Summer Health Tips : तेज गर्मी के बाद अचानक बारिश... यानी कि कई बीमारियों की दस्तक

तापमान में बदलाव से अस्थमा का दौरा, नाक बहना, गले में खराश, फ्लू, फैरिन्जाइटिस, साइनसाइटिस, सर्दी, मांसपेशियों में अकड़न और गंभीर दर्द भी हो सकता है। हम आपको बता रहे हैं कि किस प्रकार तेज गर्मी के बाद अचानक बारिश हुए मौसम में परिवर्तन का हमारे शरीर पर क्‍या प्रभाव पड़ सकता है।

Update: 2024-04-08 08:48 GMT

मौसम में फ़िलहाल अचानक बदलाव देखने को मिल रहे हैं। कभी तेज गर्मी तो कभी मौसम ठंडा हो जा रहा है। तापमान का अचानक से अत्यधिक गर्म से अत्यधिक ठंड होना, मानव शरीर के लिए किसी खतरे की घंटी से कम नहीं है। मौसम में बदलाव होने से उन लोगों के बीमार पड़ने का खतरा ज्यादा रहता है जो पहले से बदलते मौसम की चपेट में आकर बीमार पड़े हों।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ किशोर साहू के अनुसार तापमान में बदलाव से अस्थमा का दौरा, नाक बहना, गले में खराश, फ्लू, फैरिन्जाइटिस, साइनसाइटिस, सर्दी, मांसपेशियों में अकड़न और गंभीर दर्द भी हो सकता है। हम आपको बता रहे हैं कि किस प्रकार तेज गर्मी के बाद अचानक बारिश हुए मौसम में परिवर्तन का हमारे शरीर पर क्‍या प्रभाव पड़ सकता है।

कैसे करें बचाव

  • ऐसे मौसम में ज्‍यादा यात्रा करने से बचना चाहिए।
  • अगर आप किसी गर्म तापमान में हैं तो बारिश में भीगने से बचें।
  • अगर आप किसी एयर कंडीशन रूप में हैं तो बाहर यानी गर्मी में निकलने से पहले किसी ऐसी जगह रूकें जहां आप अपनी बॉडी का तापमान सामान्‍य कर सकें।
  • बारिश में रूम का एसी का तापमान ज्‍यादा रखें, जिससे तापमान में बदलाव का असर शरीर पर न पड़े।
  • तन को ढककर रखें। बारिश में सिर को भीगने से बचाएं।



गर्मी और बारिश से होने वाली हेल्थ प्रॉब्लम्स

1. एलर्जी

गर्मियों के बाद जब अचानक से बारिश का मौसम आता है, तो कुछ लोगों को एलर्जी के लक्षण होने लगते हैं। यह स्किन एलर्जी या श्वसन प्रणाली से संबंधित एलर्जी हो सकती है। इसमें आमतौर पर त्वचा में खुजली, लालिमा, सूजन, जुकाम, छींक व खांसी आदि के लक्षण देखे जाते हैं।


2. रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन

बरसात के मौसम में ज्यादातर लोगों को फ्लू हो जाता है, जिस कारण से नाक बंद होना, नाक बहना, गले में खराश, खांसी व बलगम बनने लगना आदि लक्षण होने लगते हैं। ये लक्षण आमतौर पर इन्फेक्शन के कारण होते हैं, जबकि कुछ मामलों में एलर्जी के कारण भी इनमें से कुछ लक्षण देखे जा सकते हैं।

3.शरीर में पानी की कमी

ज्यादा गर्मियों के मौसम में हमारे शरीर को ज्यादा पानी की जरूरत होती है, जो कई बार पूरी नहीं हो पाती है। वहीं गर्मियों के बाद अचानक से बरसात शुरू होने पर प्यास कम लगने लगती है और इस कारण से भी शरीर में पानी की कमी होने लग जाती है।

4. हीट स्ट्रोक

ज्यादा गर्मियों के कारण हीट स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है और इसका खतरा खासतौर पर उन लोगों में बढ़ता है, जिन्हें काम से घर से बाहर निकलना पड़ता है। बरसात के मौसम के बाद कई बार गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है, जिससे हीट स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है।


कैसे करें स्वास्थ्य की देखभाल


गर्मियों और बारिश के मौसम में खुद को बीमार पड़ने से बचाने के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है -

  1. हेल्दी रहने और बीमारियों से बचने के लिए इम्यूनिटी को मजबूत रखना जरूरी है और इसके लिए फिजिकली एक्टिव रहना भी बहुत जरूरी है। सुबह समय से उठकर थोड़ा बहुत चलें फिरें। योग व मेडिटेशन करें व थोड़ा बहुत वर्कआउट करना भी जरूरी है।
  2. शरीर को हेल्दी रखने के लिए सही व बैलेंस्ड डाइट लेना बहुत ज्यादा जरूरी है। अपनी डाइट में खूब मात्रा में फल व सब्जियों को शामिल करें। दिन में खूब पानी पिएं। बाहर का अनहेल्दी खाना जैसे फास्ट फूड आदि का सेवन न करें। खाना सही समय पर ही खाएं।
  3. गर्मी हो या सर्दी हर मौसम में हेल्दी रहने रोजाना पूरी नींद लेना जरूरी होता है। रात को देर तक जागने या फोन यूज करने की बजाय समय से नींद लें और सुबह देरी से उठने की बजाय जल्दी उठें, जिसे आपकी नींद भी पूरी होगी और आप सुबह थोड़ा फिजिकल एक्टिविटी भी कर पाएंगे।
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