नारायणपुर कांग्रेस नेता हत्या खुलासा: बिहार से मंगवाई पिस्टल, जेल में रची साजिश, फिर सट्टेबाज ने छह लोगों के साथ मिलकर विक्रम बैस पर चलवा दी गोली...ऐसी थी पूरी प्लानिंग

छत्तीसगढ़ के नाराणपुर में 13 मई को हुये कांग्रेस नेता विक्रम बैस की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। हत्याकांड से जुड़े छह आरोपियों को नाराणपुर पुलिस ने दुर्ग, बिलासपुर से पकड़ा है।

Update: 2024-05-16 11:53 GMT

नाराणपुर। छत्तीसगढ़ के नाराणपुर में 13 मई को हुये कांग्रेस नेता विक्रम बैस की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। हत्याकांड से जुड़े छह आरोपियों को नाराणपुर पुलिस ने दुर्ग, बिलासपुर से पकड़ा है। इस वारदात को मुख्य आरोपी मनीष राठौर के कहने पर अंजाम दिया गया था। आरोपियों ने बिहार के सिवान से कट्टा मंगवाया था और संजू यादव व विश्वजीत नाग ने मिलकर कांग्रेस नेता विक्रम बैस की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस के खुलासे में ये बात सामने आई है कि मनीष राठौर ने व्यापारिक बरचस्व के चलते विक्रम बैस की हत्या करवाई थी। मनीष राठौर ट्रांसपोर्टर के साथ साथ नाराणपुर में पहले जुआ-सट्टेबाजी का काम भी देखता था। इस मामले में पुलिस ने पहले भी मनीष के खिलाफ कार्रवाई की थी। वहीं, मृतक कांग्रेस नेता विक्रम बैस भी ट्रांसपोर्टर था और दोनों के बीच व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा भी चल रही थी। जानकारी मिली है कि विक्रम बैस परिवहन संघ में पदधिकारी भी थे। मनीष का विक्रम बैस के साथ विवाद भी चल रहा था। फिलहाल इस मामले में छह आरोपियों को पकड़ा गया है। साथ ही मुख्य आरोपी मनीष फरार है जिसकी तलाश की जा रही है।

जानिए क्या था मामला

दरअसल, 13 मई की रात विक्रम बैस निवासी बखरूपारा नारायणपुर की धारदार हथियार व गोलीमार कर हत्या कर दी गई थी। इसकी शिकायत थाना नारायणपुर में दर्ज कराई गई थी। आचार सहिंता के दौरान कांग्रेस नेता की हत्या को नारायणपुर पुलिस ने गंभीरता से लिया और एसपी प्रभात कुमार के निर्देश पर ASP रोबिनसन गुड़िया के ऑब्जरवेशन में विशेष टीम का गठन किया गया।

मामले में बारीकी से पूछताछ, सीसीटीवी फुटेज व सायबर एनालिसिस के आधार पर जांच शुरू की गई। इसी बीच पुलिस को मनीष राठौर निवासी नारायणपुर के बारे में जानकारी मिली। पुलिस को पता चला कि व्यापारिक प्रतिस्पर्धा के चलते मनीष राठौर कांग्रेस नेता विक्रम बैस से दुश्मनी रखता था। साथ ही पुलिस को ये भी जानकारी मिली कि मनीष राठौर, जसप्रीत सिंह सिद्द्धू, विश्वजीत नाग, विप्लव एवं विवेक अधिकारी के द्वारा लगभग डेढ़ महीने पहले हत्या की साजिश रची गई थी। और भिलाई के इंडियन काॅफी हाॅउस मनीष राठौर, विश्वजीत नाग, राजीव रंजन यति उर्फ राजू उर्फ बिहारी, संदीप यादव उर्फ संजू और सैमुआल उर्फ रायनुन्तलम के साथ मीटिंग की गई थी। मनीष जब एक मामले में नारायणपुर जिला जेल में बंद था उसी दौरान उसकी मुलाकात विश्वजीत नाग से हुई थी। जेल में मिलकर मनीष ने हत्या की प्लानिंग तैयार की थी।

