World Osteoporosis Day 2025: हड्डियों को छलनी जैसे छेद देती है ये बीमारी, पहचानने में न करें देर, जाने ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षण, कारण और बचाव के उपाय...
World Osteoporosis Day 2025: हड्डियों को छलनी जैसे छेद देती है ये बीमारी, पहचानने में न करें देर, जाने ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षण, कारण और बचाव के उपाय...
World Osteoporosis Day 2025: ऑस्टियोपोरोसिस हड्डियों को खोखला कर देने वाली बीमारी है। इसके चलते हड्डी अंदर से मधुमक्खी के छत्ते की तरह छेद भरी और भंगुर हो जाती है जो कभी-कभी तो इतनी आसानी से टूट जाती है कि आप अवाक रह जाते हैं। अपने ढांचे को इतना कमज़ोर न होने दें। ऑस्टियोपोरोसिस एक बेहद खामोशी से बढ़ने वाली बीमारी है जिसे साइलेंट किलर डिसीज़ कहा जाता है। लेकिन आप सचेत रहें तो लक्षणों को पहचान सकते हैं। वर्ल्ड ऑस्टियोपोरोसिस डे के विशेष संदर्भ में लिखे गए इस आर्टिकल में आप को ये सारी जानकारी मिलेगी कि ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षणों को कैसे पहचानें। इसके डेवलप होने के कारण क्या हैं और इससे बचने व दोबारा हड्डियों की सघनता बढ़ाने के लिए क्या खाएं, किन चीज़ों से बचें।
ऑस्टियोपोरोसिस क्यों होता है
ऑस्टियोपोरोसिस होने के मुख्य कारण बढ़ती उम्र, हार्मोनल बदलाव, गलत खानपान, खराब जीवनशैली आदि हैं।आमतौर पर महिलाओं में मीनोपॉज के बाद ऑस्टियोपोरोसिस के मामले अधिक देखे जाते हैं। वहीं 60- 65 साल के अधिक आयु के पुरुषों में इसका खतरा ज्यादा होता है। उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं में इस्ट्रोजन की कमी और पुरुषों में कम टेस्टोस्टेरॉन बनना इसका बहुत बड़ा कारण है।या यूं कहें कि ऑस्टियोपोरोसिस तब होता है जब आपकी उम्र बढ़ जाती है और आपकी हड्डियां पुनः विकसित होने और खुद में सुधार की क्षमता खो देती हैं। हालांकि बदलती जीवनशैली और घंटों गतल पोस्चर में लैपटॉप आदि देखते रहने से युवाओं की हड्डियां भी तेजी से कमजोर हो रही हैं और 30 की आयु में भी ऑस्टियोपोरोसिस के केस तेजी से मिलने लगे हैं।
० वर्ल्ड ऑस्टियोपोरोसिस डे 2025 की थीम क्या है
हर साल 20 अक्तूबर को वर्ल्ड ऑस्टियोपोरोसिस डे मनाया जाता है। साल 2025 में इसकी थीम है - It's Unacceptable!( "यह अस्वीकार्य है) जो आम जनों और स्वास्थ्य प्रदाताओं को इस खतरनाक बीमारी की भयावहता पहचानने और तत्काल सचेत होने, बचाव के उपाय करने के लिए प्रेरित करती है।
० ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षण क्या हैं
1. ऑस्टियोपोरोसिस होने का अंदाज़ा आपको तब लग सकता है जब बिना बड़ी चोट के अचानक आपकी हड्डी टूट जाए। जबकि सामान्य स्थिति में आपको इसी परिस्थिति में अधिक चोट नहीं पहुंचती।
2. आपकी शारीरिक मुद्रा या संरचना में परिवर्तन दिखना। मसलन लोग आपसे कह सकते हैं कि आप आगे की ओर झुके दिख रहे हैं।
3. अपनी ऊंचाई का एक इंच या उससे अधिक कम होना। कई बार तीन-चार इंच तक भी।
4. लगातार पीठ और कमर में दर्द।
5. रीढ़ की हड्डी की संरचना बदलने पर फेफड़ों पर दबाव बढ़ना और सांस लेने में दिक्कत होना।
6. नाखूनों का टूटना और दांतों का उम्र से पहले गिरना आदि।
० बचाव के लिए क्या खाएं
आइये अब जानते हैं वे कौन सी 5 प्रमुख चीज़ें हैं जिनके सेवन से हड्डियों की सघनता बढ़ाने में मदद मिलती है।
हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियां, पत्तागोभी, ब्रोकोली आदि सामान्य तौर पर हड्डियों की डेंसिटी बढ़ाने और ऑस्टियोपोरोसिस के पेशेंट्स के लिए भी फायदेमंद हैं। इनमें कैल्शियम, विटामिन K, आयरन और मैग्नीशियम जैसे ज़रूरी पोषक तत्व होते हैं जो हड्डियों को मज़बूत बनाने हैं। विटामिन के कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है और हड्डियों का घनत्व बनाए रखने में मदद करता है।
दूध और दुग्ध उत्पाद
दूध और दुग्ध उत्पाद हड्डियों का घनत्व बढ़ाने के लिए बेहतरीन विकल्प हैं। इनमें कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन डी जैसे पोषक तत्व होते हैं। इसलिए इनकै सेवन से आपकी हड्डियाँ मज़बूत होती हैं। यदि आपको दूध पीने में दिक्कत हो तो आप दही खा सकते हैं। और लैक्टोज़ से ही दिक्कत हो तो सोया मिल्क, आमंड मिल्क ले सकते हैं।
नट्स और सीड्स
हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए सीड्स और नट्स लें। ये कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, जिंक, कॉपर,प्रोटीन, विटामिन ई जैसे पोषक तत्व प्रदान करते हैं। बादाम, काजू, अखरोट, तिल, अलसी, चिया और सनफ्लावर सीड्स हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
अंडे
एक से दो अंडे रोज़ खाएं। इनमें में हाई क्वालिटी प्रोटीन होता है, जो मांसपेशियों और हड्डियों के निर्माण और मरम्मत के लिए बेहद फायदेमंद है। अंडे में विटामिन डी होता है जो शरीर में कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। साथ ही अंडे प्रोटीन, जिंक और अन्य खनिजों से भी भरपूर होते हैं, जो हड्डियों के घनत्व को बढ़ाने और ऑस्टियोपोरोसिस से बचाने में मदद करते हैं।
फैटी फिश
नाॅनवेजिटेरिन हैं तो सैल्मन, मैकेरल और सार्डिन जैसी फैटी फिश ज़रूर खाएं। इनसे विटामिन डी, कैल्शियम और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्व मिलते हैं जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड को भी हड्डियों के घनत्व को बनाए रखने में मददगार पाया गया है।
० क्या न खाएं
1. अधिक नमक से बचें। यह आपके शरीर से कैल्शियम की अधिक मात्रा को अपशिष्ट के रूप में निकाल सकता है।
2. ज्यादा शक्कर भी खतरनाक है। यह सूजन को बढ़ाती है। कैल्शियम के अवशोषण को कम करती है, और कैल्शियम व मैग्नीशियम के मूत्र उत्सर्जन को बढ़ाती है।
3. ज्यादा चाय-काॅफी न पिएं। ये चीज़ें आपके शरीर से कैल्शियम को तेज़ी से बाहर निकाल सकती हैं, जिससे हड्डियों का घनत्व प्रभावित होता है।
4. अत्यधिक शराब का सेवन कैल्शियम के अवशोषण में बाधा डालता है और हार्मोन के संतुलन को बिगाड़ता है।