मुसवा-शेर के बीच कूदे भगत: खाद्य मंत्री ने कहा- रमन और भूपेश को खड़ा कर दें तो पता चल जाएगा कौन मोटाया, कौन मुसवा है

Update: 2022-11-18 13:08 GMT

रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व और वर्तमान मुख्यमंत्री के बीच मुसवा और शेर को लेकर सियासी बयानबाजी में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत भी कूद पड़े। मीडिया से बातचीत में भगत से जब पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के सोशल मीडिया पोस्ट और उस पर सीएम भूपेश बघेल के बयान को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि दोनों को खड़ा दें तो लोग देखकर बता देंगे कि कौन मोटाया है और कौन मुसवा है। भगत ने कहा कि सीएम भूपेश और पूर्व सीएम रमन को देखकर लोग बता देंगे कि कौन मोटा है, कौन माल खाया है। कौन मुसवा से शेर टाइम मोटा हुआ, यह दिख जाएगा। रमन सिंह ने 15 साल तक खाया है।

दरअसल, गुरुवार को भानुप्रतापपुर उपचुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम ने नामांकन जमा किया। इसमें पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह और अन्य नेताओं ने भी हिस्सा लिया। इसके बाद चारामा में एक सभा हुई। इस सभा में भाजपा के सभी दिग्गज नेता शामिल हुए। रमन सिंह ने चूहे और शेर की कहानी सुनाकर कहा कि आप मन के वोट पा के एक मुसवा ह बघवा बने बइठे हवय अऊ हमर छत्तीसगढ़ ला दांत देखावत हे। ए दारी कमल के बटन ल दबाना हे अऊ ये नकली बघवा ला फेर मुसवा बनाना हे। रमन सिंह ने सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया।

इसे लेकर सीएम भूपेश बघेल ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि रमन सिंह एक छत्तीसगढ़िया किसान को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें कभी चूहा, कभी बिल्ली तो कभी कुत्ता बोल रहे हैं। छत्तीसगढ़िया किसान को लेकर ऐसे विशेषण रमन सिंह की सामंती प्रवृत्ति को दर्शाता है।


राशन वितरण की सतत निगरानी

खाद्य मंत्री भगत ने अपने निवास कार्यालय सरगुजा कुटीर में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि राज्य में बिना किसी व्यवधान के समस्त राशन कार्डधारियों को उनकी पात्रता के अनुसार उचित मूल्य दुकानों से राशन का वितरण किया जा रहा है। राशन वितरण की व्यवस्था पर सतत निगरानी रखी जा रही है। सभी राशन दुकानों का स्टाक मिलान कर इसकी जानकारी शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश भी जिला स्तरीय अधिकारियों को दिए गए हैं।

नवम्बर में भी राशन कार्डधारियों को निर्बाध रूप से राशन वितरण जारी है। पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत भी माह अक्टूबर और नवम्बर का चावल हितग्राहियों को वितरित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हालांकि उनके संज्ञान में माह नवम्बर में राशन वितरण संबंधी कुछ शिकायतें मिली थी, जिसका निराकरण कर लिया गया है।

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