एम्स के डायरेक्टर नागरकर ने कहा…कोरोना से डरिये मगर घबराइए नहीं, 60 दिन बेहद सतर्कता के, मौतें सिर्फ कोरोना से नहीं, प्रतिरोधक क्षमता के कारण छत्तीसगढ़ में रिकवरी रेट आउटस्टैंडिंग

Update: 2020-07-26 08:18 GMT

रायपुर,26 जुलाई 2020। कोविड-19 को लेकर लगातार चिंताजनक समाचार मिल रहे हैं। कोविड संक्रमण की बढ़ती चेन को तोड़ने राज्य सरकार ने लॉकडॉउन किया है, हालाँकि यह भी सही है कि जब तक कि दवा की इजाद नहीं होती तब तक और कोई कारगर विकल्प भी नहीं है।
एम्स डायरेक्टर डॉ नितिन नागरकर की हिदायत है कोविड संक्रमण से जूझते इस प्रदेश के लोगों को आने वाले दो महिने अतिरिक्त सावधानी की जरुरत है। हालाँकि जो रिकवरी रेट है वह बेहद शानदार है और शायद आने वाले समय में यह शोध का विषय भी बन सकता है।
एम्स के डायरेक्टर डॉ नितिन नागरकर ने NPG.NEWS से कहा,
“ कोविड-19 से बिलकुल डरना चाहिए.. पर इस डर के मायने है कि सतर्कता बरती जाए.. वायरस के अपने गुणसूत्र होते हैं और जो हम देख समझ पा रहे हैं, उसके अनुसार ये दो महिने बेहद ही सावधानी की माँग करते है.. नागरिकों को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी होगी”
कोविड-19 से संक्रमित मरीज़ों के मौतों के आँकड़े को लेकर डॉ नितिन नागरकर ने स्पष्ट किया
“जो मौतें हुई हैं उनमें मरीज़ को कोविड-19 था, लेकिन इसके साथ साथ उन्हे दीर्घकालिन रोग या कि गंभीर प्रकृति के रोग थे जो घातक स्थिति में थे, इसलिए अगर आप यह कहते हैं कि कोविड-19 से मौत हुई तो वह अधुरी बात है..कोविड 19 ने पूर्व से मौजुद रोग की गंभीरता को कम नहीं होने दिया और मृत्यु हो गई”
छत्तीसगढ़ में रिकवरी रेट को लेकर एम्स उत्साहित है। डॉ नागरकर ने कहा –
“कोई दो मत नहीं है कि, रिकवरी रेट बेहद शानदार है, इसके पीछे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता का बेहद अहम योगदान है, छत्तीसगढ़ के लोगों की इस क्षमता को लेकर शायद आगे चल कर शोध हो..”
डॉ नितिन नागरकर ने दोहराया –
“सतर्कता की आवश्यकता इन दो महिनों में अपने चरम पर होगी.. किसी भी तरह की लापरवाही खुद के लिए परेशानी का सबब बन सकती है.. इसलिए सतर्क रहना सबसे जरुरी है.. जो दिशा निर्देश हैं उनका पालन जरुरी है”

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