Sanjay K Dixit Biography Hindi: संजय के. दीक्षित (Sanjay K Dixit) (पत्रकार और NPG.NEWS के संपादक)
Sanjay K Dixit Biography Hindi: संजय के. दीक्षित का जन्म 16 सितंबर 1968 को हुआ। वह एक प्रख्यात भारतीय पत्रकार और NPG.NEWS के संपादक हैं। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में उनकी प्रारंभिक शिक्षा हुई, जहाँ से उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की।
संजय के. दीक्षित (Sanjay K Dixit) (पत्रकार और NPG.NEWS के संपादक)
Sanjay K Dixit Biography Hindi: संजय के. दीक्षित का जन्म 16 सितंबर 1968 को हुआ। वह एक प्रख्यात भारतीय पत्रकार और NPG.NEWS के संपादक हैं। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में उनकी प्रारंभिक शिक्षा हुई, जहाँ से उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की। इसके बाद, उन्होंने एनआईटी रायपुर से एम.टेक और बरकतुल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल से मास्टर ऑफ जर्नलिज्म की डिग्री हासिल की।
- जन्म: 16 सितंबर 1968
- माताः स्व0 सूर्यकुमारी दीक्षित
- पिताः स्व0 डॉ0 राजनारायण दीक्षित
संजय के. दीक्षित की शिक्षा: (Sanjay K. Dixit Education: )
- स्कूली शिक्षा: बिलासपुर, छत्तीसगढ़
- एम.टेक (मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी): एनआईटी रायपुर
- मास्टर ऑफ जर्नलिज्म: बरकतुल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल
संजय के. दीक्षित की जीवनी: (Sanjay K. Dixit Biography )
संजय के. दीक्षित का जन्म 16 सितंबर 1968 को हुआ। वह एक प्रख्यात भारतीय पत्रकार और NPG.NEWS के संपादक हैं। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में उनकी प्रारंभिक शिक्षा हुई, जहाँ से उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की। इसके बाद, उन्होंने एनआईटी रायपुर से एम.टेक और बरकतुल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल से मास्टर ऑफ जर्नलिज्म की डिग्री हासिल की।
संजय के. दीक्षित का करियर: (Sanjay K. Dixit's Career)
1993 में उन्होंने पत्रकारिता में अपने करियर की शुरुआत की। छत्तीसगढ़ के दो प्रमुख शहरों—रायपुर और बिलासपुर—में उन्होंने लंबे समय तक रिपोर्टिंग की। अपने तीन दशक के करियर में, उन्होंने दैनिक भास्कर, जनसत्ता, देशबंधु, दैनिक हिन्दुस्तान, इंडिया टुडे, न्यूज एक्सप्रेस, और स्वराज एक्सप्रेस जैसे देश के शीर्ष समाचार पत्रों और चैनलों में काम किया।
दैनिक हरिभूमि में साप्ताहिक कॉलम "तरकश" (Weekly column "Tarkash" in Dainik Haribhoomi )
दैनिक हरिभूमि में उनका साप्ताहिक कॉलम "तरकश" पिछले 16 वर्षों से लगातार प्रकाशित हो रहा है, जो छत्तीसगढ़ की नौकरशाही और राजनीति पर आधारित है और पाठकों के बीच बेहद लोकप्रिय है।
NPG.NEWS वेबसाइट की स्थापना (Establishment of NPG.NEWS website)
2013 में उन्होंने NPG.NEWS वेबसाइट की स्थापना की, जो तेज, विश्वसनीय और उत्कृष्ट सामग्री के लिए मध्य भारत में एक प्रमुख न्यूज प्लेटफॉर्म बन गया। 2022 से यह वेबसाइट DAVP (Directorate of Advertising and Visual Publicity) में सूचीबद्ध है।
