Bharat Taxi 2025 Launch Date: देश भर के ड्राइवरों के लिए खुशखबरी! सरकार की नई टैक्सी सर्विस ओला-उबर को टक्कर देने को तैयार, ड्राइवर रखेगा पूरी कमाई

Bharat Taxi 2025 Launch Date: केंद्र सरकार ला रही है देश की पहली सहकारी टैक्सी सेवा; ड्राइवर को नहीं देना होगा कोई कमीशन, ऐप नवंबर से दिल्ली में शुरू

Update: 2025-10-24 10:52 GMT

नई दिल्ली: अगर आप ओला या उबर से परेशान हैं कभी राइड कैंसिल, कभी ज़्यादा किराया या ड्राइवर की बदतमीजी तो अब सरकार एक नया ऑप्शन लेकर आ रही है। भारत टैक्सी (Bharat Taxi) नाम की यह सेवा दिसंबर से पूरे देश में शुरू हो जाएगी फ़िलहाल नवंबर में इसका ट्रायल दिल्ली से शुरू हो रहा है।

क्या है भारत टैक्सी?
भारत टैक्सी को सरकार के सहकारिता मंत्रालय और नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन (NeGD) ने मिलकर तैयार किया है। यह एक सहकारी टैक्सी सेवा (Co-operative Taxi Service) है यानी इसमें कंपनी का मालिक कोई एक व्यक्ति नहीं होगा, बल्कि टैक्सी चलाने वाले ड्राइवर ही इसके सदस्य और हिस्सेदार होंगे।
ड्राइवर की पूरी कमाई उसके पास
भारत टैक्सी में ड्राइवर को ओला-उबर की तरह किसी कंपनी को कमीशन नहीं देना होगा। हर राइड की पूरी कमाई ड्राइवर की अपनी होगी। उसे सिर्फ एक छोटा-सा मेंबरशिप चार्ज देना होगा जो दिन, हफ्ते या महीने के हिसाब से तय होगा।
कब और कहाँ शुरू होगी सेवा?
नवंबर में इसका पायलट दिल्ली से शुरू होगा, जिसमें करीब 650 ड्राइवर शामिल होंगे। दिसंबर तक यह सेवा मुंबई, जयपुर, लखनऊ, भोपाल और पुणे जैसे शहरों में भी उपलब्ध होगी। फ़िलहाल लक्ष्य है कि 5,000 ड्राइवर इस सेवा से जुड़ें।
ऐप कैसे चलेगा?
भारत टैक्सी ऐप ओला और उबर की तरह ही काम करेगा। आप Google Play Store या Apple App Store से “भारत टैक्सी” ऐप डाउनलोड कर सकेंगे। यह ऐप हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती और मराठी में उपलब्ध रहेगा। आप ऐप पर लोकेशन डालेंगे, ड्राइवर राइड स्वीकार करेगा और पेमेंट डिजिटल तरीके से हो जाएगा।
किराया कैसे तय होगा?
किराया सरकार के तय मानकों पर आधारित रहेगा। मतलब किराया न बहुत ज़्यादा होगा, न बहुत कम। हर शहर में लोकल दूरी और ट्रैफिक को देखकर रेट तय किए जाएंगे।
कौन चला रहा है भारत टैक्सी?
भारत टैक्सी का संचालन सहकार टैक्सी को-ऑपरेटिव लिमिटेड करेगी। इसे संभालने के लिए एक काउंसिल बनाई गई है, जिसके चेयरमैन हैं अमूल के एमडी जयेन मेहता। इसके अलावा देश के 8 अन्य सहकारी संगठनों के प्रतिनिधि भी इसमें शामिल हैं।
सरकार का मकसद क्या है?
केंद्र सरकार का उद्देश्य है कि टैक्सी ड्राइवर को भी मालिक जैसा हक मिले और यात्रियों को सस्ती, भरोसेमंद सेवा मिल सके। ओला-उबर जैसी कंपनियों से लोगों की शिकायतें लगातार बढ़ रही थीं कभी ड्राइवर कैंसिलेशन, कभी किराया बढ़ना। भारत टैक्सी उसी का जवाब है।
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