अलग अलग जिलों से आरोपियों की गिरफ्तारी 

नारायणपुर पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि हत्याकांड में शामिल आरोपी दुर्ग और बिलासपुर में छिपे हुए है और भागने की फिराक में है। इस सूचना के बाद पुलिस की टीम ने दुर्ग और बिलासपुर में 15 मई को छापा मारकर आरोपियों को पकड़ा गया। 

बिहार से मंगवाया पिस्टल

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हत्या में उपयोग हुआ पिस्टल सिवान बिहार से लाये थे। घटना को अंजाम देने के पहले दो दिनों तक आरोपियों के द्वारा मृतक की रेकी की गई थी। घटना के दिन मृतक विक्रम बैस को अकेला पाकर आरोपी संजू यादव और विश्वजीत नाग ने मिलकर गंडासा से वार कर और पिस्टल से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। घटना में प्रयुक्त पिस्टल को मनीष राठौर के गोदाम में छुपा दिया था।

थाना नारायणपुर में अपराध क्रमांक 54/2024 धारा 302, 34 भादवि का अपराघ दर्ज किया गया। प्रकरण में दुर्ग,रायपुर एवं बिलासपुर की एसीसीयू टीम तथा सायबर टीम की सहायता से आरोपियों के संबंध में जानकारी ली गई। इसी आधार पर अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमाण्ड पर भेजा गया।

पत्रकारों को धमकी

पूछताछ के दौरान नारायणपुर पुलिस को पता चला कि कुछ समय नारायणपुर के पत्रकारों को धमकी भरा पत्र भेजा गया था। इसे मनीष राठौर द्वारा लिखा गया था और विश्वजीत नाग द्वारा इसे पोस्ट किया गया था। वहीँ, जिले के किशोर आर्या परिवहन संघ अध्यक्ष को धमकी भरा पत्र व नक्सलियों के नाम पर धमकी भरे बैनर व पत्र भेजकर लोगों को आतंकित करने का काम भी इसी ने किया था।

मामले में अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में प्रमुख रूप से जिला दुर्ग,रायपुर एवं बिलासपुर एसीसीयू टीम तथा जिला नारायणपुर से निरीक्षक-थाना प्रभारी श्री दिनेश चन्द्रा, उप निरीक्षक धीरेन्द्र तिवारी, सउनि रूमन्त देवांगन प्रभारी सायबर सेल एवं साइबर सेल नारायणपुर के महत्वपूर्ण योगदान रहा।

गिरफ्तार आरोपियों में

1- विश्वजीत नाग पिता हाराधन नाग जाति कायस्थ (बंगाली) उम्र 48 वर्ष साकिन 66 नं. बेलघड़िया थाना बेलघड़िया जिला कलकत्ता (पं.ब.) हाल मुकाम बंगलापारा, मनीष राठौर का गोदाम, नारायणपुर

2- संदीप यादव उर्फ संजू पिता अरूण यादव उम्र 24 वर्ष साकिन सुभाष चैक देहान (गौठान के पास) बोरसी थाना पद्मनाभपुर जिला दुर्ग (छ.ग.),

3- राजीव रंजन यति उर्फ राजू उर्फ बिहारी पिता हीरा लाल यति जाति गोसाई (ब्राम्हण) उम्र 41 वर्ष सा. पिपरा थाना मीरगंज जिला गोपालगंज (बिहार) हाल मुकाम- रूट नं. 11 ब्लाॅक नं. 09 रूम नं. 11, सेक्टर 09 हाॅस्पिटल सेक्टर, थाना कोतवाली, सेक्टर - 06 जिला दुर्ग (छ.ग.)

4- आर. सैमुआल उर्फ रायनुन्तलम पिता स्व. आर. सी. रत्नम जाति इसाई (तेलगु) उम्र 39 वर्ष साकिन सड़क नं. 09 ब्लाॅक नं. 01 रूम नं. 06 हास्पिटल सेक्टर 09 थाना कोतवाली सेक्टर 06 जिला दुर्ग (छ.ग.)

5- जसप्रीत सिंह उर्फ पोतू पिता स्व. सरदारा सिंह जाति सिक्ख उम्र 20 वर्ष साकिन खालसा बिला, बंगलापारा नारायणपुर थाना व जिला नारायणपुर

6- विवेक अधिकारी उर्फ सिदाम पिता हरविलास उम्र 28 वर्ष जाति नमोशूद्र साकिन बखरूपारा नारायणपुर।

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