CG School News: स्कूल में टीचर की बर्बरता! छात्र-छात्राओं को जड़े थप्पड़,बिठाया जमीन पर,अभिभावकों ने किया हंगामा
CG School News: डीएवी स्कूल में छात्र-छात्राओं को क्लास में आपस में बात करने जैसी मामूली गलती पर शिक्षक ने थप्पड़ों से पिटाई कर दी। जानकारी लगने पर गुस्साए अभिभावकों ने स्कूल में हंगामा किया.
CG School News: बिलासपुर। सरकंडा थाना क्षेत्र के बसंत बिहार स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल में अनुशासन सिखाने के नाम पर शिक्षक द्वारा छात्र– छात्राओं से मारपीट का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। कक्षा में शोर मचा रहे बच्चों पर हिंदी के शिक्षक सुदर्शन जायसवाल इतने नाराज हुए कि उन्होंने एक-एक कर पूरी क्लास के बच्चों को थप्पड़ जड़ दिए। इनमें सात बच्चियां भी शामिल हैं। इसके बाद सभी लड़कों को जमीन पर बैठा दिया गया और छात्राओं को दूसरे दिन कॉपी चेक करने की धमकी दी गई। शिक्षक ने पूरे पीरियड में पढ़ाई भी नहीं कराई।
डीएवी स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों का आरोप है कि यह शिक्षक पहले भी बच्चों से मारपीट कर चुका है। घटना की जानकारी मिलते ही अभिभावक स्कूल पहुंचे और बाहर जमकर हंगामा किया। एक छात्रा ने बताया कि सर आते ही बिना कुछ बोले सभी को थप्पड़ मारने लगे। कई बच्चे डर के मारे बेंच के नीचे छिप गए। बताया जा रहा है कि एक बच्ची के चेहरे पर सूजन भी आ गई है। मारपीट की जानकारी मिलने पर जब अभिभावक स्कूल पहुंचे तो प्राचार्य ने मिलने से इनकार कर दिया। बाद में दबाव डालने पर उन्हें अंदर बुलाया गया। अभिभावकों ने कहा, यह शिक्षक पहले भी बच्चों को मार चुका है, अब बर्दाश्त नहीं होगा। इस पर प्राचार्य ने लिखित शिकायत नहीं आने की बात कही। साथ ही उन्होंने शिक्षक को दीपावली तक सुधार का मौका देने की बात। उन्होंने कहा कि शिक्षक के व्यवहार में सुधार नहीं हुआ तो उन्हें हटाने की बात कही है।
शिक्षक ने कहा अनुशासन सीखाने के लिए केवल चपत लगाई
इधर पूरे मामले में शिक्षक सुदर्शन जायसवाल का कहना है कि बच्चे अनुशासन नहीं मान रहे थे। इसलिए सुधारने के लिए हल्का चपत मारा। वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी विजय तांडे ने कहा कि बच्चों से मारपीट अनुचित है। शिकायत आने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ी तो राज्य शासन को भी रिपोर्ट भेजी जाएगी।
टिफिन सर्कुलर से बढ़ी उलझन
स्कूल द्वारा जारी 30 जून 2025 के सर्कुलर में अभिभावकों को गेट पर टिफिन जमा करने से मना किया गया है। अब सवाल उठ रहा है कि अगर कोई बच्चा टिफिन लाना भूल जाए तो क्या वह भूखा रहेगा। अभिभावकों का कहना है कि हर परिवार की परिस्थिति अलग होती है, कई बार माता-पिता सुबह से काम पर चले जाते हैं। ऐसे में टिफिन भूल जाना बच्चों की गलती नहीं मानी जा सकती। स्कूल प्रबंधन से इस पर भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।