बेरोजगारी भत्ता से बिखरी मुस्कान: अब तक 112 करोड़ रूपए से ज्यादा का भुगतान, 1.22 लाख से ज्यादा युवाओं को मिला बेरोजगारी भत्ता...

Update: 2023-08-20 07:06 GMT

रायपुर 20 अगस्त 2023। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशन में बेरोजगारी भत्ता योजना राज्य के युवाओं के भविष्य के लिए नए रास्ते खोल रही है। योजना के अंतर्गत युवाओं को बेरोजगारी भत्ते के साथ ही प्रशिक्षण भी मिल रहा है ताकि उन्हें रोजगार भी मिले, उनका भविष्य उज्ज्वल हो और युवाओं के हाथों में काम हो। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने योजना के अंतर्गत बेरोजगार युवाओं के बैंक खातों में अब तक 01 लाख 22 हजार 625 हितग्राहियों को 112 करोड़ 43 लाख 30 हजार रूपए का अंतरण कर उनके चेहरे पर मुस्कान बिखेरने का काम कर रहे हैं। बेरोजगारी भत्ता की अप्रैल, मई, जून और जुलाई माह की चार किश्तों को मिलाकर हितग्राहियों के खाते में अब तक 112 करोड़ 43 लाख 30 हजार रूपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है। इसके साथ ही ये युवा हमेशा इस योजना के भरोसे न रहें इसके लिए रोजगार मूलक प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि युवा सक्षम बनकर रोजगार प्राप्त कर सकें। प्रदेश के ऐसे युवा जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने की वजह से उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी सहित अन्य खर्चे उठाने में परेशानी उठानी पड़ती है, इस योजना के तहत मिली राशि से वे अपनी जरूरतें पूरी कर पा रहे हैं। यह योजना बेरोजगार युवाओं के भविष्य को एक नया आयाम देने में सहायक बन रही है। योजना के अंतर्गत प्रतिमाह 2500 रुपए मिलने से बेरोजगार युवाओं को संबल मिल रहा है। योजना को लेकर युवाओं का कहना है कि उनके संघर्ष के दिनों का दर्द कम हो रहा है और जेब खर्च के कारण परिवार पर निर्भरता से भी कुछ राहत मिल रही है।


36 आईटीआई के आधुनिक बनाने 1188.36 करोड़ रूपए की परियोजना

राज्य के 36 आईटीआई के आधुनिकीकरण के लिए 1188.36 करोड़ रूपए की परियोजना के लिए एमओयू भी किया गया है। जिससे युवाओं को 06 नवीन तकनीकी ट्रेड के साथ ही 23 शॉट टर्म कोर्स में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे लगभग प्रति वर्ष 10 हजार युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन युवाओं को विभिन्न उद्योगों में नियोजित कराया जाएगा। युवाओं को अपनी तरक्की के राह में आर्थिक परेशानियों का सामना न करना पड़े, इसलिए बेरोजगारी भत्ता देने और पीएससी व व्यापम की प्रतियोगी परीक्षाओं में शुल्क माफ कर उन्हें बड़ी राहत देने का काम किया है।


युवाओं को रोजगार से जोड़ना हमारी प्राथमिकताः भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि ये खुशी की बात है कि प्रदेश में युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा रहा है और लगातार युवाओं को नौकरियां भी मिल रही है। जिन युवाओं को नियुक्ति पत्र मिल रहे हैं, मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। ये निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। जैसे-जैसे युवा प्रशिक्षित होंगे, उन्हें कौशल अनुरूप रोजगार से जोड़ने का कार्य भी चलता रहेगा। मुख्यमंत्री ने बेरोजगारी भत्ता की चौथी किश्त एक लाख 22 हजार 625 हितग्राहियों को 31 करोड़ 71 लाख रूपए की राशि ऑनलाइन ट्रांसफर की। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान प्रतीक स्वरूप बेरोजगारी भत्ता के प्रशिक्षित हितग्राहियों को नौकरी का ऑफर लेटर प्रदान किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि युवाओं को रोजगार से जोड़ना हमारी प्राथमिकता है और इसके लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले गरीब व निम्न मध्यम वर्गीय युवा इसी सोच में कई परीक्षाओं का फार्म नहीं भर पाते थे कि आवेदन के लिए शुल्क जमा करना पड़ेगा, लेकिन अब उनकी यह चिंता दूर हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने देश के युवाओं से सीधे संवाद करने की शुरूआत की है। प्रदेश की प्रगति और विकास के लिए युवाओं का साथ जरूरी है। युवा अपने प्रदेश को आगे बढ़ाने को लेकर क्या सोच रखते हैं, इस पहल से उनके विचारों को जानने का मौका मिल रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आगे कहा कि युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 41 हजार सरकारी पदों पर भर्तियां चल रही है। हमने युवाओं से जो बात कही थी उसे पूरा किया है। भर्तियों पर लगी रोक हटते ही हमने सरकारी नौकरियों के लिए विज्ञापन निकाल दिए हैं। इसके साथ ही साथ युवाओं को रोजगार और स्व-रोजगार के लिए तैयार करने के उद्देश्य से कौशल विकास का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार से जोड़ने का काम भी साथ-साथ चल रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने 13-14 सालों में 98 करोड़ रूपए बेरोजगारी भत्ते के रूप में बांटे थे। हमने चार माह में ही 112 करोड़ से अधिक की राशि बेरोजगारी भत्ते के रूप में वितरित की है।


