Health Benefits Of Brisk Walking: छोटे-छोटे स्टेप्स में समाई है बहुत ज़बरदस्त ताकत, जानिए ब्रिस्क वॉक करने के शानदार फायदे...

Health Benefits Of Brisk Walking: छोटे-छोटे स्टेप्स में समाई है बहुत ज़बरदस्त ताकत, जानिए ब्रिस्क वॉक करने के शानदार फायदे...

Update: 2025-03-07 09:13 GMT

Health Benefits Of Brisk Walking

Health Benefits Of Brisk Walking: सुबह-सुबह की वॉक मन को तो आनंदित करती ही है साथ ही शरीर के लिए भी इसके ढेरों फायदे हैं। बस आपको इसके लिए एक दृढ़ निश्चय लेने की जरूरत है कि आप रोज नियमित रूप से चलेंगे और तेज़ गति से चलेंगे। यदि सुबह संभव नहीं होगा तो ईवनिंग वॉक करेंगे, लेकिन वॉक जरूर करेंगे। WHO के अनुसार सप्ताह में कम से कम 150 मिनट की एक्सरसाइज आपको स्वस्थ रखती है। इस एक्सरसाइज का मतलब सिर्फ जिम में की गई एक्सरसाइज नहीं है। अगर आप तेजी से चलते हैं तो भी आपके शरीर को भरपूर फायदे मिलते हैं। हर दिन 30 से 40 मिनट की तेजी से की गई वॉक आपके पैरों से लेकर दिमाग तक सभी को मजबूत बनाती है। आपके हारमोंस को बैलेंस करती है, जोड़ों को एक्टिव करती है और बीपी-शुगर जैसी डिसीज़ से भी राहत देती है। यानी कि आपके छोटे-छोटे स्टेप्स में बहुत बड़ी ताकत है। आइए जानते हैं तेजी से चलने के खास फायदे।

मोटापा होगा कम

वॉक करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे आपको अपना मोटापा कम करने में मदद मिलती है। जब आप तेजी से चलते हैं तो पहले शरीर में मौजूद शक्कर का इस्तेमाल एनर्जी के लिए होता है और उसके बाद शरीर एनर्जी के लिए फैट का इस्तेमाल करता है। इसलिए आपको क्रमशः मोटापा घटाने में मदद मिलती है।

दिमाग रहेगा स्वस्थ

जब आप तेजी से चलते हैं तो मस्तिष्क में ब्लड का फ्लो बेहतर होता है। जिससे आपका मस्तिष्क बेहतर तरीके से काम करता है। आपकी निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है। आपका फोकस बेहतर होता है और आप किसी तरह का ब्रेन फाॅग यानि भ्रम या अस्पष्टता महसूस नहीं करते।

बढ़ेंगे हैप्पी हार्मोन्स

जब आप तेजी से चलते हैं तो आपके शरीर में हैप्पी हार्मोन बनते हैं जैसे कि एंडाॅर्फिंस। इसलिए जब भी आप चल के आते हैं तो आप अपने आप को अधिक खुश और शांत महसूस करते हैं।

जोड़ होंगे बेहतर

पैदल चलने से हमारे शरीर के जोड़ भी बेहतर रहते हैं। पैदल चलने से उनकी एक्टिविटी बढ़ती है और उनमें मौजूद ग्रीस फैलता है जिससे जोड़ों की हेल्थ अच्छी रहती है। बजाय इसके आप जितना बैठते हैं, उतने आपके जोड़ निष्क्रिय रहते हैं और उनमें दर्द उतना ही अधिक बढ़ता है।

मांसपेशियां होती हैं मजबूत

पैदल चलने से हमारी मांसपेशियां मजबूत होती हैं और वह भी सिर्फ पैरों की नहीं बल्कि पूरे शरीर की। क्योंकि चलते वक्त भले ही हमें एहसास ना हो लेकिन हमारी गर्दन से लेकर हाथों, कमर, हिप्स समेत अनेक मांसपेशियां एक्टिव होती हैं जिससे उनकी मजबूती बढ़ती है।

संतुलन होता है बेहतर

पैदल चलने से हमारे शरीर का कोऑर्डिनेशन बेहतर होता है। जिससे हमारे शरीर का बैलेंस भी सुधरता है। इसका बहुत बड़ा फायदा बढ़ती उम्र में हमें मिलता है जब शरीर अपना संतुलन खोने लगता है। इसलिए अगर आप नियमित रूप से चलेंगे तो आपका बैलेंस भी बेहतर रहेगा।

