किसान हितैषी बनने की जंग: भाजपा बोली- किसान विरोधी है छत्तीसगढ़ सरकार, कांग्रेस का पलटवार- राज्य का किसान देश में सबसे खुशहाल
छत्तीसगढ़ में किसान सबसे बड़ा वोट बैंक है। किसान जिसके साथ खड़ा हो जाएग सत्ता उसकी हो जाएगी। यह बात राजनीतिक दल भी अच्छे से जानते है। यही वजह है कि किसानों के किसी भी मुद्दे को पार्टियां भुनाने से पीछे नहीं रहती।
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने प्रदेश की भूपेश सरकार को घोर किसान विरोधी बताते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने किसानों की बेहतरी के लिए काफी काम किया है और अब केंद्र सरकार तथा छत्तीसगढ़ में बनने जा रही भाजपा की प्रदेश सरकार, दोनों मिलकरकिसानों के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करेगी। चाहर गुरुवार को किसान मोर्चा के प्रदेशस्तरीय कार्यकर्ता महासम्मेलन के बाद कुशाभाऊ ठाकरे परिसर स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे।
भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चाहर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार बनाने के लिए मोर्चा के सभी कार्यकर्ताओं ने रात-दिन परिश्रम करने का संकल्प व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जो देश में प्रगति की रफ्तार तेज हुई है और किसानों के जीवन में जो सकारात्मक बदलाव व खुशहाली आई है, उसे लेकर वे गाँव-गाँव, घर-घर जाएंगे। चाहर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में कृषि का कुल बजट मात्र 25 हजार करोड़ रुपए का हुआ करता था, आज वही बजट 1.25 लाख करोड़ रुपए का है। यह बजट ही कांग्रेस और भाजपा के शासनकाल की कृषि नीति का अंतर स्पष्ट करता है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में किसानों के हित में अनेक फैसले लिए गए हैं। चाहर ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना किसानों के हित में मील का पत्थर रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि छत्तीसगढ़ की किसान विरोधी कांग्रेस सरकार यहां के 18 लाख किसानों को इस योजना के लाभ से वंचित रख रही है। प्रदेश सरकार नहीं चाहती कि किसानों को इस योजना का लाभ मिले क्योंकि कांग्रेस सरकार की नीयत चुनाव तक सीमित है और किसानों की भलाई करने की कांग्रेस की नीयत कभी नहीं रही।
भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चाहर ने कहा कि किसानों की अच्छी पैदावार मिले, इसके लिए केंद्र की सरकार ने खाद पर सब्सिडी बढ़ाई। कोरोना काल में भी केंद्र सरकार ने किसानों को खाद सहज सुलभ कराने और किसानों को सुविधाएं देने में कसर बाकी नहीं रखी। जबकि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार मिट्टी को वर्मी कंपोस्ट बात कर किसानों से प्रति एकड़ लगभग ₹ 900 ठग रही है । उन्होंने कहा कांग्रेस के शासनकाल में आई स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट 10 साल तक धूल खाती रही, उसको भी मामूली संशोधनों के साथ प्रधानमंत्री मोदी के शासनकाल में लागू किया गया है। किसान आंदोलन की चर्चा करते हुए चाहर ने कहा कि कांग्रेस ने एमएसपी के नाम पर किसानों को बहकाने का काम किया जबकि एम एस पी लगातार बढ़ रही है। निर्धारित करती है तो वह किसके लिए यह खरीददारी करती है चाहर ने कहा कि कांग्रेस सरकार धान खरीदी का ढिंढोरा पीटती है लेकिन धान खरीदी का 80 फीसदी पैसा तो केंद्र सरकार देती है। चाहर ने भाजपा के शासनकाल में किसानों के कल्याण के लिए किए गए कामों का ब्योरा भी दिया।
