Chhattisgarh Assembly Election: टिकट पर बवाल: जशपुर में निकला आंसू सैलाब बनकर पहुंचा रायपुर, प्रत्याशी बदलने की मांग को लेकर प्रदर्शन
Chhattisgarh Assembly Election: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा अब तक 85 नामों की घोषणा कर चुकी है। इसके साथ ही टिकट की उम्मीद लगाए बैठे लोगों का दर्द भी सामने आने लगा है। दो दिन पहले गणेशराम भगत का रोते हुए वीडियो वायरल हुआ था। विरोध दर्ज कराने अब उनके समर्थक भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंच गए हैं।
Chhattisgarh Assembly Election: रायपुर। भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री गणेश राम भगत को इस बार जशपुर सीट से टिकट मिलने की पूरी उम्मीद थी। लेकिन पार्टी ने फिर उनकी अनदेखी कर दी और उनके स्थान पर रायमुनी भगत को टिकट दे दिया है। टिकट नहीं मिलने की वजह से भगत बेहद दुखी हैं। टिकट कटने का भगत का दर्द बयां करता एक वीडियो भी काफी वायरल हो रहा है। दो दिन पहे सामने आए इस वीडियो में भगत फफक-फफक कर रोते हुए नजर आ रहे हैं।
भगत के आंखों से जशपुर में छलका आंसू सैलाब बनकर आज रायपुर पहुंच गया। बड़ी संख्या में भगत समर्थक आज भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचे और वहां जमकर प्रदर्शन किया। भगत को जशपुर विधानसभा से टिकट देने और रायमुनी भगत को बदलने की मांग को लेकर जनजातीय समाज के लोग ने भाजपा कार्यालय के सामने नगाड़ा बजाकर प्रदर्शन किया। आदिवासी समाज के लोग कार्यालय के सामने खाना बना रहे हैं। कार्यकर्ता अपने साथ राशन और बर्तन लेकर आए हैं। भगत के समर्थक अपने आंदोलन को लंबा खींचने का मन बनाकर अपनी मांगों पर अड़े है। प्रदेश भाजपा कार्यालय में सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है।
बता दें की गणेश राम भगत कभी दिलीप सिंह जूदेव के कट्टर समर्थक माने जाते थे। भगत को अक्षर ज्ञान नहीं था फिर भी उन्हें जूदेव के कहने पर ही कैबिनेट मंत्री बनाया गया। हालांकि बाद में दोनों के बीच अनबन हो गई। इसके बाद 2013 में पार्टी ने भगत को टिकट नहीं दिया तो भगत निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में मैदान में उतर गए। 2013 में जशपुर सीट से भाजपा प्रत्याशी राजशरण भगत ने चुनाव जीता, जबकि गणेश राम भगत तीसरे स्थान पर रहे।
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रायपुर। छत्तीसगढ़ की 90 में से 85 सीटों के लिए भाजपा ने अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। पहली सूची में पार्टी ने 21 और दो दिन पहले जारी दूसरी सूची में 64 नामों की घोषणा की। प्रत्याशी का नाम फाइनल होने के साथ ही टिकट के दावेदारों की नाराजगी और गुस्सा भी सामने आने लगा है। हालांकि पार्टी ने डैमेट कंट्रोल करने के लिए कुछ टिकट के दावेदारों को पार्टी संगठन में नई जिम्मेदारी सौंप दी है। इसके बावजूद टिकट न मिलने का दर्द कई आंखों में साफ देखा जा सकता है। भाजपा की टिकट के दावेदारों के कुछ वीडियो भी वायरल हो रहे हैं। इस खबर को विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लीक करें