रमन का भविष्य अंधकार में: सीएम बोले- पूर्व सीएम ने खैरागढ़ को अपनी मातृभूमि बताया था, इसलिए कांग्रेस की रिकॉर्ड मतों से जीत उनके लिए अलार्मिंग

सीएम भूपेश ने कहा- जिला बनाना भी जीत का एक कारण हो सकता है, लेकिन सबकुछ वही नहीं है

Update: 2022-04-17 13:55 GMT

रायपुर, 17 अप्रैल 2022। खैरागढ़ उपचुनाव में रिकॉर्ड मतों से जीत के बाद सीएम भूपेश बघेल ने फिर दोहराया है कि यह जीत सिर्फ जिले की घोषणा के कारण नहीं है। उन्होंने कहा कि जिला बनाना भी जीत का एक कारण हो सकता है, लेकिन सबकुछ वही नहीं है। यदि जिला बनाने से ही विधानसभा चुनाव जीतते तो रमन सिंह ने तो 9 नए जिले बनाए थे, लेकिन जीते सिर्फ मुंगेली में ही। बाकी सब हार गए थे। पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह द्वारा खैरागढ़ उपचुनाव के परिणाम को अलार्मिंग बताए जाने पर सीएम बघेल ने कहा कि यह उनके लिए अलार्मिंग है, क्योंकि उन्होंने खैरागढ़ को अपनी मातृभूमि बताया था। वहां बुरी तरह से पराजित हो गए। पूरी ताकत झोंके थे। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को लाए, केंद्रीय मंत्रियों को भी लाए, पूरे प्रदेशभर के नेता जुटे और बुरी हार हारे। निश्चित रूप से उनका राजनीतिक भविष्य अंधकारमय दिखाई देता है।

केंद्र सरकार के सामने भाजपा सांसदों की बोलती बंद

सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार ने सीआरपीएफ डिप्लॉयमेंट पर जो राशि खर्च की जाती है, उसके 11 हजार करोड़ राज्य के हिस्से से काट दिए। 13000 करोड़ सेंट्रल एक्साइज का काट लिया। जीएसटी क्षतिपूर्ति देना जून में बंद हो जाएगा। चार हजार करोड़ से अधिक की राशि कोयले में जो पेनाल्टी लगी है, उसका मिलना बाकी है। यह राशि मिलती तो राज्य के विकास में बड़ा हिस्सा होता। छत्तीसगढ़ में भाजपा के सांसद हैं, उनकी इस मामले में बोलती बंद है, क्योंकि केंद्र में भाजपा की सरकार है।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस शोषित व केंद्र आश्रित प्रदेश बन गया

केंद्र सरकार द्वारा राशि नहीं दिए जाने के सीएम बघेल के आरोपों पर भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस शोषित और केंद्र आश्रित प्रदेश बन चुका है। केंद्र सरकार से लगातार मदद मिल रही है। इस पर कांग्रेस सरकार को पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहिए, लेकिन वे अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री द्वारा लगातार भ्रामक जानकारियां देना प्रदेश के लिए चिंतनीय विषय है। साय ने कहा कांग्रेस के सारे नेता प्रतिदिन अलग-अलग आंकड़ा जारी करते हैं। कोई कहता है केंद्र से 20 हजार करोड़ लेना है, कोई कहता है 22, कोई 25 और कोई 30 हजार करोड़। इस प्रकार के अलग-अलग बयानों ने ही कांग्रेस की विश्वसनीयता को खत्म कर दिया है।

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