Home Remedies For Stomach Pain in infants: छोटे बच्चे नहीं बता पाते अपनी तकलीफ़, इन लक्षणों से समझें पेट में है दर्द, अपनाएं ये घरेलू नुस्खे...

Home Remedies For Stomach Pain in infants: छोटे बच्चे नहीं बता पाते अपनी तकलीफ़, इन लक्षणों से समझें पेट में है दर्द, अपनाएं ये घरेलू नुस्खे...

Update: 2025-03-11 12:53 GMT
Home Remedies For Stomach Pain in infants: छोटे बच्चे नहीं बता पाते अपनी तकलीफ़

Home Remedies For Stomach Pain in infants

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Home Remedies For Stomach Pain in infants: शिशुओं में पेट दर्द एक आम समस्या है। हालांकि वे इस तकलीफ़ को बता नहीं पाते। जब नन्हे बच्चे बेहद रोते हैं तो पेरेंट्स ये अंदाज़ा लगाते हैं कि उनके पेट में दर्द है। इस स्थिति में बच्चों को संभालना काफी मुश्किल हो जाता है। घंटों गोदी में लिए घूमने के बावजूद बच्चे सो नहीं पाते और रोते रहते हैं। बच्चों में कोलिक पेन यानी पेट दर्द की क्या वजहें हैं, उनके किस मूवमेंट से आप पेट दर्द का सटीक अंदाजा लगा सकते हैं और बच्चों के पेट दर्द को दूर करने के आसान घरेलू नुस्खे क्या हैं, आइए जानते हैं।

० अनेक कारणों से रोते हैं बच्चे

नवजात शिशु के लगातार रोने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि भूख लगना, ठंडी लगना या गर्मी लगना, डायपर गीला या टाइट होना, या फिर पेट दर्द होना आदि। पेट दर्द होना एक आम समस्या है जो कि कई कारणों से हो सकती है।

० पेट दर्द के कारण

नवजात शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर श्याम सुंदर शर्मा बताते हैं कि शिशुओं में पेट दर्द के कुछ खास कारण ये हैं-

1. शिशुओं का डाइजेस्टिव सिस्टम पूरी तरह विकसित नहीं होता इसलिए वे दूध पियें या छह महीने से बड़े बच्चे कोई भी इन्फेंट फूड लें, वह उनकी आंतों में जल्दी चला जाता है और अच्छी तरह टूटता नहीं है। जिससे पेट में तकलीफ हो सकती है।

2. आमतौर पर बच्चे ब्रेस्टफीडिंग के दौरान हवा को भी सक कर लेते हैं जिससे उनके पेट में गैस बनने लगती है।

3. कभी-कभी बच्चों में कुछ खाद्य पदार्थों से एलर्जी हो सकती है।

4. कुछ बच्चे लेक्टोज इनटोलरेंस हो सकते हैं यानी कि उन्हें दूध ही नहीं पचता।

5. छोटे बच्चों की गट में अच्छे बैक्टीरिया की कमी होती है जिससे उन्हें पेट दर्द जल्दी होता है।

० कैसे पहचानें कि बच्चे को पेट दर्द ही है

बच्चा अगर लगातार रो रहा है मतलब अगर वह दो-तीन घंटे से रो ही रहा है और किसी भी तरह संभल नहीं रहा है तो आम तौर पर बच्चों को पेट दर्द की समस्या होती है। इसे आप बच्चों की बॉडी लैंग्वेज से समझ सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे।

1. बच्चा काफी देर तक और हाई पिच पर रोता है।

2. बच्चा अपनी मुट्ठियां भींच लेता है।

3. बच्चे अपने शरीर को मोड़ लेते हैं। हाथों और पैरों को मोड़कर कैंची की तरह बना लेते हैं।

4. बच्चा अगर बार-बार डकार ले रहा है या उसका पेट फूला हुआ सा महसूस हो रहा है तो वह कोलिक पेन में है।

5. इस दौरान बच्चों का फेस फ्लश्ड नजर आता है।

० शिशु का पेट दर्द दूर करने के लिए घरेलू नुस्खे

1. शिशु के पेट दर्द को दूर करने का सबसे ज्यादा आजमाया हुआ तरीका हींग का पेस्ट लगाना है। इसे बनाने के लिए आप एक टेबलस्पून पानी गर्म करें और उसमें एक से दो चुटकी हींग डालें । कुछ देर हींग को पानी के साथ गर्म होने दें। अब आंच बंद कर दें और हींग को पानी में अच्छी तरह घोलें। अब इस पानी को शिशु की नाभि के चारों तरफ गोलाकार में लगाएं। इससे उसके पेट की गैस निकल जाती है और उसे जल्दी राहत मिलती है।

2. अदरक और पुदीने का पेस्ट बना लें और इसे छन्नी में रखें। चम्मच से दबाकर रस निकालें और इसकी 4-5 बूंद बच्चे के मुंह में ड्राॅपर से डालें। इससे भी बच्चे को 15 मिनट के अंदर राहत मिल जाएगी। यदि बच्चा 1 साल से बड़ा है तो आप उसे इसकी 10 बंदे दे सकते हैं और अगर बच्चा डेढ़ साल का है तो आप उसे आधा चम्मच ये रस दे सकते हैं।

3. सौंफ, जीरा और धनिया के बीज एक-एक चम्मच लेकर एक गिलास पानी में अच्छी तरह उबाल लीजिए और इसे छान लीजिये। इसे दिन भर में कुछ-कुछ बंदे कर कर के दो चम्मच के करीब मात्रा बच्चे को दें इससे भी बच्चे को राहत मिलेगी।

4. धनिया- पुदीने का पेस्ट बना लीजिए और इसे उसमें कुछ बूंदे गुनगुना पानी मिक्स कीजिए और बच्चे को थोड़ी सी मात्रा में चटा दीजिए। इससे भी बच्चे को राहत मिलेगी।

० इन तरीकों से मिलेगी मदद

1. बच्चों को भूख लगने पर ही दूध पिलाएं। बच्चों को ज़रूरत से ज्यादा दूध पिलाने पर भी उसके पेट में दर्द हो सकता है।

2. स्तनपान कराते समय ध्यान रखें कि बच्चा सही पोस्चर में हो। बच्चे को बैठकर ही दूध पिलाएं, ना कि लेट कर और उसे भी अपने बगल में लिटा कर।

3. अगर बच्चा बाॅटल से दूध पीता है तो कर्व्ड बोतल का चयन करें। बच्चे का सिर दूध पीते समय ऊंचा रहे।

4. पेट दर्द की स्थिति में शिशु को पेट के बल लिटाएं और उसके बैक साइड पर हल्के हाथों से मसाज करें।

5. सरसों के तेल से हल्के हाथों से बच्चे के पेट की मसाज करें। इससे भी गैस निकल जाती है।

6. दो छोटे टाॅवेल लें। इन्हें गुनगुने पानी में भिगो लीजिए ।एक टॉवेल शिशु के पेट पर और एक उसके बैक साइड पर रखें। इस गर्म कंप्रेस से भी बच्चे को पेट दर्द से राहत मिलती है।

7. शिशु के पैरों को मोड़ें और घुटनों को पेट के पास ले जाएं और शिशु के पैरों को साइकिल चलवाएं। इससे भी गैस पास होती है।

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