Mahadev Online Gaming App: सटोरियों के साथ कौन: कांग्रेस ने जारी किया भाजपा नेताओं के साथ फोटो, भाजपा ने मांगा सीएम का इस्तीफा
Mahadev Online Gaming App: महादेव ऑन लाइन सट्टा एप को लेकर छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस और भाजपा दोनों एप के संचालाकों को एक दूसरे का करीबी साबित करने में लगी हुई हैं।
Mahadev Online Gaming App: रायपुर। महादेव ऑन लाइन सट्टा एप मामले में ईडी की तरफ से एक दिन पहले जारी प्रेसनोट को लेकर रायपुर से दिल्ली तक सियासी घमासान जारी है। आज सुबह केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने दिल्ली में प्रेसकांफ्रेंस में सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेस पर हमला बोला। मध्य प्रदेश के दौरे पर आए कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे भाजपाई साजिश करार दिया है। इधर, प्रदेश में पूर्व मंत्री और रायपुर दक्षिण सीट से भाजपा प्रत्याशी बृमोहन अग्रवाल ने सीएम से इस्तीफा मांग लिया है। कांग्रेस ने पलटवार करते हुए भाजपा नेताओं के साथ सटोरियों का फोटो जारी कर दिया है। नोटो के साथ पकड़े गए असीम को कांग्रेस भाजपाई बता रहे हैं।
बृजमोहन बोले- कांग्रेस आलाकमान से जुड़े हुए हैं 508 करोड़ का तार
रायपुर। बृजमोहन अग्रवाल ने महादेव एप के प्रमोटर्स द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपए दिए जाने पर कहा है कि भूपेश बघेल को मिलने वाले अपराध से अर्जित इस धन के तार कहीं-न-कहीं कांग्रेस आलाकमान से भी जुड़े हो सकते हैं। अगर कांग्रेस नेतृत्व में शर्म बाकी हो तो उसे मुख्यमंत्री बघेल से तुरंत इस्तीफा दिलवाना चाहिए। अपराध से अर्जित पैसे का उपयोग चुनाव में करने का पाप प्रदेश कांग्रेस और उसकी भूपेश सरकार कर रही है, इस पर चुनाव आयोग को भी संज्ञान लेकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। अग्रवाल ने प्रश्न किया कि क्या चुनाव आयोग इस मामले में कांग्रेस को चुनावी प्रक्रिया से अलग करेगा?
एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी को शर्मसार और बदनाम करने में कोई कसर बाकी नहीं रखी है। छत्तीसगढ़ियावाद का पाखंड रचकर छत्तीसगढ़ को बदनाम करने वाले मुख्यमंत्री बघेल को महादेव एप से 508 करोड़ रुपए दिए जाने का खुलासा होना बहुत शर्मनाक है। प्रदेश के लोगों को, युवाओं को सट्टा खिलाकर उन्हें सट्टे के दलदल में धकेलकर उससे लिए गए पैसों को चुनाव में लगाना बेहद आपराधिक षड्यंत्र है, लेकिन मुख्यमंत्री बघेल और कांग्रेस के नेताओं को इससे गुरेज नहीं है। शनिवार को छत्तीसगढ़ पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, महासचिव प्रियंका वाड्रा और राहुल गांधी भी इस मामले पर जवाब दें। उन्होंने (अग्रवाल ने) तीन माह पूर्व ही महादेव एप के मामले में दुर्ग-भिलाई का ही कनेक्शन जुड़ने पर यह आशंका व्यक्त की थी कि आगे चलकर इसके तार सत्ता शीर्ष के गिरेबां तक पहुंचेंगे जो आज सच साबित हुई है। जब इस मामले की जाँच आगे बढ़ने लगी तो मुख्यमंत्री बघेल ने दिल्ली जाकर कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। अब तो यह सच भी प्रदेश को बताया जाना चाहिए कि क्या कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व तक महादेव एप की आपराधिक कमाई का हिस्सा पहुंच रहा था? पत्रकार वार्ता में प्रदेश प्रवक्ता दीपक म्हस्के एवं प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल भी उपस्थित रहें।
कांग्रेस बोली- ईडी और भाजपा ने मिलकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की छवि खराब करने साजिश रची
राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ईडी और भाजपा ने मिलकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की छवि खराब करने साजिश रची। ईडी ने जिस ड्राइवर के बयान पर मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया वह भाजपा का कार्यकर्ता है।
भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार के इशारों पर ईडी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की छवि खराब करने के उद्देश्य से एक दुर्भावनापूर्वक प्रेस नोट जारी किया। इसमें ईडी ने सिर्फ एक आरोपी के फौरी ब्यान के आधार पर मुख्यमंत्री के खिलाफ बिना किसी प्रमाण के, बिना किसी जांच के पैसे लेने का प्रेसनोट हड़बड़ी में जारी कर दिया। इसी के द्वारा जारी प्रेस नोट यह साबित करने के लिए पर्याप्त है कि यह भाजपा को एक चुनावी मुद्दा देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री की छवि खराब करने के उद्देश्य से षड़यंत्रपूर्वक जारी किया है।
जिस ड्राईवर के बयानों के आधार पर मुख्यमंत्री पर अनर्गल आरोप लगाए गए हैं वह भाजपा का कार्यकर्ता है। वह वरिष्ठ भाजपा नेता प्रेम प्रकाश पांडे के अनन्य सहयोगी पियूष मिश्रा का सहयोगी है। वह रमन सिंह का भी कार्यकर्ता है। रमन सिंह के साथ उसकी तस्वीर सोशल मीडिया में है।
असीम दास जिसके साथ रमन सिंह और पियूष मिश्रा जो भाजपा का पार्षद है, जो प्रेम प्रकाश पांडे का प्रतिनिधि था उसके बयानों के आधार पर मुख्यमंत्री पर आरोप लगाना साफ करता है कि ईडी का प्रेस नोट भाजपा की साजिश है।
महादेव एप्प को भाजपा का पूरा संरक्षण है, केंद्र सरकार और भाजपा के संरक्षण में ही महादेव एप्प चल रहा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस के साथ महादेव एप्प के सरगना सौरभ चंद्राकर और युसूफ पुट्टी जो कि महादेव एप्प का एक सहयोगी है जिसके खिलाफ एफआईआर भी हुई उसकी तस्वीर रमेश बैस के साथ है। युसूफ पुट्टी के साथ दुबई कौन से भाजपा नेता गये थे इसकी जांच होनी चाहिये?
रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह और रमन के पूर्व 3 नौकरशाह का बेटा दुबई क्यों जाते है इसका जवाब दें? रमन सिंह, अभिषेक सिंह के पासपोर्ट को सार्वजनिक करें। भाजपा नेताओं की महादेव एप्प में संलिप्तता और संरक्षण का यह बड़ा उदाहरण है।
मुख्यमंत्री की छवि खराब करने की कोशिश है। ईडी लगातार कांग्रेस सरकार को बदनाम करने का षड़यंत्र केंद्र के इशारे पर कर रही है। अब तो इस मामले में भाजपा नेताओं के साथ उसकी सांठगांठ उजागर हो चुकी है। महादेव एप्प को भाजपा की केंद्र सरकार और यूपी की योगी सरकार का संरक्षण है।
यदि ऐसा नहीं है तो केंद्र सरकार महादेव एप्प के सरगना जो दुबई में बैठे है उनके खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं कर रही? उनको भारत लाने के लिये क्या प्रयास किये गये? केंद्र इस ऑनलाईन गेमिंग एप्प पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगा रहा है? जब चाईना 150 से अधिक एप्प पर एक दिन में प्रतिबंध लगा सकता है तो इस एप्प पर केंद्र की मेहरबानी के मायने है- महादेव एप्प एक संगठित गिरोह है। जो कि इस देश के बाहर विदेश से संचालित होता है केन्द्र सरकार अगर चाहे तो विदेश में बैठे हुये अपराधियों के ऊपर कार्यवाही कर सकती है। लेकिन इस मामले में केन्द्र सरकार और भाजपा की रहस्यमयी चुप्पी अनेक संदेहों को जन्म देती है।
महादेव एप्प बना कर संगठित आर्थिक अपराध सट्टा खिलाने का नेटवर्क पूरे देश में चलाया जा रहा था। छत्तीसगढ़ में महादेव एप्प के संचालन की जानकारी सामने आयी थी। इस प्रकार की गतिविधियों की जानकारी सामने आने के बाद महादेव एप्प में छत्तीसगढ़ पुलिस लगातार कार्यवाही की जा रही है। बड़े पैमाने पर अपराधियों की छत्तीसगढ़ और देश भर में गिरफ्तारियां भी की गयी। इस गैर कानूनी गतिविधियों पर अंकुश लगाने की कार्यवाही की जा रही है। एकमात्र छत्तीसगढ़ पुलिस इस मामले में कार्यवाही कर रही है। अभी तक छत्तीसगढ़ पुलिस ने 449 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।