Subah uthate vakt kamjori kyo lagti hai: क्या सुबह उठने पर फ्रेश मूड की जगह लगती है कमजोरी, तो इन विटामिन की हो सकती है कमी, जानिए उपाय
Subah uthate vakt kamjori kyo lagti h: अभी के समय में लोगों का नींद और आलस से इस तरह का कनेक्शन जुड़ा है कि वे इन्हें छोड़ना ही नहीं चाहते। कई बार ऐसा महसूस होता है कि रात भर सोने के बावजूद नींद अधूरी रह गई हो। यह केवल आलस्य या थकान नहीं है बल्कि यह आपके शरीर का एक संकेत है जो बता रहा है कि शरीर में कुछ गड़बड़ी है।
Subah uthate vakt kamjori kyo lagti h: अभी के समय में लोगों का नींद और आलस से इस तरह का कनेक्शन जुड़ा है कि वे इन्हें छोड़ना ही नहीं चाहते। कई बार ऐसा महसूस होता है कि रात भर सोने के बावजूद नींद अधूरी रह गई हो। यह केवल आलस्य या थकान नहीं है बल्कि यह आपके शरीर का एक संकेत है जो बता रहा है कि शरीर में कुछ गड़बड़ी है। सुबह महसूस होने वाली इस अत्यधिक थकान और भारीपन के पीछे शरीर में कुछ महत्वपूर्ण विटामिन्स की कमी होती है। जब तक इन कमियों को दूर नहीं किया जाएगा, तब तक आपको सुबह के समय फ्रेश फील नहीं हो सकता। आइए जानते है किस विटामिन की कमी से ऐसा होता है?
विटामिन D की कमी
विटामिन D को अक्सर सनशाइन विटामिन कहा जाता है क्योंकि हमारे शरीर को यह विटामिन सूर्य की किरणों के संपर्क में आने पर ही मिलता है। यह विटामिन हड्डियों की मजबूती के साथ साथ नींद के चक्र को भी नियंत्रित करता है। जब किसी व्यक्ति के शरीर में विटामिन डी की मात्रा घट जाती है तो सबसे पहला प्रभाव उसकी नींद की क्वॉलिटी और सुबह की एनर्जी पर पड़ता है। विटामिन डी की कमी वाले व्यक्ति को दिन भर एक अजीब सी थकान रहती है। कोई भारी काम न करने के बाद भी शरीर थका हुआ महसूस करता है।
Vitamin D की क्यों होती है कमी
इसका सबसे बड़ा कारण है धूप से दूर रहना। सुबह के समय जब सूरज की किरणें सबसे फायदेमंद होती हैं, तब या तो लोग सो रहे होते हैं या फिर बंद कमरों में व्यस्त होते हैं और जो लोग सुबह के समय बाहर निकल भी जाते हैं वे लोग सनस्क्रीन लगा लेते हैं, ऐसे में सूर्य की रोशनी सीधे शरीर पर नहीं पड़ती और विटामिन डी की कमी हो जाती है। अभी के नौजवान और बच्चे जंक और प्रोसेस्ड फूड खाना पसंद कर रहे हैं। यह भी विटामिन डी न मिलने की सबसे बड़ी समस्या है।
विटामिन D की कमी पूरी करने के तरीके
- रोजाना 10–15 मिनट सुबह की धूप में बैठना विटामिन D प्राप्त करने का बेस्ट तरीका है।
- त्वचा को uv–B किरणों से संपर्क में आने दें।
- मछलियां भी विटामिन डी का अच्छा स्रोत मानी जाती है।
- अंडे की जर्दी में भी प्राकृतिक विटामिन D पाया जाता है।
- दूध व इससे बने फ़ोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों से भी यह पोषक तत्व मिलता है।
- •दिन में छोटे-छोटे ब्रेक लेकर बाहर निकलें और ताजी हवा व हल्की धूप लें।
विटामिन B12 की कमी
विटामिन बी12 एक ऐसा पोषक तत्व है जो शरीर की ऊर्जा उत्पादन प्रणाली को बल देता है। यह मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ाता है और लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होता है। इसकी कमी से कोई काम करने का मन नहीं करता और अत्यधिक थकान हो जाती है। कुछ लोगों को जीभ में सूजन और लाल होने की समस्या होती है। मुंह में छाले बार-बार हो जाते हैं जो ठीक होने का नाम ही नहीं लेते। 70 साल के बाद के व्यक्तियों में यह खतरा काफी ज्यादा बना रहता है। विटामिन B12 पानी में घुलनशील है, इसलिए शरीर इसे स्टोर नहीं करता। जिसके वजह से इसका नियमित सेवन ज़रूरी है।
विटामिन B12 की कमी को दूर करने के उपाय
- मटन और चिकन के लीवर में सबसे ज़्यादा विटामिन B12 पाया जाता है इसलिए हफ्ते में कम से कम एक बार इसे ज़रूर खाएं।
- रोज़ाना सुबह नाश्ते में दो उबले हुए अंडे खाने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में B12 मिलता है।
- झींगा और अन्य समुद्री भोजन भी B12 से भरपूर होते हैं।
- रोज़ाना सुबह और रात को एक-एक गिलास दूध पीने से विटामिन B12 की अच्छी मात्रा मिलती है
- दही, छाछ और लस्सी जैसे fermented dairy products में B12 की काफी मात्रा होती है
- हरी पत्तेदार सब्ज़ियां जैसे पालक, मोरिंगा और मेथी खाने ने विटामिन B12 मिलता है।