Bharat Pakistan War: पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बड़ा बयान, सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान को चेतावनी
Bharat Pakistan War: बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव और संभावित युद्ध की स्थिति को लेकर बड़ा बयान दिया है.उन्होंने पाकिस्तान को 'बिगड़ैल औलाद' बताते हुए कहा कि यह देश कभी सुधर नहीं सकता.साथ ही उन्होंने भारत सरकार और सेना से आग्रह किया कि अब वक्त आ गया है कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब दिया जाए.
Bharat Pakistan War: बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव और संभावित युद्ध की स्थिति को लेकर बड़ा बयान दिया है.उन्होंने पाकिस्तान को 'बिगड़ैल औलाद' बताते हुए कहा कि यह देश कभी सुधर नहीं सकता.साथ ही उन्होंने भारत सरकार और सेना से आग्रह किया कि अब वक्त आ गया है कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब दिया जाए.
गौरतलब है कि बीते कुछ समय से भारत-पाकिस्तान सीमा पर हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं.नियंत्रण रेखा (LoC) पर बार-बार सीजफायर का उल्लंघन, आतंकी घुसपैठ की कोशिशें, और आतंकवाद को लेकर भारत की चिंता लगातार बढ़ रही है.ऐसे समय में धीरेंद्र शास्त्री का यह बयान देश की भावनाओं को प्रतिबिंबित करता नजर आ रहा है.
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर का बयान
"हमें भरोसा है पाकिस्तान के ऊपर कि यह कितने भी समझौते कर ले, हर समझौते के बाद सीजफायर का उल्लंघन करेंगे.जब तक इनके घर में घुसकर जवाब नहीं देंगे, तब तक इन्हें समझ में नहीं आएगा.क्योंकि भारत की सेना के पास और प्रधानमंत्री के पास इससे बेहतर उपाय कुछ नहीं है" आगे उन्होंने कहा, "कुत्ते की पूंछ पुंगरिया में डालो, टेढ़ी की टेढ़ी निकलती है.वही हाल पाकिस्तान का है."
धीरेंद्र शास्त्री, देश में सनातन धर्म और राष्ट्रवाद की एक मजबूत आवाज बनकर उभरे हैं, अपने संबोधन में कई बार राष्ट्र की एकता और अखंडता की बात कर चुके हैं.इस बार भी उन्होंने पाकिस्तान को लताड़ते हुए कहा कि भारत की सहनशक्ति की परीक्षा अब और नहीं ली जा सकती.उनका कहना था कि भारत को अब निर्णायक कदम उठाने की जरूरत है.
कूटनीतिक स्तर पर दबाव बनाना भी जरूरी
जहाँ एक ओर धार्मिक और सामाजिक नेतृत्व से इस तरह के सख्त बयान आ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भारत की कूटनीतिक रणनीति भी पाकिस्तान पर दबाव बनाए हुए है.अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को आतंकवाद का समर्थन देने वाला देश घोषित करने की मांग वर्षों से की जा रही है, जिसमें भारत को कुछ हद तक सफलता भी मिली है.
देश को एकजुट होने की जरूरत
जब देश की सीमाएं खतरे में हों, तब एकजुटता और स्पष्ट रणनीति सबसे बड़ी आवश्यकता होती है.धीरेंद्र शास्त्री का यह बयान एक चेतावनी नहीं, बल्कि जनभावना का प्रतिनिधित्व है.उन्होंने पाकिस्तान को करारा जवाब देने की मांग करते हुए देश की जनता, सरकार और सेना को एकजुट होकर कार्य करने का संदेश दिया है.