Loksabha Chunav 2024: अपना निपटा अब दूसरे राज्‍यों के चुनावी मोर्चे पर नेता: सीएम ओडिशा तो पूर्व सीएम पहुंचे उत्‍तर प्रदेश

Loksabha Chunav 2024: छत्‍तीसगढ़ में सभी 11 लोकसभा सीटों पर मतदान की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। यहां चुनावी गहमा-गहमी अब शांत हो गई है। ऐसे में अब बड़े नेता दूसरे राज्‍यों में पार्टी का चुनावी मोर्चा संभालने निकल पड़े हैं।

Update: 2024-05-09 14:58 GMT

Loksabha Chunav 2024: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में चुनावी गहमा-गहमी थम गई है। 7 मई को राज्‍य की 7 सीटों पर मतदान के साथ ही राज्‍य की सभी 11 सीटों पर वोटिंग की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। लेकिन देश कई राज्‍यों में अभी मतदान बाकी है, जो इस महीने के अंत तक चलेगा। वहीं, आचार संहिता 6 जून तको चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक लागू रहेगी। ऐसे में प्रदेश के नेताओं का दूसरे राज्‍यों की चुनावी यात्रा शुरू हो गई है। छत्‍तीसगढ़ के ज्‍यादातर नेता पड़ोसी राज्‍य ओडिशा का दौरा कर रहे हैं। वहां लोकसभा के साथ विधानसभा का भी चुनाव चल रहा है।

मुख्‍यमंत्री विष्‍णुदेव साय आज ओडिशा के दौरे पर थे। साय ने वहां आज कोरापुट के लक्ष्मीपुर में जनसभा को संबोधित किया। साथ ही बीजेपी के लिए चुनाव प्रचार भी किया। वहीं, बीजेपी के प्रदेश अध्‍यक्ष किरण सिंहदेव भी आज ओडिशा के दौरे पर थे। उन्‍होंने रायगड़ा जिले के गुनपुर में प्रबंधन समिति की बैठक ली।

बघेल पहुंचे रायबरेली

उधर, कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल आज रायबरेली पहुंच गए हैं। रायबरेली से राहुल गांधी चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस ने भूपेश बघेल को वहां का आब्‍जर्वर बनाया है। पार्टी नेताओं के अनुसार अब रायबरेली में मतदान होने तक बघेल वहीं कैंप करेंगे। बता दें कि कांग्रेस ने बघेल को रायबरेली और राजस्‍थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत को अमेठी सीट का आब्‍जर्वर बनाया है।

अडानी-अंबानी पर गरमाई राजनीति

इस बीच अडानी-अंबानी को लेकर प्रदेश की राजनीति में बयानबाजी तेज हो गई है। इसकी शुरुआत पूर्व सीएम बघेल ने की। रायबरेली रवाना होने से पहले उन्‍होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर अटैक करते हुए कहा कि मोदी जी पर अब उम्र का असर होने लगा है, उनकी बातों से साफ पता चलता है कि अडानी-अंबानी के सामने उनकी कुछ नहीं चलती। वो अडानी अंबानी से डरते हैं। अडानी-अंबानी के घरों से टैंपो भर-भर के पैसा निकल गया और मोदी जी खामोश देखते रह गए।

बघेल के बयान पर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने पलटवार किया। कहा है कि अडानी-अंबानी के नाम पर कांग्रेस में छाए इस सन्नाटे का सबब देश जानना चाहता है। पिछले 5 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ इन नामों को लेकर कांग्रेस का हर मुंह अनर्गल प्रलाप कर रहा था और अब कांग्रेसियों की चुप्पी बता रही है कि कांग्रेस की पूरी दाल ही काली हो चुकी है। कुछ दिन पहले तक कांग्रेस नेता राहुल, खड़गे, प्रियंका, सोनिया हों या फिर स्वयं भूपेश बघेल हों, लगातार अडानी-अंबानी के बहाने सरगुजा में कोल प्लांट और पेड़ कटाई की बात को लेकर बेसुरा ढोल पीटते घूम रहे थे, आजकल खामोश हो गए हैं। अचानक इस खामोशी का कारण किसी को समझ नहीं आया, इसलिए प्रश्न उठना लाजिमी है।

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