’सरकार ने युवाओं को दिया संबल’

उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि युवाओं को बेरोजगारी भत्ता सहित प्रदेश के अन्य सभी वर्ग के हित को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार काम कर रही है। बेरोजगारी भत्ते के माध्यम से युवाओं को जो सम्बल दिया गया है, इससे युवाओं का भविष्य निखर रहा है। स्कूल शिक्षा मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि बेरोजगारी भत्ता योजना के सर्वाधिक लाभार्थी ग्रामीण क्षेत्र के हैं। लगभग 82 प्रतिशत ग्रामीण युवाओं को इसका लाभ मिल रहा है। उनके भविष्य को सवांरने में योजना बड़ी भूमिका निभाएगी। गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल के साथ प्रदेश के विभिन्न जिलों से भी योजना के हितग्राही शामिल हुए।


भविष्य संवारने के लिए बड़ा कदम

रायपुर स्थित सीएम हाउस में हुए बेरोजगारी भत्ता योजना के राशि अंतरण कार्यक्रम में पहुंचे युवा हितग्राहियों ने मुख्यमंत्री के सामने दिल खोल के बात रखी। मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए युवाओं ने कहा कि इस योजना से उन्हें बड़ा सहारा मिला है। परीक्षा की तैयारी और इससे जुड़े अन्य खर्चों के लिए भी परिवार पर उनकी निर्भरता कम हुई है। युवाओं ने कहा कि आप ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो सदैव युवाओं को आगे बढ़ाने और उन्हें नेतृत्व देने की बात करते हैं। युवाओं को कौशल विकास व उद्यमिता से जोड़ा और रोजगार का अवसर उपलब्ध कराया है। कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर जिन युवाओं को नौकरियां मिली है, उन्होंने ने भी मुख्यमंत्री का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने भी युवाओं को नए रोजगार के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के जनप्रतिनिधि और हितग्राही शामिल हुए थे। मुख्यमंत्री के युवाओं से बातचीत के दौरान कई रोचक सवाल-जवाब भी हुए।


ट्रेनिंग के बाद सुमन को बेंगलुरू में मिली जॉब

दुर्ग जिले के डुण्डेरा के रहने वाले सुमन क्षत्री को पिछले 4 महीने से बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है और बेरोजगारी भत्ते के साथ ही कौशल प्रशिक्षण मिल रहा है। सुमन ने बताया कि प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उन्हें बैंगलोर स्थित कंपनी में कार्य करने का अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पूछने पर सुमन ने बताया कि शुरूआत में उसे 15 हजार रूपए प्रतिमाह मिलेंगे। इसके बाद 30 प्रतिशत इन्क्रीमेंट के साथ सैलरी बढ़ेगी।

दंतेवाड़ा की अनिता ले रही ट्रेनिंग

वीडियो कांन्फ्रेसिंग के माध्यम से जुड़ी दंतेवाड़ा की अनिता ने मुख्यमंत्री को बताया कि उसे लाईवलीहुड कॉलेज में कम्प्यूटर का प्रशिक्षण मिल रहा है। प्रशिक्षण अगस्त में पूरा हो जाएगा, उसके बाद उसे नौकरी मिल जाएगी।

