Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए 90 छात्र, कॉलेज ने लगाया जुर्माना

Ayodhya Ram Mandir: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के पांवटा साहिब में स्थित हिमाचल ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन में बड़ा बवाल हुआ. कॉलेज प्रबंधन ने राम मंदिर (Ram Mandir) के स्थानीय स्तर पर हुए प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने वाले 90 फार्मेसी (Pharmacy College) छात्रों पर सजा दी और जुर्माना (Fine) लगा दिया.

Update: 2024-01-25 09:04 GMT

Ayodhya Ram Mandir: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के पांवटा साहिब में स्थित हिमाचल ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन में बड़ा बवाल हुआ. कॉलेज प्रबंधन ने राम मंदिर (Ram Mandir) के स्थानीय स्तर पर हुए प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने वाले 90 फार्मेसी (Pharmacy College) छात्रों पर सजा दी और जुर्माना (Fine) लगा दिया. ऐसे में कॉलेज में जमकर हंगामा हुआ.

दरअसल, प्रबन्धन ने 22 जनवरी को संस्थान से बाहर रहने पर लगभग 90 बच्चों को 2500 हजार रुपये जुर्माना जड़ दिया. साथ ही जुर्माना न भरने पर इंस्टिट्यूट से निकलने की धमकी भी दे दी. संस्थान की इस हरकत पर पांवटा साहिब में हिंदूवादी संगठन भड़क उठे और इंस्टिट्यूट के गेट पर जमकर हंगामा किया.

अहम बात है कि 22 जनवरी को हिमाचल प्रदेश में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर समारोह हुए थे और इस मौके पर प्रदेश में अवकाश घोषिक किया गया था. लेकिन, पांवटा साहिब में हिमाचल ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले लगभग 90 विद्यार्थियों पर हंटर चला दिया. छुट्टी की घोषणा करने के बावजूद संस्थान ने इन्हें बिना अनुमति के अनुपस्थित रहने की सजा सुना दी.

आरोप है कि विद्यार्थियों को 2500 रुपये जुर्माना भरने और बिना अनुमति के कॉलेज से बंक मारने की बात लिखकर देने के लिए दबाव बनाया गया. हैरानी की बात यह रही कि 23 जनवरी को उक्त सभी 90 विद्यार्थियों को क्लासेस के बाहर खड़ा कर दिया गया और जुर्माना न भरने पर उन्हें संस्थान से निकालने की धमकी दी गई. दूसरी तरफ, संस्थान की इस हरकत पर स्थानीय हिंदू संगठन आग बबूला हो गए. विभिन्न हिंदू संगठन के लोगों ने कॉलेज गेट पर प्रदर्शन किया और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. हिंदू संगठनों का आरोप है कि रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने पर बच्चों को तालिबानी फरमान सुना कर संस्थान ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया है. हिंदू संगठनों के लोग संस्थान के एचओडी को बर्खास्त करने और मामले के उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं.

मामला बिगड़ता देख स्थानीय प्रशासन ने हस्तक्षेप किया. डीएसपी पांवटा और तहसीलदार पांवटा साहिब मौके पर पहुंचे और उन्होंने आक्रोशित लोगों के साथ-साथ संस्थान प्रशासन से भी बात की. फिलहाल, प्रशासन ने हंगामा को शांत करवा दिया है. फिलहाल, एचओडी को 5 फरवरी तक छुट्टी पर भेजना और मामले की जांच पर सहमति बनी है. ऐसे में आक्रोशित हिंदू संगठनों ने फिलहाल आंदोलन खत्म कर दिया है. तहसीलदार पावंटा साहिब रिषभ शर्मा ने कहा कि मामला शांत हो गया है. जांच-पड़ताल की जा रही है. मामले को लेकर संस्थान के वाइस प्रिंसिपल फार्मा डॉ अभिनय पूरी ने बताया कि संस्थान ने अपने स्तर पर एक कमेटी का गठन किया है, जिसमें दोनों पक्षों की बात को सुना जाएगा और उसके बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी.

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