"छत्तीसगढ़ पावर गेम" का संपादन (Establishment of "Chhattisgarh Power Game)
2017 से संजय के. दीक्षित "छत्तीसगढ़ पावर गेम" नामक मासिक पत्रिका का संपादन कर रहे हैं, जो 2024 में DAVP में शामिल हुई। इसके अलावा, 2022 से उन्होंने NPG.NEWS Live नामक यूट्यूब चैनल शुरू किया, जो समाचार प्रसारण में उनकी पहुंच को और विस्तृत करता है।
संजय के. दीक्षित का सामाजिक योगदान (Social Contribution of Sanjay K. Dixit )
सामाजिक क्षेत्र में उनके योगदान भी उल्लेखनीय हैं। सिकल सेल बीमारी के प्रति जागरूकता बढ़ाने वाली उनकी खबरों के लिए 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के हाथों उन्हें फेलोशिप और सम्मान से नवाजा गया। 2010 में उन्होंने सिकल सेल पर एक शोध आधारित पुस्तक लिखी, जिसका विमोचन भी डॉ. कलाम ने एक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में किया। संजय के. दीक्षित ने अपने पत्रकारिता करियर और सामाजिक कार्यों के जरिए छत्तीसगढ़ और मध्य भारत में अपनी एक खास पहचान बनाई है।
संजय के. दीक्षित के प्रमुख रिपोर्ट्स और उनका प्रभाव: (Major reports by Sanjay K. Dixit and their impact)
- इंडिया टुडे: गरीब महिलाओं के गर्भाशय निकालने की उनकी रिपोर्ट ने बड़ा विवाद खड़ा किया। सरकार ने जाँच की, जिसके बाद रायपुर और धमतरी के नौ बड़े डॉक्टरों का रजिस्ट्रेशन रद्द हुआ।
- देशबंधु: बिलासपुर के बिल्हा में एक कॉलेज छात्रा के ब्लाइंड मर्डर की रिपोर्ट के बाद पुलिस अधीक्षक पैदल गाँव पहुँचे। रिपोर्ट में संदिग्ध युवक की गिरफ्तारी हुई।
- दैनिक भास्कर: करोड़ों के डामर घोटाले की खबर ने छत्तीसगढ़ को हिला दिया, जिसकी गूंज बरसों तक रही। आरा मिल घोटाले की रिपोर्ट पर सरकार ने जाँच बैठाई, जिसमें एडिश्नल पीसीसीएफ समेत नौ IFS अधिकारी दोषी पाए गए।
- NPG न्यूज: अभनपुर में 324 करोड़ के मुआवजा घोटाले की खबर पर दो राज्य प्रशासनिक सेवा अधिकारी निलंबित हुए और EOW को जाँच सौंपी गई। CGMSC खरीदी कांड की रिपोर्ट पर EOW ने पाँच अधिकारियों और बड़े सप्लायर को गिरफ्तार किया।
संजय के. दीक्षित ब्यूरोक्रेसी में विशेषज्ञता: (Sanjay K. Dixit Specializes in Bureaucracy)
संजय के. दीक्षित को छत्तीसगढ़ में ब्यूरोक्रेसी की समझ रखने वाले पहले पत्रकार के रूप में जाना जाता है। 22 वर्षों से वह ब्यूरोक्रेसी की खबरों को कवर कर रहे हैं और इस क्षेत्र में उनका नाम एक लीजेंड के तौर पर लिया जाता है।
संजय के. दीक्षित डिजिटल मीडिया में दूरदर्शिता: (संजय के. दीक्षित डिजिटल मीडिया में दूरदर्शिता)
जब वेबसाइट्स के बारे में लोग कम जानते थे, तब संजय के. दीक्षित ने NPG न्यूज शुरू किया। इसे छत्तीसगढ़ के मीडिया में एक स्टार्टअप के रूप में देखा जाता है। इसके बाद वेबसाइट्स की बाढ़ आ गई। अपने जुनून और कठिन परिश्रम से उन्होंने NPG न्यूज को मध्य भारत में एक बड़े नेटवर्क के रूप में स्थापित किया।
संजय के. दीक्षित ने अपनी खोजी पत्रकारिता, सामाजिक योगदान और डिजिटल इनोवेशन के जरिए भारत में एक अमिट छाप छोड़ी है।