CBI Raid: रिश्वत नेटवर्क का पर्दाफाश, अफसर के घर में मिला नोटों का पहाड़! 2.62 करोड़; 9 लग्ज़री फ्लैट और महंगी घड़ियां जब्त
Guwahati CBI Raid: बक्सों में भरे नोट, फर्श पर बिखरे गड्डियां, और साथ में महंगी घड़ियां। नोट इतने कि गिनती मुश्किल हो जाए।
Guwahati CBI Raid: बक्सों में भरे नोट, फर्श पर बिखरे गड्डियां, और साथ में महंगी घड़ियां। नोट इतने कि गिनती मुश्किल हो जाए। ये नज़ारा उस वक्त दिखा जब CBI ने NHIDCL के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और रीजनल ऑफिसर रीतेन कुमार सिंह के घर और दफ्तर पर छापे मरी की। CBI ने इस अफसर को 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा था। इसके बाद जब उसके ठिकानों की तलाशी हुई, तो घर से दौलत का ऐसा अंबार निकला जिसे देखकर जांच अधिकारी भी हैरान रह गए।
CBI ने बताया कि रिश्वत की यह रकम एक निजी कंपनी मेसर्स मोहन लाल जैन की ओर से दी जा रही थी। कंपनी का प्रतिनिधि विनोद कुमार जैन भी इस डील में शामिल था। यह पैसा Extension of Time और Completion Certificate जारी करवाने के बदले लिया जा रहा था। यह ठेका असम में नेशनल हाईवे-37 के चार लेन वाले प्रोजेक्ट से जुड़ा था।
CBI की टीम ने दोनों आरोपियों रीतेन कुमार सिंह और विनोद कुमार जैन को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। स्पेशल CBI जज असम गुवाहाटी की अदालत ने उन्हें तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
छापेमारी में मिला दौलत का खज़ाना
CBI ने गुवाहाटी, गाज़ियाबाद और इंफाल में छापेमारी की। जांच में करोड़ों की संपत्ति, ज़मीन और निवेश से जुड़े दस्तावेज़ बरामद हुए। CBI ने बरामद हुए सामानों की लिस्ट जारी की है
नकद 26200000 रुपये, दिल्ली-एनसीआर में 9 लग्ज़री अपार्टमेंट, 1 ऑफिस स्पेस और 3 प्लॉट, बेंगलुरु में 1 लग्ज़री अपार्टमेंट और 1 प्लॉट, गुवाहाटी में 4 प्रीमियम फ्लैट और 2 प्लॉट, इंफाल वेस्ट में 2 होमस्टेड प्लॉट और 1 कृषि भूमि, 6 लग्ज़री गाड़ियों के दस्तावेज, 2 महंगी घड़ियां और 100 ग्राम की चांदी की बार, CBI ने कहा कि ज़्यादातर संपत्तियां रीतेन कुमार सिंह और उनके परिवार के नाम पर खरीदी गई हैं। एजेंसी के मुताबिक़ इनकी असली कीमत दस्तावेजों में दर्ज रकम से कहीं ज़्यादा लगती है।
जांच अभी जारी है
CBI अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि रिश्वत की यह रकम किन-किन प्रोजेक्ट्स से जुड़ी थी और इसमें कौन-कौन शामिल था। एजेंसी ने अफसर के बैंक खातों, संपत्तियों और कंपनियों से जुड़े लेनदेन की जांच शुरू कर दी है। CBI का कहना है कि यह मामला संगठित भ्रष्टाचार नेटवर्क की ओर इशारा करता है जो सरकारी ठेकों में बड़े पैमाने पर सक्रिय है।
NHIDCL और CBI का रुख़
NHIDCL ने बयान जारी करते हुए कहा है कि संस्था भ्रष्टाचार के मामलों में ज़ीरो टॉलरेंस नीति पर काम करती है। रीतेन कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। CBI ने कहा कि बरामद संपत्तियों की फोरेंसिक वैल्यूएशन की जाएगी और हर दस्तावेज़ की जांच की जा रही है।