Chaubis Khamba Mata Mandir: महाअष्टमी पर मिठाई या खीर नहीं... कलेक्टर ने देवी को लगाया शराब का भोग, देखिए Video

Chaubis Khamba Mata Mandir: महाअष्टमी पर भक्त मंदिर में फूल माला, चुनरी, श्रृंगार के सामान और तरह तरह के पकवान चढ़ाते हैं. लेकिन उज्जैन के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने माता को मिठाई या खीर नहीं बल्कि शराब का भोग लगाया है.

Update: 2024-10-11 11:19 GMT

Chaubis Khamba Mata Mandir: शारदीय नवरात्रि के दौरान देशभर के मंदिरों में माता के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी है. आज शुक्रवार को पूरे देश में महाअष्टमी और नवमी का पर्व मनाया जा रहा है. महाअष्टमी पर भक्त मंदिर में फूल माला, चुनरी, श्रृंगार के सामान और तरह तरह के पकवान चढ़ाते हैं. लेकिन उज्जैन के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने माता को मिठाई या खीर नहीं बल्कि शराब का भोग लगाया है. जिसकी फोटो और वीडियो काफी वायरल हो रही है. 

इस मंदिर माँ को लगता है शराब का भोग

दरअसल, धार्मिक नगरी उज्जैन में महामाया और चौबीस खम्बा माता मंदिर में माता को मदिरा का भोग लगाने की परम्परा है. नवरात्रि की महाष्टमी के दिन पूजा के बाद देवी माँ को शराब का भोग लगाया जाता है.  फिर उस शराब भक्तों में प्रसाद के रूप में बांटा जाता है. यह मंदिर हज़ारों साल पुरानी है. राजा विक्रमादित्य के समय से यह परम्परा शुरू हुई है. राजा विक्रमादित्य चौबीस खम्बा माता मंदिर में पूजा अर्चना करते थे. जिसके बाद यह परम्परा चलती आ रही है. 

हज़ारों साल पुरानी है परम्परा 

उज्जैन नगर में प्रवेश का प्राचीन द्वार है. द्वार पर चौबीस खंबे लगे हुए थे. इसलिए इसे चौबीस खम्बा कहा जाता है. द्वार पर भैरव व देवी विराजित हैं. जो आपदा-विपदा से नगर की रक्षा करते हैं. चौबीस खंबा माता भी उनमें से एक हैं. बताया जाता है सम्राट विक्रमादित्य माता महालाया और महामाया के साथ ही भैरव भी पूजा करते थे. सबसे चौबीस खंबा माता मंदिर में नगर पूजन किया जाता है. इसके बाद शहर के 40 मंदिरों में पूजा के बाद शराब का भोग लगाया जाता है.

यह नगर पूजा 12 से 14 घंटे चलती है. पूजा की शुरुआत चौबीस खंबा मंदिर से सुबह 7:30 बजे शुरू हुई है. जिसका समापन रात में हांडीफोड़ भैरव मंदिर पर होगा. इस दौरान एक घड़ें में शराब भरकर 27 किलोमीटर तक यात्रा की जाती है. घड़ें में छेद किया जाता है. जो यात्रा के दौरान बहती रहती है. मान्यता है कि माता को शराब चढाने से शहर की सारी परेशानियां खत्म हो जाती है. आपदा या किसी तरह की बीमारी सभी दूर हो जाते हैं. जीवन में सुख-समृद्धि आती है. इसी मान्यता के साथ हज़ारों साल से यह परम्परा निभाई जा रही है.

कलेक्टर नीरज निभाई परम्परा

इसी परम्परा को निभाते हुए कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने माता को शराब का भोग लगाया. कलेक्टर ने शुक्रवार सुबह पारंपरिक रूप से पूजा की गई. इस दौरान कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने माता को मदिरा की धार चढ़ा कर आरती पूजन किया. 

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