MP Ratlam News: अचानक 35 से अधिक छात्राओं की तबीयत खराब, छात्रावास में मचा हड़कंप
MP Ratlam News: मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के बाजना स्थित एकलव्य बालिका छात्रावास में सोमवार और मंगलवार के बीच रात को 35 से अधिक छात्राओं की तबीयत अचानक खराब हो गई, अब तक 20 छात्राओं को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया है, जबकि बाकी छात्राओं का इलाज किया गया और उन्हें छुट्टी दे दी गई है.
MP Ratlam News: मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के बाजना एकलव्य बालिका छात्रावास में सोमवार और मंगलवार के बीच रात को 35 से अधिक छात्राओं की तबीयत अचानक खराब हो गई, जिससे हड़कंप मच गया. छात्राओं में उल्टी, बुखार, दस्त और घबराहट जैसे लक्षण पाए गए, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल भेजा गया. अब तक 20 छात्राओं को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया है, जबकि बाकी छात्राओं का इलाज किया गया और उन्हें छुट्टी दे दी गई है.
फूड पॉइजनिंग की आशंका
परिजनों और स्थानीय लोगों ने यह आशंका जताई है कि छात्राओं के बीमार होने की वजह फूड पॉइजनिंग हो सकती है. वहीं, ट्राइबल विभाग और स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, इसे वायरल फीवर से जोड़कर देखा जा रहा है. घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारी मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं.
मौके पर पहुंचे आला अधिकारी
इस घटना ने प्रशासन को झकझोर कर रख दिया है, क्योंकि 35 छात्राओं का एक साथ बीमार होना एक बड़ी समस्या की ओर इशारा करता है. जानकारी मिलते ही एसडीएम सैलाना, ट्राइबल विभाग के अधिकारी और चिकित्सा टीम मौके पर पहुंचे. छात्रावास के बाकी बच्चों का भी स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है और इसके साथ ही छात्रावास के पानी की गुणवत्ता की जांच करने के आदेश भी दिए गए हैं.
सामने आती रहती है अव्यवस्थाओं की खबर
गौरतलब है कि आदिवासी कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों में अक्सर अव्यवस्थाओं की खबरें सामने आती रही हैं. इससे पहले भी आदिवासी छात्र और छात्राएं हॉस्टलों में खाने की खराब गुणवत्ता और अन्य परेशानियों को लेकर कलेक्टर के पास शिकायतें कर चुके हैं. छात्राओं के बीमार पड़ने की इस घटना ने इन समस्याओं को और बढ़ा दिया है.
जनजातीय कार्य विभाग की अधिकारी रंजना सिंह ने बताया कि छात्राओं की तबीयत खराब होने पर उन्हें शासकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. जांच के बाद यह पाया गया कि अधिकांश छात्राओं में वायरल फीवर के लक्षण थे. हालांकि, पूरे मामले की जांच जारी है, स्वास्थ्य विभाग ने भी दूषित पानी या फिर किसी संक्रमण के कारण इस समस्या को होने की संभावना जताई है.