Bhupesh Baghel FIR: FIR पर बोले पूर्व सीएम भूपेश बघेल, महादेव ऐप्प में सबसे अधिक कार्रवाई हमारी सरकार ने की, राजनीतिक प्रतिशोध के चलते मेरे खिलाफ कार्रवाई

Bhupesh Baghel FIR:भूपेश बघेल ने कहा कि महादेव ऐप्प मामले में 2022 में इसके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया। पहली एफआईआर दुर्ग में, रायपुर, बिलासपुर सहित अन्य जगहों में 72 एफआईआर दर्ज किए गए और इसमें लगभग साढ़े चार सौ गिरफ्तारी भी की गई।

Update: 2024-03-17 13:56 GMT

Bhupesh Baghel FIR रायपुर। रायपुर। छत्तीसगढ़ से जुडा देश का चर्चित महादेव ऐप्प मामले एफआईआर दर्ज होने के बाद पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि राजनीतिक बदले के तहत उनके खिलाफ अपराध दर्ज़ किया गया है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस मे उन्होंने एफआईआर के संबंध में कहा कि लोकसभा चुनाव की घोषणा होते ही एक बार फिर से महादेव ऐप्प का जिन्न बाहर आ गया है। आज दिल्ली से एक खबर छपी, जिसमे महादेव सट्टा मामले में ईओडब्ल्यू ने एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में मेरा भी नाम है। बहुत ही सामान्य सी बात है। थाने में या फिर ईओडब्ल्यू में एफआईआर दर्ज हुई तो उसी दिन एफआईआर वेबसाइट में डाल दिया जाता है। एफआईआर की कॉपी में अपराध दर्ज 4 मार्च को किया गया, लेकिन आज 17 मार्च को दिल्ली से इसे रिलीज किया जाता है।

भूपेश बघेल ने कहा कि महादेव ऐप्प मामले में 2022 में इसके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया। पहली एफआईआर दुर्ग में, रायपुर, बिलासपुर सहित अन्य जगहों में 72 एफआईआर दर्ज किए गए और इसमें लगभग साढ़े चार सौ गिरफ्तारी भी की गई। अन्य अन्य प्रदेशों से भी आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। गैजेट के साथ साथ नगदी भी जब्त की गई थी। ये सब कार्रवाई 2022 में ही की गई थी। भूपेश बघेल ने कहा कि जुआ एक्ट नियम को कड़ा बनाने के लिए ही हमने विधानसभा में बिल लाया था और उसे पारित कराकर लागू भी किया था। पूरे देशभर में सबसे ज्यादा कार्रवाई महादेव एप पर सिर्फ छत्तीसगढ़ में ही की गई थी।

1000 से अधिक खाते सीज, 200 से अधिक एटीएम जब्त किये गए थे। लेकिन महत्वपूर्ण बात ये है कि छत्तीसगढ़ में महादेव ऐप्प से संबंधित कोई भी ऑफिस यहां नहीं है। ये संचालित कहीं और से होता है। इन सबके बीच रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर हमने ही जारी किया था। ये दोनों आरोपी विदेश में थे और इनको पकड़कर लाने की जिम्मेदारी भी इनकी ही थी, लेकिन उन्होंने पकड़ा ही नहीं। बल्कि चुनाव आते आते इस कहानी में ट्विस्ट लाने के लिए सुभम सोनी की एंट्री करवाई गई। जबरन मेरा नाम डाला गया है। इससे ये स्पष्ट हो जाता है कि राजनीतिक प्रतिशोध के चलते ये किया गया।

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