MP में आवारा कुत्तों का आतंक: 13 साल की बच्ची की हुई मौत, हर दिन इतने लोग हो रहे हादसे का शिकार
मध्य प्रदेश के सिवनी में आवारा कुत्तों ने एक बच्ची पर हमला कर दिया और उसे नोंच डाला। जिससे बच्ची की मौत हो गई। बताया जाता है कि, बच्ची अपनी सहेली के साथ खेत में घूमने जा रही थी। इसी दौरान 4-5 कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया।
Terror of stray dogs in MP: 13 year old girl died, so many people are becoming victims of accidents every day
भोपाल। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में आवारा कुत्तों के आतंक ने एक 13 साल की मासूम बच्ची की जान ले ली। बीते शुक्रवार को कान्हीवाड़ा थाना क्षेत्र के समनापुर गांव में हुई इस दर्दनाक घटना से पूरे गांव में मातम पसर गया है।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, 13 साल की अवनी अपनी एक सहेली के साथ खेत में घूमने गई थी। गांव से करीब एक किलोमीटर दूर, अचानक 4-5 आवारा कुत्तों के झुंड ने उन पर हमला कर दिया। हमले से डरकर अवनी की सहेली तो किसी तरह वहां से भागकर गांव पहुंच गई और लोगों को खबर दी, लेकिन कुत्तों ने अवनी को घेर लिया। जब तक गांव के लोग मौके पर पहुंचते, कुत्तों ने बच्ची को बुरी तरह नोच डाला था। अवनी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव का पोस्टमार्टम कराया और परिजनों को सौंप दिया।
क्या है रेबीज का खतरा?
आपको बता दें कि, यह तो आपने बस एक जिले की घटना है, लेकिन पूरे मध्य प्रदेश में आवारा जानवरों का आतंक लगातार बढ़ रहा है। भोपाल में ही हर दिन औसतन 72 से ज़्यादा लोग जानवरों के काटने का शिकार हो रहे हैं, जिनमें से ज़्यादातर मामले कुत्तों के हैं। जनवरी से जून 2025 के बीच भोपाल के जेपी और हमीदिया अस्पतालों में 13,000 से ज़्यादा लोग इलाज के लिए पहुंचे।
रेबीज: एक जानलेवा बीमारी
डॉक्टरों के अनुसार, रेबीज एक खतरनाक बीमारी है जिसे वैक्सीन से पूरी तरह रोका जा सकता है। लेकिन कई लोग जानवरों के काटने को हल्के में लेते हैं और लापरवाही बरतते हैं, जो जानलेवा साबित हो सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, दुनिया भर में रेबीज से होने वाली मौतों में से 36% भारत में होती हैं। हमारे देश में हर साल 18,000 से 20,000 लोग रेबीज से अपनी जान गंवाते हैं। इनमें से 30 से 60% पीड़ित 15 साल से कम उम्र के बच्चे होते हैं।