How to Care for Your Banarasi Sarees: 50 साल पुरानी बनारसी साड़ी भी लगेगी नई सी, अगर इन आसान टिप्स से की केयर
How to Care for Your Banarasi Sarees: मां की 50 साल पुरानी बनारसी साड़ी पहन के जब कोई शादी अंटैंड करने जाती हूं तो उसकी ठसक अलग ही होती है। मेरा काॅन्फिडेंस हाई रहता है क्योंकि बनारसी साड़ी की भव्यता ही अलग होती है।
How to Care for Your Banarasi Sarees: मैं आज भी अपनी मां की 50 साल पुरानी बनारसी साड़ी पहन के जब कोई शादी अंटैंड करने जाती हूं तो उसकी ठसक अलग ही होती है। मेरा काॅन्फिडेंस हाई रहता है क्योंकि बनारसी साड़ी की भव्यता ही अलग होती है। मुझे यह भी पता होता है कि अधिकतर परिचित महिलाएं उसे देखकर जैलेस फील करेंगी। लेकिन ये भी तय है कि आज की डेट में उतनी ही अच्छी बनारसी साड़ी खरीदना आसान नहीं होगा क्योंकि उसकी कीमत लाख रुपए तक जाएगी। इसलिए अगर आपके पास भी अपनी मां की बनारसी साड़ियां हैं तो उनकी केयर इतनी अच्छी तरह करें कि वे आपके ही नहीं आपकी बेटी या बहू के भी काम आएं। तो चलिए जानते हैं बनारसी साड़ियों की केयर करने के कुछ ईज़ी टिप्स जिससे वे पीढ़ी दर पीढ़ी काम आएं,अच्छी बनी रहे।
फंक्शन से लौटकर बनारसी साड़ी तुरंत फोल्ड न करें
जब भी आप किसी फंक्शन से लौटें तो अपनी बनारसी साड़ी को तुरंत फोल्ड करके ना रखें। इसे 2 से 3 घंटे किसी बैड आदि पर फैला कर रख दें। आपकी साड़ी पर जो भी नमी आई है, पंखे की हवा में वह सूख जाएगी जिससे आपकी साड़ी की उम्र बढ़ेगी।
साड़ी कवर में पैक करें
इसके बाद बनारसी साड़ी को पैक करें। इसे कभी भी प्लास्टिक के बैग में न सहेजें। अपनी बनारसी साड़ी को पैक करने के लिए हमेशा साड़ी कवर खरीदें और हो सके तो उसके भी अंदर मलमल के कपड़े से लपेट कर सपाट रखें। मलमल का कपड़ा बहुत ही साॅफ्ट होता है जो बनारसी साड़ी पर सोने-चांदी से हुई बारीक कढ़ाई को सहेज कर रखता है। मलमल का कपड़ा ना हो तो कम से कम कपड़े के साड़ी कवर में ही इसे सहेजें। बनारसी साड़ी के कारीगरों के अनुसार प्लास्टिक नमी को सोख लेता है, जिससे साड़ी में फंगस लग सकती है और इसकी ज़री काली या डल हो सकती है।
हैंगर में लटकाने से बचें
साड़ी को कभी भी हैंगर में लटका कर ना रखें। इससे साड़ी की बनावट खराब होती है। कपड़ा स्ट्रेच होता है। खासकर मेटल के हैंगर का तो इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें क्योंकि इससे साड़ी की परत में जंग लगने की गुंजाइश होती है और मुलायम कपड़े पर जोर भी पड़ता है। अगर लटका के रखना जरूरी है तो गद्देदार या कोट की तरह के मोटे हैंगर या वुडन हैंगर का इस्तेमाल करें।
बनारसी साड़ी की फोल्ड बदलते रहें
अपनी बनारसी साड़ी को लंबे समय तक एक ही तह में ना रहने दें। हर दो- तीन महीने में इसके फोल्ड बदलते रहें। इससे तह पक्की नहीं होगी और बनारसी साड़ी का कपड़ा खराब नहीं होगा।
ड्राई क्लीनिंग ही बेस्ट, सख्त डिटर्जेंट कभी नहीं
बनारसी साड़ी को हमेशा ड्राई क्लीन करवा कर ही सहेजें। इससे साड़ियां लंबी चलती हैं। भूल कर भी कभी बनारसी साड़ी को धोने के लिए सख्त डिटर्जेंट का इस्तेमाल न करें। अगर कोई छोटा-मोटा दाग धब्बा लग गया हो तो सॉफ्ट डिटर्जेंट का घोल बनाएं और उसमें एक रुमाल भिगोएं और उसे दाग पर थपथपाएं। कुछ देर में दाग हल्का हो जाएगा। डिटर्जेंट में भीगे रुमाल को दाग पर रगड़ने की गलती ना करें।
उल्टी तरफ से करें आयरन
बनारसी साड़ी की सलवटें हटाने के लिए उसे हमेशा उल्टी तरफ से आयरन (प्रेस) करें। खासकर ज़री वाले बॉर्डर पर एक पतला कपड़ा रख लें और उसके ऊपर से प्रेस करें। इससे ज़री खराब नहीं होगी।
नैप्थलीन बॉल्स पास में ना रखें
आमतौर पर महिलाएं अपनी साड़ियों को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए सूटकेस या ट्रंक आदि में नैप्थलीन बॉल्स डाल देती हैं। लेकिन बनारसी साड़ियों के आसपास नैप्थलीन बॉल्स डालने से बचें। उसके बजाए नीम का सूखा पाउडर या फिर सिलिका जेल का पैकेट रखें।
बनारसी साड़ी के साथ नुकीले गहने ना पहनें
बनारसी साड़ी को लंबी उम्र देने के लिए एक बात का विशेष ध्यान रखें कि उसके साथ नुकीले यानी चुभने वाले गहने ना पहनें। ये उसकी ज़री से उलझ जाएंगे और ज़री को खराब करेंगे।
बनारसी साड़ी पर परफ्यूम ना डालें
जब भी आप किसी शादी में जाने के लिए तैयार हों तो साड़ी के ऊपर परफ्यूम ना डालें। परफ्यूम या डियो से बनारसी साड़ी जल्दी खराब होती है।
समय-समय पर जांचें
कुछ ऐसे कीड़े होते हैं जो साड़ी या लंबे समय से रखे कपड़ों पर लग जाते हैं। इसलिए समय समय पर अपनी बनारसी साड़ियों को खोलकर जांचते रहें।
डायरेक्ट धूप न लगाएं
बनारसी साड़ी को कभी कभार हवा लगाना अच्छा रहता है लेकिन इसका यह अर्थ नहीं है कि आप उसे कड़क धूप में डाल दें। आपको संग्रहित बनारसी साड़ी को सुखाना चाहिए लेकिन एक शैड के नीचे। बनारसी साड़ी पर डायरेक्ट धूप न लगने दें।
साड़ी को हमेशा ठंडी और सूखी जगह पर रखें
अपनी बनारसी साड़ी को हमेशा ठंडी और सूखी जगह पर सहेजें। इसे नमी से बचा कर रखें।