'FARZI' फिल्म से प्रेरित नकली नोट गैंग! Youtube से सीखा स्कैम; 56 हजार के जाली नोटों के साथ 4 गिरफ्तार
मध्य प्रदेश की इंदौर पुलिस ने नकली नोट छापने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है।
(NPG FILE PHOTO)
भोपाल/इंदौर। बॉलीवुड की फिल्म 'फर्जी' फिल्म जिसने बॉक्स ऑफिस पर खूब पैसे छापे। इस फिल्म में एक किरदार होता है, जो ढेर सारे नकली पैसे छापकर अमीर बन जाता है। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के क्लिनसिटी कहे जाने वाले इंदौर से समाने आया है। यहां पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो यूट्यूब से देखकर नकली नोट छापने का कारोबार चला रहे थे। इनमें दो छात्र और दो उनके रिश्तेदार शामिल है। वहीं, ये पूरा मामला इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है।
बाणगंगा पुलिस की कार्रवाई
बाणगंगा थाने की एसआई सीमा मुवेल को मुखबिर से सूचना मिली थी कि, खंडवा निवासी यशराज मीणा और शुभम मीणा अपने दो साथियों हेमंत कुशवाह और सौरभ (निवासी हरदा) के साथ नकली नोटों की डिलीवरी देने इंदौर आ रहे हैं। पुलिस ने एमआर-10 पर घेराबंदी कर चारों को धर दबोचा। जब तलाशी ली गई तो उनके पास से 56 हजार के नकली नोट बरामद हुए, जिनमें 200 रुपये के नोट भी शामिल थे।
कलर प्रिंटर बना जाली नोटों की फैक्ट्री
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि, आरोपी खंडवा में अपने घर पर ही कलर प्रिंटर से नकली नोट छापते थे। उन्होंने बाजार से प्रिंटर खरीदा और यूट्यूब पर वीडियो देखकर नोट छापने की तकनीक सीखी। असली जैसे दिखने वाले नोटों को वे बेहद कम कीमत पर बेचने की योजना बना रहे थे। शुरुआती डील में 10 हजार के नकली नोट के बदले 3 हजार असली रुपए लिए गए थे। दूसरी बार वे 24 हजार रूपये के नकली नोट सप्लाई करने पहुंचे थे, तभी पुलिस ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया।
छात्र और भजन मंडली से जुड़े आरोपी
गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों की पृष्ठभूमि भी चौंकाने वाली है। यशराज और हेमंत भजन मंडली में काम करते हैं, जबकि हेमंत और सौरभ इंदौर के बाणगंगा इलाके में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। पुलिस को शक है कि, इंदौर के ही एक व्यक्ति से इनका संपर्क हुआ था, जिसने नकली नोटों की सप्लाई की बात की थी। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की।
56 हजार रुपये के नकली नोट जब्त
पुलिस ने आरोपियों से कलर प्रिंटर, नोट प्रिंटिंग के कागज़ और 56 हजार रुपये के नकली नोट जब्त किए हैं। एडिशनल डीसीपी रामस्नेही मिश्रा ने बताया कि, आरोपियों से दो दिन का रिमांड लेकर पूछताछ की जा रही है। साथ ही खंडवा और हरदा में उनके पुराने आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि, नकली नोट किन-किन लोगों तक पहुंचे है और यह नेटवर्क कितना बड़ा है।