MP News: 'लव जिहाद' के आरोपी पार्षद अनवर कादरी की बढ़ी मुश्किलें, 12 तक बढ़ाई गई रिमांड, मामले में जांच जारी

इंदौर की बाणगंगा पुलिस ने दूसरी बार रिमांड खत्म होने के बाद पार्षद अनवर कादरी को सोमवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने पुलिस की मांग पर उनका रिमांड 12 सितंबर तक बढ़ा दिया है।

Update: 2025-09-08 15:00 GMT

इंदौर। लव जिहाद और जबरन धर्म परिवर्तन जैसे गंभीर आरोपों में घिरे कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। तीन महीने की फरारी के बाद हाल ही में सरेंडर करने वाले कादरी को पुलिस रिमांड में लेकर लगातार पूछताछ कर रही है।

अब पुलिस ने उसकी फरारी के दौरान मदद करने वालों को पकड़ने के लिए अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कादरी ने भागने के दौरान नागपुर से एक नया मोबाइल फोन खरीदा था, जिसका खुलासा उसने पूछताछ में खुद किया है।

जानकारी के मुताबिक, एडिशनल डीसीपी राजेश डांडोतिया ने बताया कि, अनवर कादरी को नागपुर ले जाया गया था। उसने पुलिस को बताया कि उसने नागपुर में एक फोन खरीदा और उसमें मिनाजुद्दीन नाम के व्यक्ति के नाम से ली गई सिम का इस्तेमाल किया। पुलिस को इस सिम का बिल भी मिल गया है। अब पुलिस इस फोन और सिम की डिटेल खंगाल रही है ताकि उसके पूरे नेटवर्क और उसे मदद करने वालों तक पहुंचा जा सके।

बाणगंगा पुलिस ने सोमवार को कादरी की दूसरी रिमांड खत्म होने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया। पुलिस की मांग पर कोर्ट ने उसकी रिमांड 12 सितंबर तक बढ़ा दी है। पुलिस का कहना है कि, अनवर से अभी भी कई जरूरी दस्तावेज और बैंक अकाउंट की जानकारी नहीं मिल पाई है, जिनकी तलाश की जा रही है।

बेटी से हुई पूछताछ, लेकिन कुछ खास हासिल नहीं

बीते रविवार को पुलिस कादरी को नागपुर से इंदौर वापस लेकर आई थी, लेकिन वहां से कोई बड़ी जानकारी नहीं मिल पाई। वहीं, पुलिस ने कादरी की बेटी आयशा को रिमांड खत्म होने के बाद जेल भेज दिया है। पुलिस ने दोनों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ भी की, लेकिन कोई ठोस जानकारी हाथ नहीं लगी।

हथियार लाइसेंस की जांच

सदर बाजार पुलिस ने भी कादरी से अवैध हथियार लाइसेंस के मामले में पूछताछ की तैयारी कर ली है। कादरी के घर से एक फर्जी आर्म्स लाइसेंस मिला था, जिसे उसने जम्मू-कश्मीर से बनवाया था। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली है, लेकिन अभी तक कादरी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, रिमांड के दौरान इस मामले में भी पूछताछ की जाएगी।

आपको बता दें कि, अनवर कादरी पर 40 हजार रुपये का इनाम था और वह दो दुष्कर्म मामलों में वांटेड था। ये मामले 11 जून को दर्ज हुए थे, जिनमें कादरी को मुख्य आरोपी बनाया गया था।

आरोपियों ने लिया था कादरी का नाम

यह मामला तब सामने आया, जब बाणगंगा थाना क्षेत्र में दो युवकों साहिल शेख और अल्ताफ पर दो युवतियों से रेप और धर्म परिवर्तन का आरोप लगा। जांच के दौरान मिले वीडियो में इन आरोपियों ने कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी का नाम लिया था। उन्होंने बताया कि कादरी ने उन्हें लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाने और शादी के लिए पैसे देने का वादा किया था। पुलिस के अनुसार, कादरी ने एक लड़की को फंसाने के लिए एक लाख और निकाह कराने पर दो लाख रुपये देने की बात कही थी।

जांच में पता चला कि, साहिल और अल्ताफ सोशल मीडिया पर 'अर्जुन' और 'राज' जैसे फर्जी हिंदू नामों से आईडी बनाकर लड़कियों से दोस्ती करते थे और फिर उन्हें शादी व धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डालते थे। पुलिस ने पहले कादरी की बेटी आयशा को दिल्ली से गिरफ्तार किया था, जो फरारी के दौरान अपने पिता के संपर्क में थी।

पुलिस की जांच में यह भी सामने आया था कि, कादरी ने भागने से पहले अपना पुराना फोन इंदौर में छोड़ दिया था और मिनाजुद्दीन के नाम से सिम लेकर नेपाल भाग गया था। नेपाल में उसने अपनी बेटी आयशा के अकाउंट से होटल और अन्य खर्चों का भुगतान किया था। पुलिस का कहना है कि, वे इस मामले की तह तक जाएंगे और कादरी को मदद करने वाले हर व्यक्ति का पता लगाएंगे।

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