गट हेल्थ इंप्रूव होती है

पैदल चलने से हमारी गट हेल्थ भी बेहतर होती है। दरअसल पैदल चलने से हमारे पेट की मांसपेशियां भी एक्टिव होती हैं। हमारी आंतें भी बेहतर तरीके से काम करती हैं और पोषक तत्वों का अवशोषण भी बेहतर होता है। जिसका फायदा हमारी गट हेल्थ को मिलता है।

ब्लड प्रेशर रहेगा कम और हार्ट रहेगा हेल्दी

रोजाना चलने से आपका ब्लड प्रेशर भी कम रहता है। दरअसल जब हमारी मांसपेशियां एक्टिव होती हैं तो उनकी जकड़न कम होती है। वह रिलैक्स होती हैं। जिसका फायदा हमारे हृदय की नलकियों को भी मिलता है। उन पर दबाव कम हो जाता है जिससे दिल को भी आराम मिलता है। इससे हमारा ब्लड प्रेशर कम होता है। साथ ही पैदल चलने से शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड की मात्रा बढ़ती है जो कि ब्लड प्रेशर को नियमित रखने में मदद करता है और हार्ट को हेल्दी। जिन लोगों के दिल पहले से कमज़ोर हैं उन्हें भी वाॅक शुरू करने से निश्चय ही फायदा होता है।

डिटॉक्सिफिकेशन होगा बेहतर

पैदल चलने से हमारा शरीर अच्छी तरह डिटॉक्सिफाई होता है। दरअसल पैदल चलने से पूरे शरीर में रक्त का संचार बेहतर होता है जिससे लिवर और किडनी भी अपना काम बेहतर तरीके से कर पाते हैं। साथ ही हम जब हम तेज चलते हैं तो हम गहरी सांसे लेते हैं इससे कार्बन डाइऑक्साइड समेत अनेक गैसें बाहर निकल जाती हैं। तेज़ चलने से हमें पसीना आता है जिससे भी हमारे शरीर के हानिकारक तत्व बाहर निकल जाते हैं। इसलिए अपने शरीर को डिटॉक्सिफाई करने के लिए नियमित रूप से चलें।

कोलेस्ट्रॉल होता है कम

हम जितना ज्यादा बैठते हैं उतना ही हमारे शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड बढ़ता है। पैदल चलने से हमारे शरीर का बेड कोलेस्ट्रॉल कम होता है। साथ ही चलने के दौरान हमारा शरीर एनर्जी के लिए शरीर में जमा लिपिड से एनर्जी लेता है इससे हमारा लिपिड प्रोफाइल बेहतर होता है।

ब्लड शुगर होती हैं कम

अगर आपको पहले से डायबिटीज है तो आप जितना अधिक चलेंगे, उतना ही अधिक आपको फायदा होगा। तेज गति से चलने से पेनक्रियाज बेहतर काम करते हैं। साथ ही वॉक करने से शुगर मेटाबोलिज्म तेज होता है। वॉक करने से शरीर को इंसुलिन का बेहतर इस्तेमाल करने में मदद मिलती है।चलने के दौरान हमारे शरीर एनर्जी के लिए ब्लड शुगर का इस्तेमाल करता है जिससे शरीर में अतिरिक्त शुगर का लेवल घटता है और आपको ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन करने में मदद मिलती है। डायबिटीज़ के पेशेंट्स को हर मील के आधे घंटे बाद 15-20 मिनट ब्रिस्क वाॅक करने से बहुत फायदा होता है।

हार्मोंस होते हैं बैलेंस

पैदल चलने से हमारे हार्मोंस भी बैलेंस होते हैं। इसका फायदा खासकर उन महिलाओं को मिलता है जो हार्मोनल इंबैलेंस से जूझ रही होती हैं या फिर जो पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम जैसी तकलीफों से जूझ रही हैं। पैदल चलने से उनके पीरियड्स रेगुलर होते हैं।हार्मोनल बैलेंस ठीक होने पर चेहरे पर बहुत अधिक दाने आना या बाल आना जैसी समस्याएं भी कम होती हैं।

कैंसर का रिस्क होता है कम

एक स्टडी के अनुसार जो महिलाएं हर दिन करीब 1 घंटा पैदल चलती हैं उनमें ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना न्यूनतम होती है। साथ ही पैदल चलने से शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स भी बनते हैं। जो फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं जिससे कैंसर की रोकथाम में मदद मिलती है।

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