MP Wather Update: मध्यप्रदेश के कई जिलों में आज आंधी-बारिश का अलर्ट, जानें कब पहुंचेगा मानसून

MP Wather Update: मध्यप्रदेश में मानसून से पहले ही बादल जमकर बरस रहे हैं। प्रदेश के कई जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश भी देखने को मिल रही है। सोमवार को भी प्रदेश के कई जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया

Update: 2025-06-02 02:58 GMT

MP Wather Update: मध्यप्रदेश में मानसून से पहले ही बादल जमकर बरस रहे हैं। प्रदेश के कई जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश भी देखने को मिल रही है। सोमवार को भी प्रदेश के कई जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

आंधी-बारिश का अलर्ट जारी

सोमवार को जिन जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट है, उनमें भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, रीवा, सीधी, सिंगरौली, पन्ना, दमोह, मंडला, बालाघाट, सिवनी, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सागर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, सीहोर, शाजापुर, देवास, धार, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, श्योपुर, शिवपुरी, अशोकनगर, गुना, राजगढ़, आगर-मालवा, सतना, मैहर, मऊगंज, कटनी, जबलपुर, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी और नीमच शामिल हैं। यहां हवा की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा तक हो सकती है। हरदा, बड़वानी, खंडवा, खरगोन और बुरहानपुर में मौसम साफ रह सकता है।

धीमी पड़ी मानसून की रफ्तार

पश्चिम बंगाल में एंट्री के बाद मानसून की रफ्तार थम गई है। बता दें कि 24 मई को मानसून ने केरल में दस्तक दी थी, उसके बाद तेजी से दक्षिण भारत के राज्यों में फैल गया, लेकिन मध्य प्रदेश में दस्तक देने से पहले इसका रफ्तार थम गया है। मौसम विभाग ने अगले 8 से 10 दिनों के बाद फिर से मानसून के आगे बढ़ने की संभावना जताई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रदेश में मानसून की एंट्री 10 जून तक होगी। मानसून अभी महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ में एक ही जगह पर ठहरा है। पिछले कुछ दिन से ये आगे नहीं बढ़ा है।

साइक्लोनिक सर्कुलेशन और पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन और एक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव है। जिसका असर प्रदेश में भी देखने को मिलेगा और हल्की बारिश-आंधी का दौर रहेगा। हालांकि, दिन-रात के पारे में भी बढ़ोतरी होगी, लेकिन हीट वेव यानी, लू चलने की संभावना नहीं है।

मई में जमकर बरसे बदरा

मई के महीने ने भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर-जबलपुर समेत 53 जिलों को भिगों दिया। मई महीने में बारिश के कई रिकॉर्ड भी टूटे। इंदौर में 139 साल में सबसे ज्यादा 4.6 इंच पानी गिरा। वहीं उज्जैन में सबसे ज्यादा बारिश का ओवरऑल रिकॉर्ड बना।

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