Tamarind Benefits: महंगे टमाटर की जगह इस्तेमाल करने लगे हैं इमली, तो जान लीजिए इसके कमाल के फायदे भी, दिल खुश हो जाएगा

Update: 2023-07-15 02:30 GMT

Tamarind Benefits : रायपुर I महंगे टमाटरों ने दाल-सब्जी से स्वाद छीनने की कोशिश की तो उसके अल्टरनेटिव के तौर पर शायद आपने भी इमली के रस का इस्तेमाल बढ़ाया हो। लेकिन क्या आप इमली के कमाल के फायदे जानते हैं? ये जो थोड़ी सी इमली का गूदा आप अपनी रेसिपी में ऐड कर रहे हैं, ये आपको इतने सारे फायदे देगा कि आप जानकर खुश हो जाएंगे। तो चलिए आज बात इमली के फायदों की।

० कमाल की है इमली

क्या आपको पता है कि इमली में एंटीबैक्टीरियल, एंटी ओबेसिटी, एंटी मलेरियल,एंटी अस्थेमेटिक जैसे गुण पाए जाते हैं? इमली में एंटी-ऑक्सीडेंट होते हें। ये इम्यूनिटी बूस्टर होने के साथ हैपिटाइटस से भी बचा कर रख सकती है। ये तो आप भी जानते हैं कि बारिश में फ्लू, मलेरिया और हेपटाइटिस का डर कितना ज्यादा होता है। इसलिए बारिश में इमली का इस्तेमाल विशेषकर उपयोगी है। अब बात करें इसके पौष्टिक तत्वों की तो इमली में विटामिन-सी, विटामिन-ए,फाइबर, आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम जैसे अनेक पोषक तत्व पाए जाते हैं। इमली में मौजूद फाइटोकेमिकल्स की मौजूदगी इसे औषधीय गुण देती है।

० इमली के फायदे

  • इम्यूनिटी बूस्ट करती है इमली
  • सब्ज़ी-दाल में खटास के लिए या चटनी- सांभर में, आप किसी भी तरह से इमली का इस्तेमाल करें, यह आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाएगी। इसमें मौजूद विटामिन सी आपके
  • शरीर को बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है और आप इस मौसम में भी आसानी से सर्दी-जुकाम की चपेट में नहीं आएंगे।

इमली का इस्तेमाल बचाएगा मलेरिया से

शोध में पाया गया है कि इमली प्लाज्मोडियम फाल्सीपेरम नामक पैरासाइट के खिलाफ कारगर है। यह पैरासाइट मलेरिया का कारण बनता है। इसलिए बारिश में इमली का प्रयोग फायदेमंद हो सकता है।

लिवर रहेगा फिट, पीलिया और हेपटाइटिस से बचेंगे

इमली में हेप्टोप्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं जो लिवर को सुरक्षित रखता है। उसकी कार्यप्रणाली को दुरुस्त रखता है। लिवर अपने फंक्शन ठीक तरह करता है तो पीलिया /हेपटाइटिस से बचाव होता है। इसके लिए इमली के रस के अलावा आप आयुर्वेद चिकित्सक की सलाह लेकर इमली के पत्तों का काढ़ा भी बनाकर पी सकते हैं।

पाचन रहेगा ठीक

इमली में कई ऐसे पाचक तत्व पाए जाते हैं जो एंजाइमों को सक्रिय करने में मदद करते हैं जिससे भोजन आसानी से पचता है। ये एंजाइम विटामिनों और मिनरल्स को शरीर में अवशोषित करने में भी मदद करते हैं। इससे पाचन को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।

कोलेस्ट्रॉल को करेगा कम, दिल को रखेगा सुरक्षित

बढ़ता कोलेस्ट्रॉल लेवल दिल के लिए खतरा है। यह हाई बीपी के लिए जिम्मेदार होता है।इमली कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखती है। इमली के इस्तेमाल से आर्टरी वाल्स में फैट जमने की रफ्तार धीमी होती है। जिससे दिल के लिए अपना काम आसान होता है।एक बात और, कोरोनरी हार्ट डिजीज के लिए फ्री रेडिकल्स को भी जिम्मेदार माना जाता है। इमली के शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स के हानिकारक प्रभाव से ह्रदय को बचाते हैं।

डायबिटीज़ कंट्रोल के लिए बेहद फायदेमंद

शोध बताते हैं कि इमली के बीज में काफी मात्रा में पॉलीफेनोल और फ्लेवोनोइड के तत्व पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।यही नहीं इमली की पत्तियों को खाली पेट सीधे चबा कर खाना या इसकी सूखी पत्तियों का पाउडर पानी के साथ लेना भी काफी फायदेमंद है।

एंटी ओबेसिटी प्रापर्टीज़ हैं इमली में

इमली में एंटी ओबेसिटी प्रापर्टीज़ पाई जाती हैं। इमली मेटाबोलिज्म को बेहतर करती है। मेटाबॉलिक रेट अगर अच्छा हो तो कैलोरी आसानी से बर्न होती है और फैट नहीं बढ़ता है।

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