Thyroid Awareness Month News: थायरॉइड को समझिए और बिना लापरवाही दवा लीजिए, वर्ना झेलने पड़ेंगे बड़े नुकसान...

Update: 2024-01-07 08:07 GMT

Thyroid Awareness Month News: थायरॉइड एक ऐसी बीमारी है जो सुनने में बहुत आम लगती है क्योंकि इसके मरीज हमें अपने आस पास मिल ही जाते हैं और सामान्य जिंदगी जीते नजर आते हैं लेकिन अगर समय पर और डाॅक्टर द्वारा दी गई दवाई को सही तरीके से न खाया जाए तो लंबे समय में इसके बड़े दुष्परिणाम झेलने पड़ते हैं। गले से जुड़ी यह बीमारी मानसिक समस्याएं भी पैदा करने लगती है और इम्यूनिटी को भी इतना कमज़ोर कर देती है कि आप जब-तब बीमार पड़ने लगते हैं। वजन का बढ़ते या घटते जाना तो बेहद आम है। मूड स्विंग, चिड़चिड़ापन और थकान भी इसके सामान्य लक्षण हैं। हर साल जनवरी महीने को थायरॉइड अवेयरनेस मंथ के रूप में मनाया जाता है जिससे लोग थायरॉइड के लक्षणों को पहचाने और इलाज कराएं।

थायरॉइड क्या है?

थायराइड एक ग्रंथि है जो गर्दन के सामने के हिस्से में मौजूद होती है। थायराइड का कार्य दो विशेष हार्मोन को स्रावित करना होता है जो शरीर के मेटाबॉलिज्म और ऊर्जा उत्पादन आदि क्रियाओं को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। ये दो हार्मोन होते हैं ट्राईआयोडोथायरोनिन (T3) और थायरोक्सिन (T4) । इन्हें थायराइड हार्मोन कहते हैं। ये हार्मोन थायरॉयड ग्रंथि द्वारा सीधे रक्त में मिलते हैं और उसके साथ शरीर के विभिन्न अंगों में घूमते हैं। इन हार्मोन का कम या ज्यादा बनना ही इस बीमारी की जड़ है जो तमाम परेशानियों की वजह बनता है।

थायरॉइड के प्रकार

हाइपोथायरायडिज़्म

हाइपोथायरायडिज्म एक ऐसी स्थिति है जहां आपका शरीर बहुत कम और अपर्याप्त थायरॉइड हार्मोन उत्पन्न करता है। इससे वजन बढ़ने, थकान और डिप्रेशन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

हाइपरथायरायडिज़्म

यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपके शरीर में थायराइड हार्मोन का उत्पादन अधिक और अनियंत्रित होता है।यह आपके पूरे शरीर में समस्याएं पैदा कर सकता है।

थायराइड के लक्षण

  • 1. तेज़ी से वजन बढ़ना या घटना
  • 2.धड़कन बढ़ना
  • 3.मूड स्विंग
  • 4. चिंता
  • 5.अनिद्रा
  • 6.अवसाद
  • 7.माहवारी में बदलाव होना (बहुत ज़्यादा या बहुत कम माहवारी)
  • 8.बांझपन या गर्भपात
  • 9.आवाज़ बदलना
  • 10.बहुत अधिक गर्मी या ठंड महसूस होना
  • 11.सांस फूलना
  • 12.गले में दर्द, निगलने में कठिनाई आदि

थायरॉइड की दवा

डाॅक्टर हार्मोन टेस्ट के बाद आपको दवाई सुझाएंगे। दवाई को बिना लापरवाही के नियमित रूप से सुबह खाली पेट लें और उसके बाद आधे से एक घंटे तक कुछ न खाएं।

थायरॉइड हो तो खानपान में करें ये बदलाव

थायराइड के मरीज को डाइट में थोड़े बदलाव करने चाहिए जिससे थायरॉइड को संतुलित करने में मदद मिले। मरीज को डेयरी प्रोडक्ट दूध, दही, पनीर आदि बढ़ाना चाहिए। खट्टे फलों का सेवन भी बहुत लाभकारी है खासकर आंवला। आप सेब और नाशपाती खाएं। थायराइड के मरीज को खाने में सोयाबीन को भी शामिल करना चाहिए।आप सोया बड़ी या टोफू, या सोयाबीन के दानों की सब्जी खा सकते हैं। सोया प्रोडक्ट से आयोडीन की मात्रा को भी कंट्रोल किया जा सकता है।नारियल या नारियल पानी का सेवन भी हितकर होगा।

योगासन भी होंगे मददगार

योगाचार्य से परामर्श के आधार पर आप कुछ योगासन भी आरंभ कर सकते हैं जैसे भुजंगासन, मत्स्यासन आदि। ये थायरॉइड ग्रंथि की तरफ खून का प्रवाह बढ़ाते हैं और उसे स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

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