Mahasamund News: फिरौती के लिए अपहरण के बाद कर दी हत्या, पुलिस से बचने छत्तीसगढ़ में फेंक दी लाश...

Mahasamund News: ओढ़िशा से फिरौती के लिए अपहरण के बाद युवक की हत्या कर दी. पुलिस से बचने छत्तीसगढ़ में लाश फेंक दी। मृतक युवक अपने मां बाप का इकलौता संतान था. 15 दिनों पहले ही उसकी शादी हुई थी। महासमुंद पुलिस ने नाबालिग समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर अंधे कत्ल का खुलासा किया है।

Update: 2025-05-13 15:12 GMT

Mahasamund News: महासमुंद। ओडिशा से अपहरण कर युवक की हत्या करने और शव को छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के जंगल में फेंक देने के सनसनीखेज मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मृतक का फिरौती के लिए ओढ़िशा से अपहरण किया गया था और हत्या कर छत्तीसगढ़ में लाश फेंक दी थी। पुलिस ने मामले में एक नाबालिग समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामला कोमाखान थाना क्षेत्र का है।

कोमाखान थाना क्षेत्र के ग्राम कसेकेरा टोंगोपानी के जंगल में बीते नौ मई को एक अज्ञात युवक का शव मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की थी। शव के मुंह, चेहरे और हाथों को प्लास्टिक के सेलो टेप से लपेटा गया था। जांच के बाद पुलिस ने ओडिशा के तीन युवकों और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है। चौंकाने वाली बात यह रही कि मृतक की शादी महज 15 दिन पहले ही हुई थी और वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था।

महासमुंद जिले के कोमाखान पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम कसेकेरा टोंगोपानी के पास सुनसान जगह पर एक व्यक्ति का शव पड़ा है। शव के मुंह, चेहरों और हाथों को सेलोटेप से लपेटा गया था। शव का पोस्टमार्टम कराए जाने पर डॉक्टर ने दम घुटने से मौत और हत्या की पुष्टि की। इसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

पुलिस ने हत्या के सभी संभावित बिंदुओं की जांच करते हुए संदिग्धों की पत्तासाजी प्रारंभ की और इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस भी जुटाए। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य और स्थानीय पूछताछ के आधार पर शव की पहचान मानस रंजन त्रिपाठी पिता मनबोध त्रिपाठी, निवासी शक्तिनगर, नुआपड़ा (ओडिशा) के रूप में की। जांच के दौरान पता चला कि मृतक को आखिरी बार परसू डडसेना के साथ देखा गया था। संदेही परसू को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जहां उसने जुर्म कबूल कर लिया।

संदेही परसू डडसेना ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि अपने साथी गणपत डडसेना, सरोज डडसेना और एक नाबालिग के साथ मिलकर फिरौती के इरादे से मानस का अपहरण किया गया था। युवकों ने मानस को सुखसागर रेस्टोरेंट के पास से अगवा कर गणपत के टवेरा वाहन से जंगल तक पहुंचाया। इसके बाद पकड़े जाने के डर से जंगल में ही उसकी हत्या कर लाश फेंक दी। पुलिस ने तीनों युवकों को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया है। नाबालिग को न्यायिक अभिरक्षा में रखा गया है।

गिरफ्तार आरोपी:–

1. परसू डडसेना पिता बसंत राम आयु 20 वर्ष निवासी ग्राम मौहाभाटा थाना नुआ पाड़ा

2. गणपत डड़सेना पिता सुरेश डडसेना आयु 27 वर्ष निवासी मौहा भाटा

3. सरोज डडसेना पिता बीर सिंह डडसेना आयु 24 वर्ष निवासी गरतोर थाना नुआ पाड़ा उड़ीसा

4. विधि से संघर्षरत बालक

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