Wrestlers Protest: WFI अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ FIR की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे पहलवान, जानिए पूरा मामला

Wrestlers Protest: विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) सहित अन्य सात पहलवानों (Seven Wrestlers) ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। रविवार को शुरू हुआ धरना दूसरे दिन भी जारी है।

Update: 2023-04-24 11:17 GMT

Wrestlers Protest: विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) सहित अन्य सात पहलवानों (Seven Wrestlers) ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। रविवार को शुरू हुआ धरना दूसरे दिन भी जारी है। 7 महिला पहलवानों ने कल WFI अध्यक्ष के खिलाफ कल थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी। जिसके बाद दिल्ली पुलिस एक्टिव हो गई है। दिल्ली पुलिस की ओर से आज यानी सोमवार को एक बयान जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध के बीच दिल्ली पुलिस ने उनकी शिकायत की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने खेल मंत्रालय द्वारा गठित जांच कमेटी से रिपोर्ट मांगी है। 

पहलवानों (Seven Wrestlers) ने कुश्ती महासंघ (Wrestling Federation) के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह (President Brij Bhushan Singh) के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका (Petition in Supreme Court) दी है। बता दें कि पहलवानों ने 3 दिन पहले ही कनॉट प्लेस पुलिस (Connaught Place Police) में बृजभूषण के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज नहीं किया। इसको लेकर पहलवान एक बार फिर से धरने पर बैठ गए हैं। दिल्ली (Delhi) के जंतर-मंतर (Jantar Mantar) पर कल से ही कई पहलवान धरने पर बैठे हैं। वहीं, आज पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में याचिका दायर कर दी है। सुप्रीम कोर्ट में याचिका देते हुए बृजभूषण सिंह के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। दूसरी ओर कुश्ती संघ के चुनाव (Wrestling Association Elections) पर खेल मंत्रालय ने रोक लगा दी है। यह चुनाव अगले महीने होने वाले थे।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर उत्पीड़न का आरोप लगाया जा रहा है। इसको लेकर पहलवानों ने इसी साल के जनवरी महीने में भी प्रदर्शन किया था, इस दौरान इस मामले को लेकर खूब राजनीति भी हुई थी। खेल मंत्रालय (Sports Ministry) ने पहलवानों के आरोपी पर बृजभूषण के खिलाफ जांच करने के लिए एक कमेटी (Committee) भी बनाई थी। कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट भी सौंप दी, लेकिन फिर भी बृजभूषण के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में पहलवानों ने एक बार फिर से बृजभूषण के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पहलवानों का कहना है कि जब तक WFI अध्यक्ष को जेल नहीं भेज दिया जाता है, तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।

दूसरी ओर पहलवान बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) ने बृजभूषण के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सभी से सहयोग मांगी है। उन्होंने राजनीतिक दलों को भी धरना प्रदर्शन में शामिल होने का न्योता दिया है। पूनिया ने कहा कि चाहे बीजेपी, आम आदमी पार्टी या फिर कांग्रेस हो, सभी दल धरना प्रदर्शन में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने फिर से स्पष्ट किया कि हम किसी भी पार्टी से ताल्लुक नहीं रखते हैं, लेकिन हमें जो भी समर्थन देंगे, उनका हम स्वागत करेंगे।

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बता दें कि जनवरी में जब रेसलर्स इसी मांग को लेकर धरने पर बैठे थे, तब उन्होंने कहा था कि यह राजनीतिक धरना नहीं है, लिहाजा किसी नेता को आने की जरूरत नहीं है। रेसलर्स की इस चेतावनी के बावजूद 19 जनवरी को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party of India) नेता वृंदा करात भी पहलवानों के समर्थन में जंतर मंतर पहुंची। वे मंच पर भी चढ़ गईं, लेकिन रेसलर्स ने उन्हें माइक तक पहुंचने से पहले ही रोक दिया और मंच से नीचे उतार दिया। रेसलर बजरंग पूनिया ने उनसे कहा था कि इस मंच को राजनीति का अड्डा मत बनाइए।

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