Soya bean Benefits And Side Effects: सोयाबीन प्रोटीन का बेहतरीन ज़रिया, लेकिन ज्यादा खाने पर पुरुषों को हो सकता है नुकसान, जाने फेक्ट्स, फायदे और नुकसान...
Soya bean Benefits And Side Effects: सोयाबीन के दानों की सब्जी खाइए या सोया चंक्स या फिर टोफू, सोयाबीन हर रूप में प्रोटीन का पावर हाउस है। वेजिटेरियन्स के लिए तो प्रोटीन की भरपाई का बेहद ही उम्दा सोर्स, क्योंकि 100 ग्राम सोयाबीन में करीब 36 ग्राम तो सिर्फ प्रोटीन ही होता है... तो आप खुद ही अंदाज़ा लगा सकते हैं कि यह कितना पौष्टिक है। सोयाबीन हेल्दी हार्ट से लेकर महिलाओं में हार्मोनल संतुलन तक अनेक फायदे पहुंचाता है, वहीं पुरुषों को इसकी मात्रा को लेकर थोड़ा सचेत रहना चाहिए क्योंकि यह उनमें हार्मोनल समस्याओं का कारण बन सकता है। ऐसा क्यों? चलिए जानते हैं सोयाबीन के बारे में बहुत कुछ।
लेख में आगे पढ़ें
- सोयाबीन का वानस्पतिक नाम
- सोयाबीन के पोषक तत्व
- सेवन की मात्रा
- सोयाबीन के फायदे
- सोयाबीन के नुकसान
सोयाबीन का वानस्पतिक नाम
सोयाबीन का वानस्पतिक नाम ग्लाईसीन मैक्स (Glycine max) है। सोयाबीन को गोल्डन बीन्स भी कहा जाता है। इसके दाने चमकीले और हल्के पीले रंग के होते हैं और बीच का हिस्सा काले - भूरे रंग का होता है। यह प्रोटीन के साथ-साथ फाइबर का भी उच्च स्त्रोत है।
सोयाबीन के पोषक तत्व
सोयाबीन में प्रोटीन बहुत अच्छी मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, जिंक, कॉपर, मैंगनीज, सेलेनियम, थियामिन, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी6, फोलेट और फाइबर जैसे जरूरी तत्व भी मिलते हैं।
सेवन की मात्रा
वैसे तो प्रतिदिन सोयाबीन की 100 ग्राम मात्रा खाई जा सकती है लेकिन डाइटीशियन्स के अनुसार पुरुषों को इसकी 25-30 ग्राम से अधिक मात्रा का सेवन नहीं करना चाहिए। वर्ना पुरुष हार्मोन टेस्टोस्टेरॉन का लेवल थोड़ा घट सकता है जो उनकी सेक्स लाइफ के लिए अच्छा नहीं है।
सोयाबीन के फायदे
प्रोटीन पाने का बेहतरीन ज़रिया
जैसा की हमने पहले बताया कि सौ ग्राम सोयाबीन में करीब 36 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। इस लिहाज से यह वेजिटेरियन्स के लिए बेहद उपयोगी है। मानव शरीर के लिए प्रोटीन बेहद जरूरी हैं। यह मसल्स गेन, सेल्स को रिपेयर और ग्रो करने से लेकर शरीर को काम करने के लिए पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करने तक अनेक ज़रूरी काम करता है। इसलिए डाइट में इसका पर्याप्त होना बहुत जरूरी है।
डायबिटीज़ पेशेंट्स के लिए आदर्श
सोयाबीन डायबिटीज़ पेशेंट्स के लिए आदर्श डाइट है क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स लो होता है। डायबिटीज पेशेंट्स को लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड लेने चाहिए। इसमें कार्बोहाड्रेट और वसा की कम मात्रा होती है। सोया में पाया जाने वाला प्रोटीन ग्लूकोज को नियंत्रित करता है।
हड्डियां बनाए मजबूत
सोयाबीन खाने से हड्डियां मजबूत होती है। सोयाबीन में फाइटोएस्ट्रोजेन्स पाए जाते हैं, जो हड्डियों को कमजोर होने से बचा सकते हैं। खासकर महिलाओं में चालीस के बाद हड्डियों के कमजोर होने, ओस्टियोपोरोसिस और खासकर मीनोपाॅज़ के बाद फ्रेक्चर के चांस बढ़ने जैसी समस्याएं देखी जाती हैं। सोयाबीन के नियमित सेवन से बोन डेंसिटी बढ़ती है। उनके भुरभुरे होकर टूटने का डर कम रहता है। हड्डियों की मजबूती के लिए सोयाबीन का सेवन विशेष रूप से उपयोगी है।
महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद
