CG Crime News: गेम खेलने की लत ने बनाया कातिल, दोस्त ने मोबाइल देने से किया मना तो कर दी हत्या, 15 दिन से लापता था मृतक

CG Crime News: 13 वर्षीय स्कूली छात्र चिन्मय का हत्यारा और कोई उसका अपना दोस्त ही निकला। कारण पढ़कर आप भी हैरान रह जाएंगे। मोबाइल से गेम खेलने की लत के कारण एक दोस्त ने दूसरे की जिंदगी छीन ली। पुलिस ने हत्यारा छत्रपाल सूर्यवंशी को गिरफ्तार कर लिया है। NPG.NEWS ने दो दिन पहले ही इस बात की आशंका जता दी थी कि हो ना हो, चिन्मय का दोस्त ही इस तरह की घटना को अंजाम दिया हो। आशंका सच साबित हुई।

Update: 2025-08-16 06:14 GMT

CG Crime News: बिलासपुर। 15 दिन से लापता चिन्मय की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके साथ घुमने वाले उसके जिगरी दोस्त छत्रपाल ने अपने दोस्त की हत्या की। हत्या की वजह काफी हैरान करने वाली है। बताया जाता है कि चिन्मय ने जब गेम खेलने के लिए अपना फोन देने से मना कर दिया तब गुस्से में छत्रपाल ने चिन्मय की गला दबाकर हत्या कर दी और लाश बंद स्कूल में छिपा दी। पुलिस की पूछताछ में छत्रपाल ने गेम खेलने के लिए मोबाइल ना देने के कारण चिन्मय की हत्या करने की जानकारी पुलिस को दी। छत्रपाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

31 जुलाई से था लापता-

भरारी निवासी संजय सूर्यवंशी और कल्पना सूर्यवंशी का 13 वर्षीय पुत्र चिन्मय सूर्यवंशी, एक स्कूली छात्र था। 31 जुलाई की शाम करीब 4.30 बजे वह घर से निकला था, लेकिन देर रात तक लौटकर नहीं आया। परिजनों ने उसे आसपास के इलाकों, खेतों, नालों, रिश्तेदारों के घरों और परिचितों के यहां ढूंढा, पर कोई पता नहीं चला। इसके बाद रतनपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।

परिजनों को शुरू से था अपहरण का संदेह-

चिन्मय के परिवार को पहले दिन से ही डर था कि कोई अज्ञात व्यक्ति उसे बहला-फुसलाकर ले गया है। इस आशंका के चलते वे लगातार रतनपुर थाना और बिलासपुर एसपी कार्यालय के चक्कर काटते रहे, ताकि पुलिस तेजी से कार्रवाई करे। बावजूद इसके, खोजबीन में कोई ठोस सुराग नहीं मिला। पुलिस पर इस मामले में लापरवाही का आरोप परिजनों ने लगाया है।

निराशा में किया इनाम का ऐलान-

लगातार पुलिस की नाकामी के बाद उम्मीद खोकर परिजनों ने स्वयं बच्चे की खोज में जुटने का निर्णय लिया। उन्होंने चिन्मय की तस्वीर और विवरण वाले पम्पलेट छपवाकर गांव और आसपास के इलाकों में चस्पा किए, साथ ही सोशल मीडिया पर भी अपील की। परिवार ने घोषणा की कि जो भी चिन्मय को सुरक्षित लौटा देगा या उसकी जानकारी देगा, उसे एक लाख रुपये इनाम दिया जाएगा। वहीं क्षेत्रीय विधायक सुशांत शुक्ला भी इस बीच परिजनों से मिले थे और उन्हें बच्चे के जल्द सकुशल लौटने का आश्वासन दिया था।

बदबू से खुला राज-

गुरुवार सुबह गांव के कुछ लोगों को पुराने स्कूल भवन की तरफ से तेज दुर्गंध महसूस हुई। संदेह होने पर वे पास गए और दरवाजा खोलने की कोशिश की, जहां एक कमरे में चिन्मय का शव पड़ा मिला। शव पूरी तरह डिकम्पोज हो चुका था और हालत देखकर साफ लग रहा था कि उसकी मौत कई दिन पहले हो चुकी थी।

10 महीने से बंद था स्कूल-

गांव के पुराने स्कूल भवन को करीब 10 महीने पहले बंद कर दिया गया था, जब नया स्कूल भवन बनकर तैयार हो गया था। तब से यह भवन बिना उपयोग के बंद पड़ा था और इधर लोगों का आना-जाना भी कम हो गया था, जिससे संभव है कि अपराधियों ने इसे शव छिपाने के लिए चुना।

गांव में दहशत का माहौल-

चिन्मय की मौत की खबर फैलते ही पूरे गांव में मातम और दहशत का माहौल बन गया था। ग्रामीणों का कहना है कि इतने दिनों से बच्चा लापता था, लेकिन पुलिस ने शुरुआती दिनों में खोजबीन में सक्रियता नहीं दिखाई, अगर दिखाई होती तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी।

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