How Sleep Affects Weight: नींद की कमी को करेंगे नज़रअंदाज़ तो बढ़ जाएगा मोटापा, होंगे ओबेसिटी के शिकार, ये हार्मोन बनेगा दुश्मन...
How Sleep Affects Weight: क्या आप जानते हैं कि नींद की कमी भी आपको मोटापे का शिकार बना सकती है? यदि नहीं जानते तो आज जान लें और बेहतर और पर्याप्त नींद के लिए प्रयास करें क्योंकि नींद के घंटों में कमी आपका बैली फैट बढ़ा कर आपको बेडौल बना सकती है।
How Sleep Affects Weight: क्या आप जानते हैं कि नींद की कमी भी आपको मोटापे का शिकार बना सकती है? यदि नहीं जानते तो आज जान लें और बेहतर और पर्याप्त नींद के लिए प्रयास करें क्योंकि नींद के घंटों में कमी आपका बैली फैट बढ़ा कर आपको बेडौल बना सकती है। कुछ लोग तो अनिद्रा की समस्या के चलते चैन की नींद के लिए तरसते हैं लेकिन अगर आप उनमें से नहीं हैं और महज लापरवाही के चलते ज़रूरत से कम नींद ले रहे हैं तो ये आपके लिए खतरे की घंटी है। जानिए कम नींद कैसे मोटापे का कारण बन जाती है।
कम नींद ली, तो बढ़ेगा घ्रेलिन हार्मोन का स्तर
शोध बताते हैं कि आप कितना सोते हैं, इसका आपके शरीर के वजन के बीच एक निश्चित संबंध पाया जाता है। आप किसी भी विशेषज्ञ से पूछें,वे सात से आठ घंटे की नींद की सलाह ज़रूर देंगे। अगर आप पर्याप्त नींद लेते हैं तो आपके शरीर में हार्मोन्स का बैलेंस बना रहता है जबकि कम नींद लेने से यह बैलेंस बिगड़ जाता है। कम नींद लेने से खासकर जो हार्मोन आपके मोटापे का कारण बनता है, वो है 'घ्रेलिन'।
घ्रेलिन हार्मोन,एक ऐसा हार्मोन है जो भूख को उत्तेजित करता है,बढ़ाता है। कम नींद लेने से शरीर में इस हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। और इसका नतीजा यह होता है कि आपको ज्यादा और बार- बार भूख लगती है। आप अपनी भूख को नियंत्रित नहीं कर पाते और अधिक कैलोरी का इंटेक करते हैं।
... और गिर जाता है लेप्टिन हार्मोन का स्तर
कम नींद का एक और दुष्परिणाम होता है कि इससे लेप्टिन हार्मोन का स्तर गिर जाता है। लेप्टिन वह हार्मोन है जो कुछ खाने के बाद आपको संतुष्टि का एहसास कराता है। इस हार्मोन का स्तर गिर जाने से खाने के बावजूद आपको तृप्ति महसूस नहीं होती और नतीजेतन आप और खाते हैं। इन दोनों हार्मोंस का बेलेन्स बिगड़ने के संयुक्त प्रभाव से आपका वजन और ओबेसिटी दोनों बढ़ते हैं।
० कम नींद से इस तरह भी होता है नुकसान
1. शोध बताते हैं कि नींद की कमी ज्यादा कैलोरी और फैट वाले फूड आइटम खाने की इच्छा बढ़ावा देती है। जिसका असर बढ़े हुए वजन के रूप में दिखाई देता है।
2. देर रात तक जागने से भी हमें खाना खा चुकने के बावजूद दोबारा भूख महसूस होने लगती है और हमारे हाथ स्नेक्स की तरफ बढ़ जाते हैं। इसका भी दुष्प्रभाव पड़ता है।
3. नींद पूरी न होने से हमारा शरीर थकान महसूस करता है। एनर्जी की कमी हमें एक्सरसाइज़ करने के लिए उत्साहित नहीं करती। हम उदासीनता का अनुभव करते हैं। बैठे-बैठे टीवी-मोबाइल में ही लगे रहते हैं। और लैस एक्टिविटी यानी वेट गेन और ओबेसिटी।
० पर्याप्त नींद लेने के लिए करें ये प्रयास
हम सभी को कम से कम सात घंटे की नींद लेने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए आप ये कर सकते हैं-
1. सोने का समय निश्चित करें। एक ही समय पर रोज़ाना सोने से बाॅडी क्लाॅक उस हिसाब से एडजस्ट हो जाती है और आपको खुद ही यह अहसास कराने लगती है कि अब आपके सोने का समय हो गया है।
2. सोने से एक घंटे पहले हर तरह के स्क्रीन से आँखें फेर लें। टीवी-मोबाइल हमें चैतन्य करते हैं और नींद उड़ जाती है।
3. फिजिकल एक्टीविटी बढ़ाएं, जिससे शरीर थके और बिस्तर पर जाने पर आपको जल्दी नींद आए।
4. सोने से एक घंटे पहले गर्म पानी से नहाने से भी अच्छी नींद आती है।
5. आप योग विशेषज्ञ से सलाह लेकर सोने से पहले ध्यान, योग कर सकते हैं। ये भी बेहतर नींद लाने में मददगार है।
6. बैडरूम और बैड साफ सुथरा हो जो आपको लेटने के लिए अट्रैक्ट करे।
7. दिन के समय नींद लेते भी हों तो उसकी अवधि बहुत कम हो।
8. सोने से पहले शराब और कैफीन से बचें।
9. सोने से पहले गर्म दूध में हल्दी या जायफल का पाउडर घोल कर पीने से भी अच्छी नींद आती है।
10. सोते समय आरामदायक कपड़े पहनें।