Body Pain in Young Age : भरी जवानी में सुबह से रात तक दर्द से कराह रहे युवा...आखिर क्यों ?

बीते कुछ समय से कम उम्र के लोगों को भी Body Pain in Young Age : आर्थराइटिस की समस्या हो रही है। कई मामलों में 28-30 साल के युवाओं को भी आर्थराइटिस होते देखा गया है।

Update: 2024-09-11 16:18 GMT

Body Pain in Young age: आह मेरे कमर के बहुत दर्द रहता है...अरे यार सुबह बदन दर्द के कारण बिस्तर से उठने का जी नहीं करता। उफ्फ मेरा पैर... ऐसे दर्द से कराहते और अपनी समस्या बताते युवा आपको घर से लेकर कार्यस्थल तक मिल जाएंगे जो अपने दोस्तों के बीच अपनी समस्या का रोना रोते रहते हैं.

पर क्या आपको पता है ऐसा आजकल के ही युवाओं के साथ क्यों हो रहा है। इस बारे में जब शहर के हड्डी रोज विशेषज्ञ डॉ. संजय पांडे से बात की गई तो उन्हें इस बारे में बताया... कारण साफ है सिर्फ अस्वस्थ आहार और जीवनशैली और इससे होने वाली समस्या कहे या बीमारी... नाम है आर्थराइटिस (गठिया). 

गठिया के कई प्रकार होते हैं। वहीं, इन दिनों सबसे ज्यादा मामले ऑस्टियोआर्थराइटिस और रुमेटाइड आर्थराइटिस के पाए जाते हैं।


आर्थराइटिस के लक्षण

गठिया या आर्थराइटिस हो जाने के बाद जोड़ों में दर्द और सूजन बढ़ जाती है। इससे जॉइंट पेन और जकड़न होने लगती है। इससे चलने-फिरने में भी दिक्कतें होती हैं।


इसिलिये बढ़ रही आर्थराइटिस की बीमारी




यंगस्टर्स में गठिया की बीमारी बढ़ने के पीछे जो सबसे बड़ा कारण है वह है उनकी लाइफस्टाइल। हमेशा भागदौड़ करना, अनहेल्दी डाइट और कसरत ना करने की वजह से लोगों में आर्थराइटिस का खतरा बहुत कम उम्र में ही बढ़ जाता है।


बैठे रहने का नुकसान

लम्बे समय तक एक जगह बैठकर काम करने से भी शरीर और खासकर जॉइंट्स पर बुरा असर पड़ता है। इससे जोड़ों में दर्द, अकड़न और अन्य तरह की परेशानियां हो सकती हैं।


विटामिन D की कमी

शरीर का वजन बढ़ने के अलावा शरीर में कुछ पोषक तत्वों की कमी के कारण भी आर्थराइटिस हो सकता है। जैसे, कैल्शियम और विटामिन डी की कमी से हड्डियां और जॉइंट्स कमजोर होने लगते हैं। जिससे दर्द और सूजन बढ़ने लगता है।


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