CG SET Exam News: परीक्षा के 10 माह बाद भी नहीं आया सीजी सेट एग्जाम का परिणाम, एक लाख से अधिक युवाओं काे है रिजल्ट का इंतजार...
CG SET Exam News: परीक्षा के 10 माह बाद भी राज्य पात्रता परीक्षा का परिणाम घोषित नहीं हो सका है। जिसके चलते विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। इस बीच नेशनल स्तर की नेट परीक्षा दो बार हो चुकी है, पर राज्य स्तर की परीक्षा का परिणाम तक जारी नहीं किया जा सका है। परिणाम का तकरीबन एक लाख परीक्षार्थियों को इंतजार है।

CG SET Exam News: रायपुर। परीक्षा के 10 माह बीत जाने के बाद भी राज्य पात्रता परीक्षा 2024 के परिणाम अब तक जारी नहीं हो पाया है। खास बात यह है कि इस बीच नेशनल लेवल की नेट एग्जाम दो बार आयोजित हो चुकी है। परीक्षा का परिणाम जारी नहीं होने से इसका बुरा असर यहां के युवाओं के भविष्य में पड़ रहा है।
महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में सहायक प्राध्यापक की भर्ती और पीएचडी के लिए अनिवार्य योग्यता परीक्षा नेट का आयोजन राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा एजेंसी यूजीसी करती है, ठीक इस प्रकार राज्य स्तर में सेट परीक्षा ली जाती है। सेट परीक्षा में क्वालीफाई विद्यार्थी असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर पीएससी द्वारा निकाली गई वैकेंसी को भरने के लिए पात्र होते हैं। यह परीक्षा व्यावसायिक परीक्षा मंडल छत्तीसगढ़ द्वारा ली जाती है। वर्ष 2024 में आयोजित की गई पात्रता परीक्षा के परिणाम 10 माह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद भी अब तक जारी नहीं हुए है। जिसके चलते परीक्षार्थियों में हताशा फैल गई है और वह अपने भविष्य के लिए सशंकित हैं।
सेट एग्जाम के लिए 5 मार्च 2024 को अधिसूचना जारी करते हुए विज्ञापन जारी किया गया था। इसके लिए 13 मई से 9 जून तक आवेदन जमा किए गए थे। 15 जुलाई को एडमिट कार्ड जारी हुआ और 21 जुलाई 2024 को 19 विषयों की परीक्षा ली गई।
परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी हुए एक वर्ष का समय बीत गया है और परीक्षा संपन्न हुए 10 माह से अधिक समय हो गया है। 19 विषयों के लिए एक लाख से अधिक परीक्षार्थियों ने परीक्षा दिलाई थी। परीक्षार्थी परिणाम की प्रतीक्षा में हैं। महाविद्यालयों और विद्यालयों में सहायक प्राध्यापक बनने का उनका सपना,सपना ही बन कर रह गया है।
रिजल्ट जारी करने की बजाय, पूछा दिव्यांगता का प्रकार
एक तरफ 10 माह से परीक्षा होने के बावजूद रिजल्ट घोषित नहीं किया गया है। दूसरी तरफ दिव्यांगता का प्रतिशत पूछने व्यापमं ने नोटिस निकाला है। 14 मई को जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि परीक्षा के लिए मंगवाए गए आवेदन में पूछा गया था कि क्या आप दिव्यांग हैं? इसमें हां में जानकारी भरने वालों से अब दिव्यांगता का प्रकार पूछा गया है। दिव्यांगता पूछने वाले व्यापमं को रिजल्ट घोषित करने की ओर ध्यान नहीं है।
नेशनल लेवल की परीक्षा वर्ष में दो बार,पर राज्य स्तर में परिणाम भी जारी नहीं
असिस्टेंट प्रोफेसर और पीएचडी के लिए राष्ट्रीय स्तर की संस्था यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन यूजीसी नेट का आयोजन करता है। यह परीक्षा वर्ष में दो बार अर्थात हर 6 माह में आयोजित होती है। इसमें विषय भी व्यापक होते हैं और कई विषयों की परीक्षा ली जाती है। जबकि व्यापम ने मात्र 19 विषयों के लिए राज्य पात्रता परीक्षा आयोजित की थी। उसके भी परिणाम नोटिफिकेशन जारी होने के वर्ष भर बाद और परीक्षा के दस माह बाद जारी नहीं हो पा रहे है। छोटे से राज्य में राज्य स्तर की परीक्षा का इतने लंबे समय तक परिणाम जारी नहीं होने से व्यापम की कार्यप्रणाली प्रणाली समझा जा सकता है और यह भी जाना जा सकता है कि व्यापम उच्च शिक्षित बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ किस कदर खिलवाड़ कर रहा है।
जानकारी लेने पहुंचने पर होता है दुर्व्यवहार
व्यापमं द्वारा आयोजित सेट परीक्षा दिलाने वाले परीक्षार्थियों ने बताया कि दस माह बाद भी रिजल्ट घोषित नहीं होने पर वे जब व्यापम के एग्जाम कंट्रोलर के पास जाते हैं तो वे सीधे मुंह बात करने को भी तैयार नहीं होते, कहते हैं कि मैं तुम लोगों की जितनी बात सुनूंगा उतना रिजल्ट जारी करने नए और विलंब होगा। परीक्षार्थियों के अनुसार एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री सुशासन की बात कर रहे हैं वही उनके ही प्रदेश के युवा एक पात्रता परीक्षा के रिजल्ट के लिए जगह-जगह भटक रहे हैं। युवाओं के अनुसार ऐसे अधिकारियों ने सुशासन जैसे शब्दों का मजाक बना रखा है।