हड्डियों को मजबूती देकर तो सोयाबीन महिलाओं के लिए लाभदायक है ही, साथ ही सोया के प्लांट एस्ट्रोजेन जैसे यौगिक महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजेन हार्मोन के निर्माण में मदद करते हैं। इसमें भरपूर मात्रा में आयरन होता है जो खास तौर से महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद है और उन्हें एनिमिया से बचा सकता है। इसके सेवन से मासिक धर्म भी नियमित रूप से आते हैं। वहीं पीरियड्स के दौरान होने वाली पीड़ा भी कम होती है। साथ ही बांझपन का खतरा कम होता है। रजोनिवृत्ति समय से पहले नहीं होती और रजोनिवृत्ति यानी मीनोपाॅज़ के साथ होने वाली समस्याओं से भी राहत मिल सकती है।
ब्लड प्रेशर घटाए, दिल के लिए लाभदायक
सोयाबीन खाने से हृदय स्वास्थ्य में सुधार होता है। इसके सेवन से रक्त संचार बेहतर होता है। साथ ही यह खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो ह्रदय की नलिकाओं में सूजन को रोकने में मददगार होते हैं। इसमें पाया जाने वाला हाई प्रोटीन ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मददगार है।
फैट बर्न करने में मददगार
सोयाबीन के सेवन से अनचाहे फैट को बर्न करने में मदद मिलती है। सोयाबीन में हाई प्रोटीन होता है जिसे पचाने के लिए शरीर को ज्यादा एनर्जी की जरूरत पड़ती है। जिसे शरीर फैट से ले लेता है। इससे फैट कम करने में मदद मिलती है।
अवसाद करे दूर, नींद लाए बेहतर
अधिक उम्र में ही नहीं, आजकल तो युवावस्था में भी डिप्रेशन और एंग्ज़ाइटी के मरीज बढ़ने लगे हैं। अनिद्रा की समस्या भी आम है। ऐसी परेशानियां हों तो सोयाबीन का सेवन बहुत फायदेमंद होगा। यह मानसिक तनाव और डिप्रेशन को दूर करता है। बुजुर्गों में भी अल्जाईमर और डिमेंशिया जैसी बीमारियों में राहत दे सकता है।
स्किन के लिए फायदेमंद
सोयाबीन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। जो चेहरे पर उभर आई सूजन को दूर करते हैं। साथ ही इसमें कोलेजन बूस्ट करने वाले गुण भी होते हैं जो त्वचा को समय से पहले बूढ़ा होने से बचाते हैं और अधिक समय तक जवां दिखाते हैं। ये सूर्य की यू वी किरणों से भी स्किन की सुरक्षा करते हैं।
एंटी कैंसर गुण हैं सोयाबीन में
सोयाबीन में एंटी कैंसर गुण भी हैं। शोध के अनुसार इसमें पाए जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट्स विशेषकर स्तन और गर्भाशय कैंसर से बचने में उपयोगी हो सकते हैं।
सोयाबीन के नुकसान
1. वैसे तो वेजिटेरियन्स के लिए सोयाबीन प्रोटीन पाने का आसान और बेहतरीन माध्यम है। लेकिन इसकी ज्यादा मात्रा पुरुषों के लिए समस्या पैदा कर सकती है। ज्यादा मात्रा में सोयाबीन खाने से पुरुषों में हार्मोनल असंतुलन हो सकता है। टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी आ सकती है। जिससे सेक्स ड्राइव में कमी का खतरा हो सकता है। डायटीशियन्स के अनुसार पुरुषों को प्रतिदिन 25 से 30 ग्राम से अधिक सोयाबीन का सेवन नहीं करना चाहिए।
2. सोयाबीन के सेवन से कुछ लोगों में एलर्जी के लक्षण जैसे सांस लेने में कठिनाई, घबराहट, सूजन आदि दिखाई दे सकते हैं।
3. कुछ लोगों को इसके सेवन से पाचन संबंधी समस्याएं जैसे ब्लाॅटिंग, सूजन, जी मिचलाना और दस्त भी हो सकते हैं।
4. कुछ लोगों को इससे हाइपोथायरायडिज्म का खतरा बढ़ सकता है यानी शरीर बहुत कम मात्रा में थायरॉइड हार्मोन उत्पन्न करने लगता है जिससे थकान, वजन बढ़ना और अवसाद जैसे लक्षण हो सकते हैं।
5. गर्भवती स्त्री को डॉक्टर के परामर्श पर ही सोयाबीन का सेवन करना चाहिए क्योंकि यह गर्भ में मौजूद भ्रूण के विकास में बाधक भी हो सकता है।