“या ईलाही ये माजरा क्या है ..!” संसद में पूछा गया देश में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता क्या है .. आया सरकार का ईमानदार जवाब .. जिसमें सीधा जवाब ही गूल..!

Update: 2020-09-20 01:48 GMT

नई दिल्ली,20 सितंबर 2020। लोकसभा में सरकार किस नई परंपरा पर है यह समझ से परे है। कई सवालों पर आए जवाब की जमकर आलोचना देश में हुई जैसे कि केंद्र सरकार ने श्रमिकों की मौत को लेकर दो टूक जवाब टिका दिया कि अव्वल तो कोरोना से श्रमिकों के मौत के सही आंकडे नहीं है और जो जवान मरे उनके लिए कोई अतिरिक्त प्रावधान नहीं है। जवाब यहाँ तक भी ठीक था, क्योंकि कम से कम जवाब के नाम पर जो प्रस्तुत हुआ था उसका कोई अर्थ तो निकल रहा था, लेकिन अभी एक जवाब ने दिग्गजों को भी सर पकड़वा कर बैठने को मजबूर किया है।
लोकसभा में बीते सत्रह सितंबर को अतारांकित प्रश्न नंबर 881 लगा, इसमें पूछा गया था कि क्या देश में अभी भी स्वच्छ पेयजल उपलब्ध नहीं है, यदि हाँ तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है और यदि इसके लिए उत्तरदायित्व का निर्धारण किया है तो उसका ब्योरा क्या है ?

सवाल अहम था आख़िर स्वच्छ जल का मसला था, कई बीमारियाँ दूषित जल के सेवन से होती हैं और स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता वाजिब माँग के रुप में देखी समझी जाती रही है। कई बार स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता ना होना सरकार के लिए असुविधा का सबब बनी तो जल्द उपलब्ध कराएँगे के वायदों के साथ असुविधा को सहज करने की क़वायद हुई। नतीजतन सवाल अहम था ।
पर जो जवाब आया उसे लेकर दिग्गज भी गोल गोल घूमने मजबूर हैं। जवाब मुकम्मल है पर उस जवाब में जवाब क्या है इसका ठीक ठीक कतई पता नहीं चल रहा है। सरकार ने इस अहम सवाल का जो जवाब दिया वो कुछ यूँ था

“राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों द्वारा दी गई सूचना के अनुसार 14 सितंबर 2020 की स्थिति के अनुसार 77.69% जनसंख्या वाली 79.16% ग्रामीण बसाहटों में 40 लीटर प्रतिव्यक्ति प्रतिदिन से अधिक और 19.34% जनसंख्या वाली 17.89% ग्रामीण बसावटों में चालीस लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन से कम सेवा स्तर के हिसाब से पीने योग्य जल की व्यवस्था है, जबकि जल स्तोत्रों के साथ 2.97% जनसंख्या वाली 3.16 ग्रामीण बसावटों में गुणवत्ता संबंधी समस्याएँ हैं”

अब आँकड़ों के साथ मौजुद इस जवाब का क्या अर्थ निकालें ? सवाल था देश में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध है या नहीं है यदि हाँ तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है.. जवाब भी दे दिया सरकार ने.. पर इस जवाब में जवाब किधर है ? और जो है उसका मतलब क्या निकलता है ?

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