गरियाबंद की दलेश्वरी को मिला रोजगार

गरियाबंद की दलेश्वरी निषाद ने बताया कि उसे लगातार बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है और जिला प्रशासन के सहयोग से डाटा ऑपरेटर की ट्रेनिंग मिली है। अब दलेश्वरी को नौकरी मिल चुकी है। इसके साथ ही कई अन्य जिलों के हितग्राहियों ने भी मुख्यमंत्री श्री बघेल से बात कर युवाओं के हित में शुरू की गई योजनाओं के लिए आभार जताया।

विशेष पिछड़ी जनजाति के 8 सौ युवाओं को मिली नौकरी

विशेष पिछड़ी जनजाति कमार से ताल्लुक रखने वाले विजय कुमार के जिन हाथों में कुल्हाड़ी और कुदाल चलाकर छाले पड़ जाते थे आज उन हाथों में कलम है। विजय एक साल पहले तक मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करते थे। मजदूरी भी महज 5 से 6 हजार रुपये महीने मिल पाती थी। लेकिन राज्य शासन की एक योजना से विजय का जीवन पिछले एक साल में पूरी तरह बदल गया है। विजय अब मजदूर नहीं बल्कि ट्राइबल विभाग में सहायक ग्रेड-3 में नौकरी कर रहे हैं। विजय ने बताया कि उन्होंने एमए तक शिक्षा प्राप्त की है पर जब नौकरी नहीं मिली तो गांव में मजदूरी करके ही परिवार का भरण पोषण करते थे। लेकिन आज मेरे पास सरकारी नौकरी है और 17 हजार रुपये सेलरी मिलती है। दरअसल राज्य की विशेष पिछड़ी जनजातियों के उत्थान के लिए शासन द्वारा इन समुदायों के पढ़े-लिखे नौजवानों को शासकीय सेवाओं में उनकी पात्रता के अनुसार सीधी नियुक्ति दी जा रही है। इस योजना से इन समुदायों के लोगों का जीवन पूरी तरह बदल गया है। राज्य में विशेष पिछड़ी जनजाति के करीब 8 सौ और धमतरी जिले के विभिन्न शासकीय विभागों में कमार और भुंजिया जनजाति के अभ्यर्थियों को उनकी पात्रता के अनुसार 39 पदों पर नियुक्तियां दी गई हैं, जिनमें 2 युवाओं को स्कूल शिक्षा विभाग तथा 1 युवा को आदिवासी विकास विभाग में सहायक ग्रेड-3, एक युवा को चिकित्सा विभाग में वार्ड बॉय, 28 युवाओं को स्कूल शिक्षा विभाग, 2 युवाओं को पशु चिकित्सा विभाग और 2 युवाओं को राजस्व विभाग द्वारा चतुर्थ श्रेणी में नियुक्ति प्रदान की गई है। इस प्रकार कुल 39 युवाओं को शासकीय नौकरी प्रदान की गई है।

’रोजगार से दूर हुई परिवार की चिंता’

धमतरी के संतोष कुमार एक साल पहले तक मेहनत मजदूरी करके परिवार चलाते थे लेकिन आज वे शिक्षा विभाग में भृत्य के पद पर कार्यरत हैं। संतोष बताते हैं कि जब 1 साल पहले तक वे मजदूरी करते थे तो कई बार ऐसा भी होता था कि मजदूरी ना मिलने के कारण घर चलाना मुश्किल हो जाता था, लेकिन अब सरकार की योजना से मुझे शिक्षा विभाग में सरकारी नौकरी मिल गई है जिससे अब रोजगार की चिंता दूर हो गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम करने पहुंचे धमतरी विकासखण्ड के कुरूद विधानसभा में धमतरी जिले की विशेष पिछड़ी जनजाति कमार और भुंजिया जनजाति के युवाओं को शासकीय नौकरी प्रदान करने के लिए धन्यवाद किया। विशेष पिछड़ी जनजाति कमार और भुंजिया समुदाय के युवा शासकीय नौकरी पाकर बहुत खुश है। उन्होंने शासकीय नौकरी देने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का खुशी जताते हुए आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री ने भी इन युवाओं के साथ आत्मीयतापूर्वक चर्चा की और उनके खुशहाल जीवन के लिए अपनी बधाई और शुभकामनाएं दी।

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