Crime News: शराब की वजह से खत्‍म हुआ 2 होनहार भाईयों का भविष्‍य: एक की गई जान, दूसरे की जेल में कटेगी जिंदगी

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Update: 2024-02-26 09:57 GMT

Crime News: रायपुर। शराब की लत ने 2 सगे भाईयों का भविष्‍य खत्‍म कर दिया। छोटी उम्र में बड़ी कामयाबी हासिल करने वाले भाईयों में से एक की मौत हो चुकी है और दूसरा उसकी हत्‍या के आरोप में जेल में है। अब उसकी बाकी की जिंदगी जेल में ही कटेगी। दरअसल यह कहानी है रायपुर के पियूष और पराग की। पियूष एरोनॉटिक इंजीनियर है और ड्रोन बनाता है। कुछ साल पहले ही उसने यह काम शुरू किया था, लेकिन देखते हुए देखते कारोबार करोड़ों में पहुंच गया। काम इतना बढ़ गया है उसने अपने छोटे भाई पराग को भी कारोबार में शामिल कर लिया। दोनों भाईयों की जोड़ी ने मिलकर ट्रन ओवर 3 करोड़ के पार पहुंचा दिया।

इस बीच बीती रात पियूष ने आवेश में आकर पराग की गोली मार कर हत्‍या कर दी। शराब के नशे में धूत पियूष ने अपने छोटे भाई को गोली मार दी। बताया जा रहा है कि पीयूष का निजी जीवन तनावपूर्ण था। उसकी एक बार सगाई टूट चुकी थी। वह शराब पीने का आदी हो गया था। शराब पीकर ही वह अपने भाई से अक्सर विवाद करता था।

रायपुर के विधानसभा थाना क्षेत्र के सफायर ग्रीप फेज टू कॉलोनी में कारोबारी पियूष और पराग जैन रहते हैं। दोनों ड्रोन बनाने और रिपेयर करने की कंपनी चलाते हैं। उनकी मां दोनों भाइयों से अलग कैपिटल होम कॉलोनी में रहती है। दोनों भाइयों के मध्य अक्सर विवाद होते रहता था। कल देर रात करीबन 11:30 बजे फिर से दोनों भाइयों के मध्य विवाद हो गया। मिली जानकारी के अनुसार छोटे भाई पराग ने बड़े भाई पीयूष जैन पर हाथ उठा दिया। जिससे नाराज होकर पियूष ने कबर्ड से पिस्तौल निकाल कर अपने छोटे भाई पराग पर गोली चला दी। कुल तीन गोलियां पियूष को मारी गई जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। भाई की हत्या के बाद पियूष ने अपनी मां को वीडियो कॉल कर भाई की लाश दिखाई और कहा कि मैंने भाई को मार दिया है। फर्श पर पूरा खून फैल गया था। इसके बाद पियूष कॉल डिस्कनेक्ट कर कार से फरार हो गया।

पीयूष की मां ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर एसपी संतोष सिंह के निर्देश पर एडिशनल एसपी नीरज चंद्राकर विधानसभा पुलिस को लेकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने मृतक की मां से बात कर आरोपी के कार की नंबर निकलवाई और शहर में घेरेबंदी करवा दी। आरोपी को पुलिस ने डीडी नगर थाना क्षेत्र से पकड़ा। डीडी नगर पुलिस सूचना मिलने पर घेरेबंदी कर वाहनों की जांच कर रही थी। इसी दौरान आरोपी यहां से गुजर रहा था। उसका पिस्टल भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस यह जानकारी जुटा रही है कि यह पिस्टल लाइसेंसी थी की वारदात को अंजाम देने के लिए ही आरोपी ने कहीं से पिस्तौल की व्यवस्था की थी।

आरोपी है एयरोनॉटिकल इंजीनियर, सरकारी नौकरी में भी हो चुका है चयन

आरोपी पियूष मेधावी छात्र रहा है। वह हुनरमंद भी है। रायपुर की एक प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज से एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में इंजीनियरिंग करने के बाद प्राइवेट नौकरी करता था। कुछ साल पहले नौकरी छोड़कर पीयूष ने ड्रोन बनाने की कंपनी शुरू कर दी। आरोपी ने व्यापम की परीक्षा निकाल कर छात्रावास अधीक्षक की पोस्ट भी पाई थी। पर ड्रोन बनाने का स्टार्टअप चलाने के लिए उसने सरकारी नौकरी ज्वाइन नहीं की। मात्र 45 हजार रुपए में छोटे स्तर पर ड्रोन बनाने का काम शुरू कर दो सालों में ही 3:30 करोड़ से अधिक का टर्नओवर पियूष ने अपने स्टार्टअप का पहुंचा दिया था। पीयूष को सरकारी काम भी मिलते थे। उसे रेलवे के पटरियों की निगरानी के अलावा, आरपीएफ,बीएसएफ और पुलिस से ड्रोन बनाने का काम मिलता था। कृषि विभाग से भी काम आते थे।

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