसीम फिरोज की अगुवाई में टीम गठित की गई। छापेमारी के दौरान जेई और उसके साथ मौजूद मिस्त्री देवेंद्र कुमार दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
फाइल पर काम करने से पहले रिश्वत तय करता था
स्थानीय लोगों का कहना है कि नीतीश कुमार ऐसा अधिकारी था जो बिना रिश्वत तय किए किसी फाइल को हाथ नहीं लगाता था। कई बार लोग छोटे-छोटे काम के लिए महीनों तक उसके चक्कर लगाते रहते थे। कुछ ने बताया कि वह “पहले पैसा, फिर काम” की नीति पर चलता था। यही वजह थी कि लोग उसके खिलाफ खुलकर शिकायत करने लगे थे।
निगरानी विभाग की सख्त कार्रवाई
निगरानी विभाग ने बताया कि जैसे ही शिकायत सत्य पाई गई, तुरंत ट्रैप की योजना बनाई गई। मौके पर 20 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए जेई को पकड़ा गया। दोनों आरोपियों को निगरानी थाना पटना लाया गया है। विभाग ने कहा कि आगे भी इसी तरह की शिकायतों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
स्थानीय लोगों ने जताई खुशी
गांव और आसपास के लोगों में इस कार्रवाई के बाद राहत है। कई लोगों ने कहा कि विभाग को ऐसे भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ लगातार अभियान चलाना चाहिए, ताकि आम जनता को राहत मिले। फिलहाल जेई और मिस्त्री दोनों को निगरानी कोर्ट में पेश किया जाएगा।