PM Modi Lal Qila Speech: लाल किले से पीएम मोदी से बस्तर का किया जिक्र, कहा- छत्तीसगढ़ से खत्म हो रहा नक्सलवाद, रेड कारीडोर बन रहा ग्रीन कारीडोर
PM MODI:79 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लालकिले के प्राचीर से देशवासियों को संबोधित कर रहे थे। पीएम मोदी ने पहली बार लालकिला की प्राचीर से छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद का जिक्र किया। पीएम मोदी ने दृढ़ता और विश्वास के साथ कहा कि छत्तीसगढ़ सालो-साल से नक्सलवाद से ग्रस्त था। पर अब परिस्थितियां तेजी के साथ बदली हैं। छत्तीसगढ़ में अब नक्सलवाद खत्म हो रहा है। बदलाव देखिए जहां पहले नक्सलवाद से लोग त्रस्त थे अब वहां ओलंपिक हो रहा है। बस्तर की बेटियां और बेटे अपने खेल का हुनर दिखा रहे हैं। इससे बड़ा बदलाव और क्या होगा।
PM Modi Lal Qila Speech:
PM MODI: दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से छत्तीसगढ़ का जिक्र किया। यह पहली मर्तबे है जब पीएम मोदी ने खास मौके पर छत्तीसगढ़ का विशेषतौर पर नाम लिया। पीएम मोदी ने कहा सालो-साल से छत्तीसगढ़ नक्सलवाद से ग्रस्त था। हमारे जवानों ने सुरक्षा बलों और पुलिस के जाबांज अफसर और मैदानी अमले ने वो कर दिखाया जिसकी कल्पना हम सबने पहले से ही की थी। छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद से मुक्त कराने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। छत्तीसगढ़ नक्सलवाद से मुक्त हो रहा है। यह बदलाव बस्तर में दिखाई दे रहा है। बस्तर में ओलंपिक हो रहा है। बेटे व बेटियां अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। कभी छत्तीसगढ़ खासतौर से बस्तर की गिनती रेड कारीडोर के रूप में हाेती थी। अब ग्रीन कारीडोर बन रहा है।
छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद के खात्मे का जिक्र करने के साथ ही आपरेशन सिंदूर की बात कही। देश के प्रमुख स्थलों जिनमें सामरिक और नागरिक क्षेत्र है उनकी सुरक्षा को लेकर बड़ा निर्णय लेने की बात कही। पीएम मोदी ने कहा कि अब देश मिशन सुदर्शन चक्र लांच करेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने एक संकल्प लिया है, इसके लिए मुझे देशवासियों का आशीर्वाद चाहिए। क्योंकि समृद्धि कितनी ही हो, लेकिन सुरक्षा के साथ न हो तो इसका महत्व नहीं होता। मैं लाल किले से कह रहा हूं कि आने वाले 10 साल में यानी 2035 तक राष्ट्र के सभी अहम स्थलों जिनमें सामरिक के साथ साथ सिविलियन क्षेत्र भी शामिल हैं।
जैसे अस्पताल, रेलवे, आस्था के केंद्र हों, उन्हें तकनीक के नए प्लेटफॉर्म द्वारा पूरी तरह सुरक्षा का कवच दिया जाएगा। ये सुरक्षा का कवच लगातार विस्तृत होगा। देश का हर नागरिक सुरक्षित महसूस करे, किसी भी तरह की तकनीक आ जाए, हमारी तकनीक उसका मुकाबला करने में सक्षम हो। मैं 2035 तक इसके लिए राष्ट्रीय कवच को विस्तार देना चाहता हूं।
भगवान श्रीकृष्ण के सुदर्शन चक्र का किया जिक्र-
पीएम मोदी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जो सुदर्शन चक्र था, हमने उस चक्र की राह को चुना है। जब महाभारत की लड़ाई चल रही थी श्रीकृष्ण ने अपने सुदर्शन चक्र से सूर्य के प्रकाश को रोक दिया था और दिन में ही अंधेरा कर दिया था। तब अर्जुन ने जो शपथ ली थी जयद्रथ का वध करने की, उसे वे पूर्ण कर पाए थे, यह सुदर्शन चक्र की वजह से हुआ था।
पीएम मोदी ने कहा कि अब देश मिशन सुदर्शन चक्र लॉन्च करेगा। यह सुदर्शन चक्र एक ताकतवर वेपन सिस्टम दुश्मन के हमले को न्यूट्रलाइज तो करेगा ही बल्कि दुश्मन पर कई गुना तेज पलटवार भी करेगा। हमने मिशन सुदर्शन चक्र के लिए कुछ मूलभूत बातें भी तय की हैं, हम 10 साल में उसे पूरी तेजी से आगे बढाना चाहते हैं। उसकी मैन्युफैक्चरिंग से लेकर पूरी रिसर्च देश में देश के लोगों द्वारा ही हो। वॉरफेयर के हिसाब से उसका हिसाब-किताब लेकर हम इस पर प्लस वन की नीति से काम करेंगे। सुदर्शन चक्र की एक खासियत थी कि उसका जो निशाना होता था, वहीं तक जाता था, और फिर वापस आ जाता था। हम भी सुदर्शन चक्र की तरह टारगेट के आधार पर आगे बढ़ेंगे।
सोची समझी साजिश के तहत देश की डेमोग्राफी को बदला जा रहा-
पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज देश के सामने एक चिंता और चुनौती के संबंध में आगाह करना चाहता हूं। षड़यंत्र के तहत, सोची समझी साजिश के तहत देश की डेमोग्राफी को बदला जा रहा है। एक नए संकट के बीज बोए जा रहे हैं। ये घुसपैठिए मेरे देश के नौजवानों की रोजी-रोटी छीन रहे हैं। ये घुसपैठिये मेरे देश की बहन-बेटियों को निशाना बना रहे हैं। ये घुसपैठिए आदिवासियों के घरों में घुसकर उनकी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। ये देश सहन नहीं करेगा। जब सीमावर्ती क्षेत्रों में डेमोग्राफी में बदलाव होता है तब देश की सुरक्षा पर संकट होता है। यह सामाजिक तनाव के बीज बो देता है। कोई देश अपना देेश दूसरों के हवाले नहीं कर सकता है। हमारे पूर्वजों ने त्याग औऱ बलिदान से आजादी पाई है। उन महापुरुषों के प्रति हमारा दायित्व है कि हम ऐसा नहीं होने दें। मैं लालकिले की प्राचीर से कहना चाहता हूं कि हमने हाई पावर्ड डेमोग्राफी मिशन शुरू कर रहे हैं।
पीएम धनधान्य कृषि योजना की शुरुआत-
पीएम मोदी ने कहा कि हम खेती के मामले में वे जिले जो दूसरों से पीछे रह गए, जहां खेती अपेक्षाकृत कम है। इसके लिए हमने पीएम धनधान्य कृषि योजना को आरंभ किया है। हमने ऐसे 100 जिलों की पहचान की है, जहां खेती कमजोर है। इस योजना के जरिए हम उन 100 जिलों में खेती को बेहतर कराने की कोशिश कर रहे हैं। भारत के मछुआरे, पशुपालकों से जुड़ी कोई भी अहितकारक नीति के आगे मोदी दीवार बनकर खड़ा है। भारत अपने किसानों अपने पशुपालकों और अपने मछुआरों के संबंध में कभी भी कोई समझौता स्वीकार नहीं करेगा।
ज्योति बा फुले की जयंती पर समारोह का होगा आयोजन-
पीएम मोदी ने कहा कि बहुत ही निकट भविष्य में महान समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा फुले की 200वीं जयंती आ रही है। हम उनकी जयंती के समारोह शुरू करने जा रहे हैं। उन्होंने जो मंत्र दिए उसमें हमारे लिए प्रेरणा है। पिछड़ों को प्राथमिकता। इसके जरिए हम परिवर्तन करना चाहते हैं। हम पिछड़ों को प्राथमिकता को हर पिछड़े के जीवन में उतारना चाहते हैं।
आरएसएस का किया जिक,100 साल से राष्ट्र सेवा में समर्पित
पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं गर्व के साथ एक बात का जिक्र करना चाहता हूं। आज से 100 साल पहले एक संगठन का जन्म हुआ- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ। 100 साल से राष्ट्र की सेवा। व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण के संकल्प को लेकर 100 साल तक मां भारती के कल्याण का लक्ष्य लेकर संघ के लोगों ने मातृभूमि के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित किया है। आरएसएस दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ है। 100 साल से उसका देश की यात्रा में अहम योगदान है।
स्वदेशी का मजबूरी में नहीं मजबूती के साथ उपयोग करेंगे-
पीएम मोदी ने कहा कि मैं देश के व्यापारियों से कहना चाहता हूं कि हम स्वदेशी का मजबूरी में नहीं मजबूती के साथ उपयोग करेंगे और मजबूती के लिए उपयोग करेंगे। जरूरत पड़ी तो दूसरों को मजबूर करने के लिए उपयोग करेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं सभी राजनीतिक दलों और नेताओं को कहना चाहता हूं कि ये किसी राजनीतिक दल का एजेंडा नहीं है। भारत सभी का है। हम वोकल फॉर लोकल को सभी भारतीयों का मंत्र बनाएं। भारत के लोगों के पसीने से बनी भारत की चीजें, जिनमें हमारे लोगों की मेहनत की महक हो, हम वही चीजें खरीदें। देश देखते ही देखते बदल जाएगा।
युवाओं की दी चुनौती और किया आह्वान-
पीएम मोदी ने कहा कि आज आईटी का युग है। डाटा की ताकत है, क्या समय की मांग नहीं है कि साइबर सुरक्षा से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक सभी चीजें हमारी अपनी हों। इसमें हमारे लोगों का ही सामर्थ्य जुटा हो। आज दुनिया में सोशल मीडिया हो या बाकी प्लेटफॉर्म्स हों, हम दुनिया के प्लेटफॉर्म्स पर काम कर रहे हैं। हमने दुनिया को यूपीआई का सामर्थ्य दिखा दिया है। डिजिटल ट्रांजेक्शन में अकेले भारत 50 फीसदी योगदान दे रहा है। मेरे देश के नौजवानों मैं चुनौती देता हूं कि क्यों न इसी तरह हमारे अपने पेटेंट हों, क्यों हम दूसरे देशों पर निर्भर हों।
दिवाली में बड़े सुधार का किया संकेत-
पीएम मोदी ने कहा कि इस दिवाली में मैं डबल दिवाली का काम करने वाला हूं। इस दिवाली में हम बड़ा सुधार करने वाले हैं। बीते आठ साल में हमने जीएसटी से टैक्स व्यवस्था को सरल किया है। आठ साल बाद समय की मांग है कि हम इसका रिव्यू करें। हमने इसकी समीक्षा की। राज्यों से बात की। हम नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी रिफॉर्म्स लेकर आ रहे हैं। बहुत बड़ी सुविधा बनेगी। हमारे उद्योगों को बड़ा लाभ मिलेगा। रोजमर्रा की चीजें सस्ती हो जाएंगे, जिससे अर्थव्यवस्था को बड़ा बल मिलेगा