SI अभ्यर्थियों का हल्ला बोल: राजधानी में 22 को जुटेंगे सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी, सरकार को अल्टीमेटम
रायपुर। छत्तीसगढ़ में पिछले चार साल से अटकी सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी 22 दिसंबर को राजधानी में हल्ला बोलेंगे। सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के पहले चरण में 70 हजार अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। इन सभी को राजधानी में जुटने का आह्वान किया गया है, जिससे सरकार चयन प्रक्रिया आगे बढ़ाए। इसके बाद भी यदि सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की जाएगी तो आर-पार की लड़ाई का निर्णय लिया जाएगा।
भाजपा शासन काल में 2018 में सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा की प्रक्रिया शुरू की गई थी। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद इसकी प्रक्रिया रोक दी गई। बाद में नए सिरे से पदों में वृद्धि कर परीक्षा की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन इसे भी लंबा वक्त बीत चुका है और अब तक चयन सूची जारी करना तो दूर दूसरे चरण के अंतर्गत लिखित परीक्षा ही नहीं ली गई। 70 हजार अभ्यर्थियों के साथ-साथ उनके परिवार के लोग भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के अंतर्गत 6 नवंबर को प्रारंभिक परीक्षा होनी थी। इसे अपरिहार्य कारण बताकर स्थगित कर दिया गया। इसके बाद अब तक परीक्षा आयोजित नहीं की गई है, जबकि इस बीच आरक्षण की स्थिति स्पष्ट नहीं होने के बावजूद छत्तीसगढ़ पीएससी द्वारा प्रारंभिक परीक्षा का ऐलान किया गया है। साथ ही, सिविल जज की परीक्षा के लिए भी नोटिफिकेशन जारी किया गया है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि सब इंस्पेक्टर भर्ती प्रक्रिया 2018 से लंबित है। भर्ती में किसी प्रकार की त्रुटि या रुकावट नहीं होने के बावजूद सरकार कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। 2021-22 में निकली CGPSC और व्यापमं की भर्तियां जैसे ACF, राज्य सेवा परीक्षा, महिला पर्यवेक्षक, पटवारी, खाद्य निरीक्षक आदि या तो पूरी कर ली गई हैं या अंतिम परिणाम जारी करना बाकी है। इसके विपरीत 2018 से लंबित सब इंस्पेक्टर भर्ती में केवल प्रथम चरण पूरा हुआ हैं।
इससे पहले परीक्षा के दिन ही यानी 6 नवंबर को अभ्यर्थियों ने बूढ़ा तालाब धरनास्थल पर काला दिवस मनाया था और जल्द नई तिथि जारी कराने के लिए सरकार को ज्ञापन भी सौंपा था। एक महीने से ज्यादा बीत जाने से बाद भी नई तिथि जारी नहीं हुई है। अभ्यर्थी सरकार के रवैए के कारण आक्रोशित हैं। इसे लेकर 22 दिसंबर को सुबह 10 बजे से लगभग 1000 की संख्या में बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर अभ्यर्थी जुटेंगे और सरकार के रवैये के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराएंगे। धरना प्रदर्शन के बाद कलेक्ट्रेट तक रैली निकालेंगे।