Magnesium Deficiency: राष्ट्रीय पोषण माह में जानिए शरीर के लिए मैग्नीशियम का महत्व, कमी से शरीर, दिमाग सब पर पड़ती मार, कमी पूरी करने के लिए खाएं ये चीज़ें...

Magnesium Deficiency: राष्ट्रीय पोषण माह में जानिए शरीर के लिए मैग्नीशियम का महत्व, कमी से शरीर, दिमाग सब पर पड़ती मार, कमी पूरी करने के लिए खाएं ये चीज़ें...

Update: 2024-09-06 07:58 GMT

Magnesium Deficiency: ये बिल्कुल सच है कि हमारा फोकस कैल्शियम -प्रोटीन जैसे मिनरल्स जुटाने की तरफ ज्यादा होता है जबकि मैग्नीशियम की कमी की तरफ हमारा ध्यान न के बराबर ही जाता है। जबकि चिंता,अवसाद से लेकर मांसपेशियों में ऐंठन और स्ट्रोक, शुगर, हाई बीपी और थकान-कमज़ोरी तक के पीछे मैग्नीशियम की कमी जिम्मेदार हो सकती है। मैग्नीशियम की पूर्ति आप अपनी डाइट या सप्लीमेंट्स से कर सकते हैं और ये तो आप जानते ही हैं कि सप्लीमेंट्स के बजाय डाइट से पोषक तत्व लेना हमेशा बेहतर होता है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि मैग्नीशियम हमारे शरीर के लिए क्या काम करता है, इसकी कमी से कौन सी समस्याएं हो सकती हैं और हम डाइट में ऐसी कौन सी चीज़ें जोड़ सकते हैं जो मैग्नीशियम की कमी को पूरा कर दें।

मैग्नीशियम शरीर के लिए क्यों ज़रूरी है

मैग्नीशियम हमारे शरीर के की 80% चयापचय क्रियाओं में शामिल होता है। शरीर में इसका काम मांसपेशियों और कोशिकाओं को काम करने योग्य बनाना और तंत्रिका को स्वस्थ रखना है। आपका शरीर अपने आप मैग्नीशियम नहीं बनाता है। आपको इसे बाहर से लेना होता है।अगर शरीर में मैग्नीशियम की कमी हो तो आपकी नसें न तो सही तरीके से संदेश भेज पाती हैं और न ही प्राप्त नहीं कर पाती हैं। मैग्नीशियम आपके हृदय की लय को स्थिर रखता है और रक्त शर्करा के स्तर को संतुलित रखता है। यह आपके शरीर को प्रोटीन , हड्डियां और डीएनए बनाने में मदद करता है। यह शरीर के भीतर रासायनिक प्रतिक्रियाओं को विनियमित करता है। आपकी किडनी को भी ठीक तरह से काम करने के लिए मैग्नीशियम की जरूरत है। चिंता, नींद की समस्या, थकान और सिरदर्द, उल्टी और मतली जैसी तमाम समस्याएं मैग्नीशियम की कमी से होती हैं। यह माइग्रेन के अटैक आने का कारण भी बनता है।

मैग्नीशियम के लाभ

जब हम मैग्नीशियम की कमी के प्रति अवेयर हो जाते हैं और इसे भोजन में बढ़ाते हैं तो बहुत से लाभ आपको स्पष्ट रूप से देखने को मिलते हैं। मैग्नीशियम बढ़ाने से मीनोपाॅज के बाद महिलाओं में हड्डियों के घनत्व में वृद्धि हो सकती है। डिप्रेशन, एंग्ज़ाइटी, अनिद्रा से राहत मिलती है। मैग्नीशियम की पूर्ति से स्ट्रोक, हृदय रोग, हाई बीपी और टाइप 2 डायबिटीज़ की संभावना कम हो जाती है। आप कम थकते हैं। ऊर्जा से भरे रहते हैं। आपकी मांसपेशियों की ऐंठन की समस्या कम हो जाती है। शरीर के सभी अंग और दिमाग के न्यूरो ट्रांसमीटर सही तरीके से काम करते हैं। इसके और भी अनेकों लाभ हैं।

मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थ

आप मैग्नीशियम की कमी पूरी करने के लिए आसानी से मिलने वाली इन चीज़ों का सेवन कर सकते हैं।

तिल

तिल मैग्नीशियम का बहुत अच्छा सोर्स है। 100 ग्राम तिल में 351 mg मैग्नीशियम होता है। तिल मैग्नीशियम के साथ कैल्शियम का भी बढ़िया सोर्स है और हड्डियों की मजबूती बढ़ाने के लिए और ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव में बेहद उपयोगी है। तिल-गुड़ से बनी चीज़ें खाना या भुना तिल फांकना हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद है।

कद्दू के बीज

100 ग्राम कद्दू के बीज में 262 mg मैग्नीशियम होता है। पीरियड्स को नियमित करने और बालों का झड़ना कम करने में कद्दू के बीज बेहद मदद करते हैं। ये प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर होते हैं। इन्हें आप रोस्ट कर के या सलाद आदि में डालकर या फिर कच्चा भी खा सकते हैं। आप सनफ्लावर सीड्स, अलसी और चिया सीड्स भी अपनी डाइट में एड कर सकते हैं।

चने

100 ग्राम चने में 115 mg मैग्नीशियम होता है। साथ ही चने में , प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर आदि पोषक तत्व भी अच्छी मात्रा में होते हैं। यह ऑस्टियोपोरोसिस और हार्ट से जुड़ी बीमारियों से बचाता है। चने भिगा कर या उबालकर खाना आपके लिए जितना आसान है, उतना ही फायदेमंद।

टोफू

सोयाबीन से बने 100 ग्राम टोफू में 30 mg मैग्नीशियम होता है। इसमें हाई प्रोटीन होता है लेकिन फैट,सोडियम और कार्बोहाइड्रेट कम होता है। टोफू कोलेस्ट्रॉल फ्री होता है। शाकाहारी और खासकर वीगन लोगों में टोफू विशेष रूप से लोकप्रिय है। इसे आप कच्चा या सब्जी-पुलाव आदि में इस्तेमाल कर सकते हैं।

केला

100 ग्राम केले में 27 mg मैग्नीशियम होता है। साथ ही केले पोटेशियम का भी ज़बरदस्त स्रोत हैं और हाई बीपी कंट्रोल करने में मददगार हैं। केले खाने से तुरंत एनर्जी भी मिलती है।

पालक

100 ग्राम पालक में 79 mg मैग्नीशियम होता है। पालक आयरन, फोलेट आदि से भी भरपूर है और खून बढ़ाती है। डाइजेशन बेहतर बनाने और फिट रहने के लिए भी बहुत बढ़िया है। पालक से अनगिनत रेसिपी बनाई जा सकती हैं।

भिंडी

100 ग्राम भिंडी में 53 मिलीग्राम मैग्नीशियम होता है और आमतौर पर भिंडी की सब्जी तो सभी घरों में शौक से खाई जाती है। भिंडी में एंटी ओबेसिटी गुण होते हैं। आजकल वजन घटाने के लिए भिंडी का पानी पीने का जबरदस्त चलन है।

क्विनोआ

आप सुपर फूड क्विनोआ को भी मैग्नीशियम की पूर्ति के लिए अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। एक कप पके हुए क्विनोआ में 118 मिलीग्राम मैग्नीशियम होता है।

काजू और बादाम

काजू और बादाम भी मैग्नीशियम के अच्छे सोर्स हैं और काजू-बादाम सेहत के लिए कितने फायदेमंद है, यह हम सभी जानते हैं। करीब 28 ग्राम काजू में 74 mg और इतनी ही बादाम की मात्रा में 80 mg मैग्नीशियम होता है।

छिलके सहित आलू

छिलके सहित एक मध्यम आकार के आलू में 48 मिलीग्राम मैग्नीशियम होता है। आलू को आप उबालकर या भूनकर खाएं तो सबसे बेहतर। यह वजन काम करने में भी आपकी मदद करेगा।

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