Parliament Winter Session Day 1: पहले दिन ही संसद में हंगामा, SIR विवाद पर सरकार–विपक्ष आमने-सामने, कार्रवाई तीन बार स्थगित, पढ़ें आज लोकसभा और राज्यसभा में क्या हुआ?
Parliament Winter Session Day 1: शीतकालीन सत्र के पहले दिन संसद में SIR विवाद पर भारी बवाल। प्रधानमंत्री मोदी के ‘ड्रामा’ बयान पर विपक्ष का पलटवार। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही तीन बार स्थगित।
Parliament Winter Session Day 1: संसद का शीतकालीन सत्र उम्मीद के मुताबिक पहले ही दिन बेहद हंगामेदार रहा। लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में सरकार और विपक्ष के बीच तीखी तकरार देखने को मिली। राज्यसभा में नव-नियुक्त उपसभापति सीपी राधाकृष्णन के स्वागत के दौरान ही माहौल गरमा गया, जबकि लोकसभा में वोटर लिस्ट संशोधन (SIR) पर भारी हंगामा हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्र शुरू होने से पहले विपक्ष को नसीहत दी थी कि संसद चलानी है तो सहयोग जरूरी है। लेकिन सत्र की शुरुआत से ही विपक्ष आक्रामक मुद्रा में दिखाई दिया और लगातार कार्यवाही बाधित होती रही।
PM Modi बनाम विपक्ष ‘ड्रामा’ वाले बयान से मचा बवाल
प्रधानमंत्री ने कहा था कि ड्रामा नहीं, डिलीवरी पर ध्यान देना चाहिए। विपक्ष ने इस बयान को तुरंत निशाने पर ले लिया। कांग्रेस, टीएमसी, समाजवादी पार्टी और अन्य दलों ने कहा कि उनकी आवाज़ उठाना ड्रामा कैसे हो सकता है? सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तो पलटवार करते हुए कहा कि पूरा देश PM द्वारा किए जा रहे SIR ड्रामा को देख रहा है। विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार चर्चा से बचने के लिए विपक्ष की मांगों को ड्रामा बता रही है।
SIR विवाद बना सबसे बड़ा मुद्दा, विपक्ष अड़ा ’बिना चर्चा सदन नहीं चलेगा’
लोकसभा में विपक्ष ने साफ कहा कि वोटर लिस्ट संशोधन (SIR) देशव्यापी चिंता का विषय है और बंगाल समेत कई राज्यों में इसके दुरुपयोग के आरोप लग रहे हैं। TMC ने कहा कि “बंगाल में केंद्र की मनमानी नहीं चलेगी।” अखिलेश यादव ने तो यह भी कहा कि जब तक SIR पर विस्तृत चर्चा नहीं होगी सदन को चलने नहीं दिया जाएगा।
PM की आपात बैठक: क्या है सरकार की रणनीति?
विपक्ष के लगातार विरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लोकसभा कक्ष में महत्वपूर्ण बैठक बुलाई, जिसमें केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और किरेन रिजिजू भी मौजूद रहे। माना जा रहा है कि बैठक में शीतकालीन सत्र को सुचारू रूप से चलाने की रणनीति पर चर्चा की गई। सरकार पर कई महत्वपूर्ण विधेयक पास करने का दबाव है, और विपक्ष की आक्रामकता इसमें बड़ी बाधा बन रही है।
लोकसभा की कार्यवाही हंगामे की भेंट तीन बार स्थगित
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने नारेबाज़ी शुरू कर दी। स्पीकर ओम बिरला के बार-बार शांत होने के आग्रह के बावजूद विपक्ष पीछे नहीं हटा, जिसके बाद सदन को पहले 12 बजे तक, फिर 2 बजे तक और फिर पूरे दिन के लिए स्थगित करना पड़ा। सत्र के पहले ही दिन सदन के कामकाज पर इसका गंभीर असर पड़ा।
राज्यसभा में CP Radhakrishnan के स्वागत के दौरान भी बवाल
राज्यसभा में उपसभापति सीपी राधाकृष्णन के स्वागत भाषण के दौरान भी हंगामा हो गया। प्रधानमंत्री ने उनकी सादगी, निष्ठा और समाज सेवा की प्रशंसा करते हुए उनका स्वागत किया। लेकिन जैसे ही नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि पिछले उपराष्ट्रपति ने विपक्ष को पूरा सम्मान नहीं दिया, एनडीए सांसदों ने इसका तीखा विरोध किया। इस तरह पहले ही दिन दोनों सदनों का माहौल राजनीतिक बयानबाज़ी और टकराव से भरा रहा।