MP में IT विभाग की बड़ी कार्रवाई; टैक्स चोरी के मामले में इन ठिकानों पर छापे, खंगाले जा रहे दस्तावेज..
मंगलवार को आज सुबह आयकर विभाग ने मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र में छापेमार कार्रवाई को अंजाम दिया। एमपी के इंदौर, भोपाल में यह कार्रवाई की गई।
Big action by IT department in MP; Raids on these places in case of tax evasion, documents being scrutinized..
भोपाल। मंगलवार को आज सुबह आयकर विभाग ने मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र में छापेमार कार्रवाई को अंजाम दिया। एमपी के इंदौर, भोपाल में यह कार्रवाई की गई। सूत्रों के अनुसार, यह जांच की कार्रवाई राजधानी भोपाल के एमपी नगर स्थित साइंस हाउस मेडिकल प्राइवेट लिमिटेड (SHMPL) और इंदौर में उसके सहयोगी संस्थानों के ठिकानों पर की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, छापे के दौरान भारी मात्रा में टैक्स चोरी के दस्तावेज जब्त किए गए हैं। उनकी जांच जारी है।
बताया जा रहा है कि, आयकर विभाग ने अलग-अलग टीम गठित कर इस कार्रवाई को अंजाम दिया। भोपाल में 6 से ज्यादा ठिकानों पर सुबह से ही सर्चिंग की जा रही है। भोपाल में मेडिकल कारोबारी राजेश गुप्ता के घर पर भी इनकम टैक्स ने दबिश दी है। यहां लालघाटी स्थित पंचवटी में 64 बी नंबर के उनके घर के बाहर बड़े पैमाने पर पुलिसकर्मी तैनात हैं। बताया जा रहा है कि, राजेश गुप्ता मेडिकल सर्जिकल आइटम बनाते हैं, वे विदेश में मेडिकल सर्जिकल इक्विपमेंट बनाने की फैक्ट्री चलाते है और युगांडा में उनकी फैक्ट्री है।
सूत्रों के अनुसार, टीम सुबह तक़रीबन 5 बजे साइंस हाउस पहुंची। साइंस हाउस का मेन ऑफिस भोपाल में गौतम नगर के मकान नंबर सी-25 में 1994 से चल रहा है। कंपनी देशभर में मेडिकल इक्विपमेंट्स की सप्लाई करती है। डायग्नोस्टिक सर्विस भी देती है। पैथालॉजी लैब और निजी अस्पताल की भी सेवाएं भी उपलब्ध कराती हैं।
फिलहाल अफसर, इसके संचालक जितेंद्र तिवारी और उनके सहयोगी सॉफ्टवेयर इंजीनियर रोहित गुप्ता, कंसल्टेंट दिनेश बारोलिया, शिखा राजोरिया से पूछताछ कर रहे हैं। ईओडब्ल्यू ने 2024 में रीवा में ज़्यादा रेट पर मेडिकल किट बेचने का मामला दर्ज कर जितेंद्र तिवारी और शैलेंद्र तिवारी को जेल भी भेजा था। आपको बता दें कि, शैलेंद्र तिवारी साइंस हाउस का डायरेक्टर है। सूत्रों के अनुसार, छापे के दौरान टैक्स चोरी से जुड़े भारी मात्रा में दस्तावेज जब्त किए गए हैं, जिनकी विभागीय टीम जांच कर रही है। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई बड़े पैमाने पर कर चोरी के खुलासे से जुड़ी है।