भाजपा कार्यालय में आज किसान मोर्चा के मंडल अध्यक्षों समेत जिला व प्रदेश पदाधिकारियों के संयुक्त सम्मेलन हुआ। इसमें मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर , केन्द्रीय रासायनिक खाद मंत्री मनसुख मांडविया, प्रदेश सह प्रभारी नितिन नवीन, राष्ट्रीय महामंत्री शंभू कुमार, प्रदेश प्रभारी बजरंगी प्रसाद यादव, पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, चंद्रशेखर साहू, मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पवन साहू समेत कई राष्ट्रीय व प्रदेश पदाधिकारी शामिल हुए।
भाजपा की मोदी सरकार आदतन किसान विरोधी- दीपक बैज
रायपुर। भाजपा द्वारा किसानों के हित में घड़ियाली आंसू बहाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ का किसान देश में सबसे ज्यादा खुशहाल है। छत्तीसगढ़ का किसान अपनी फसल की सबसे ज्यादा कीमत छत्तीसगढ़ में पाता है। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस की सरकार देश में अकेली ऐसी सरकार है जो किसानों के धान को 2500 में खरीदने की गारंटी देती है और इस वर्ष तो 2640 रू. में किसानों का धान खरीदा गया। मोदी सरकार के द्वारा किसानों को धान के समर्थन मूल्य से अतिरिक्त भुगतान पर रोक लगाने के बाद भाजपा की किसान विरोधी चरित्र के काट के रूप में भूपेश बघेल सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना लागू कर किसानों को 9000 और 10000 रू. प्रति एकड़ इनपुट सब्सिडी देना शुरू किया है। पिछले पांच साल में धान खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, कर्जमाफी के माध्यम से भूपेश सरकार ने किसानों के खाते में 1 लाख 70 हजार करोड़ रू. सीधे किसानों के खाते में डाला।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि भाजपा आदतन किसान विरोधी है। छत्तीसगढ़ में भाजपा ने हर चुनाव में किसानों को बोनस के नाम पर धोखा दिया। 2100 में धान खरीदी का वायदा कर किसानों का वोट लिया लेकिन वायदा नहीं निभाया। रमन राज के दौरान 1 जनवरी 2004 से 1 जनवरी 2019 अर्थात भाजपा के शासनकाल के 15 साल में 12937 किसानों ने आत्महत्या किया था। मोदी सरकार ने वायदा किया था 2023 तक किसानों की आय दुगुनी करने का लेकिन नहीं किया। आज खेती की लागत मूल्य बढ़ गयी लेकिन मोदी सरकार कृषि उपज के समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी नहीं करती है। डीजल, बिजली के दाम बढ़ गये किसानी मोदी राज में घाटे का सौदा हो गया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि पौने पांच साल में कांग्रेस सरकार ने धान खरीदी के 8259.4 करोड़ रू. का नुकसान उठाया था। वर्ष 2018-19 में 1501.87 करोड़ रू. का हानि, 2019-20 में 1056.93 करोड़ रू. की हानि, 2020-21 में 2010.41 करोड़ का हानि, 2021-22 में 2083.27 करोड़ रू. का हानि, 2022-23 में 1606.92 करोड़ रू. की हानि उठाया था। यही नहीं 2020-21 में कांग्रेस सरकार ने 2500 में धान खरीदकर 1100 से 1200 में खुले बाजार में बेच कर नुकसान उठाया था। घोषित समर्थन मूल्य से अतिरिक्त देने के कारण भूपेश सरकार ने 4 साल में किसानों पर लगभग 25000 करोड़ राजीव गांधी किसान न्याय योजना में दिया है। अभी तक कांग्रेस सरकार ने धान खरीदी पर 33 हजार करोड़ से अधिक अतिरिक्त खर्च किया है। यह भूपेश सरकार की किसानों को उनके ऊपज की पूरी कीमत देने की प्रतिबद्धता है। भूपेश सरकार ने किसानों पर 1 लाख 70 हजार करोड़ खर्च किया है।