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Chhattisgarh Assembly Election 2023: छलका टिकट न मिलने का दर्द: जशपुर में फफक कर रो पड़े भगत, मंडावी की बेटी ने पूछा मेरे पिता के बलिदान की कोई कीमत नहीं है...

Chhattisgarh Assembly Election 2023: छत्‍तीसगढ़ में भाजपा की टिकट न मिलने का दर्द अब सार्वजनिक होने लगा है। ऐसे दो वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं।

Chhattisgarh Assembly Election 2023: छलका टिकट न मिलने का दर्द: जशपुर में फफक कर रो पड़े भगत, मंडावी की बेटी ने पूछा मेरे पिता के बलिदान की कोई कीमत नहीं है...
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By Sanjeet Kumar

Chhattisgarh Assembly Election 2023: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ की 90 में से 85 सीटों के लिए भाजपा ने अपने प्रत्‍याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। पहली सूची में पार्टी ने 21 और दो दिन पहले जारी दूसरी सूची में 64 नामों की घोषणा की। प्रत्‍याशी का नाम फाइनल होने के साथ ही टिकट के दावेदारों की नाराजगी और गुस्‍सा भी सामने आने लगा है। हालांकि पार्टी ने डैमेट कंट्रोल करने के लिए कुछ टिकट के दावेदारों को पार्टी संगठन में नई जिम्‍मेदारी सौंप दी है। इसके बावजूद टिकट न मिलने का दर्द कई आंखों में साफ देखा जा सकता है। भाजपा की टिकट के दावेदारों के कुछ वीडियो भी वायरल हो रहे हैं।

भाजपा की टिकट नहीं मिलने का यह दर्द जशपुर से लेकर बस्‍तर तक नजर आ रहा है। सोशल मीडिया में एक वीडियो राज्‍य के पूर्व मंत्री गणेशराम भगत का बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में भगत जनजातिय सुरक्षा मंच के अपने सदस्‍यों के साथ चर्चा करते दिख रहे हैं। बात करते-करते वे अचाकन रोने लगे। बड़े नेताओं के आश्‍वासन के बाद भी टिकट नहीं मिला। भगत वीडियो में कह रहे हैं कि अभी नहीं हुआ तो जशपुर गया। बता दें कि भगत किसी समय रिक्‍श चलाते थे। दिलीप सिंह जूदेव ने उन्‍हें नेता और जूदेव के कोटे से ही वे राज्‍य में मंत्री बने, लेकिन बाद में जूदेव के साथ उनकी अनबन हो गई और उसके बाद से ही उनका डाउन फाल शुरू हो गया। हालांकि भगत अब जूदेव की तरह ही घर वापसी अभियान चला रहे हैं।

इसी तरह एक वीडियो दंतेवाड़ा से वायरल हुआ है। यह वीडियो दंतेवाड़ा सीट से भाजपा विधयाक रहे भीमा मंडावी की बेटी दीपा मंडावी की है। इसमें दीपा उनकी मां को टिकट न दिए जाने को लेकर भाजपा से सवाल कर रही है। बताते चले कि 2018 में बस्‍तर संभाग की एक मात्र दंतेवाड़ा सीट ही भाजपा जीत पाई थी। वहां से विधायक चुने गए भीमा मंडावी की 2019 में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान नक्‍सली हमले में मौत हो गई थी। दीपा ने पिता के उसी बलिदान को याद दिलालते हुए वीडियो में कह रही हैं कि मां को टिकट न देना उनके पिता के समर्पण का अपमान है। भाजपा ने मेरी मां की टिकट काटकर पार्टी के लिए मेरे पिता ने जो बलिदान दिया था, उसका अपमान किया है।




Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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